हमदम मेरे... मुझे यह बता...( प्रेरणा डायरी के रोमांटिक और प्रेरणादायक सॉन्ग ) --2
प्रेरणा डायरी (ब्लॉग ) www.prernadayari.com
Tudawali, राजस्थान - 321610
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मेरे पास आ मुझे ये बता
क्यों है तू ऐसे, टूटा हुआ
हमदम मेरे मेरे दिलरुबा
मेरे पास आ मुझे यह बता
तेरी रोशनी का, किनारा है क्या
तेरी आरजू का, इशारा है क्या.
तू लगता है क्यों मुझको टूटा हुआ सा
मेरे पास आकर मुझे यह बता
हमदम मेरे,...ए मेरे दिलरुबा
तनहा है क्यों, मुझे ये बता
मेरे पास आके खुशियां जता,
सब भूल के तू मुझ में समा जा
मेरी जिंदगी बनके, मुझ पर तू छा जा
हमदम मेरे मेरे, मेरे दिलरुबा।
मेरे पास आ, मुझे यह बता
मुझे तू बता ए मेरे दिलरुबा
तुझे जाना किधर, कहां से चला
है मंजिल कहां, किनारा कहां
मेरे पास आकर तू मुझ में समा
मेरा ही तो है तू, ऐ मेरे खुदा।
हम दम मेरे.....मुझे यह बता....।
हमदम मेरे मुझे ये बता
दिल के वो राज मुझसे जता
जैसे कोई ठंडी हवा, दिल को मेरे कर गई रवा
हर जख्म जैसे हो गए हवा,।
हमदम मेरे... मेरे दिलरुबा
मेरे पास आ मुझे भी बता
तू लगता है क्यों मुझको टूटा हुआ सा
मेरा यह भरम लगता है, छूटा हुआ सा
हमदम मेरे मेरे.. मेरे दिलरुबा।
लगता है क्यों तू, टूटा हुआ सा
मुझ से भी क्यों है तू रूठा हुआ सा
आ जा जरा, लग जा गले,
हमदम मेरे ओ हमदम मेरे
मुझे है क्यों तू ऐसे खफा
तेरे लिए सहलु में हर सजा
तू है मेरे हर जख्म की एक दवा
तेरे लिए मैं हूं रब से जुदा
तुझे ढूंढता हूं मैं हर एक सुबह
हमदम मेरे... मेरे पास आ
आँखें जरा मुझे यह बता
तुम लगता है क्यों ऐसे टूटा हुआ
टूटा हुआ और रूठा हुआ सा
हमदम मेरे..... मेरे दिलरुबा।
हमदम मेरे मेरे हमसफर
मुझे दे जरा अपने दिल की खबर
ब्लॉक नाम -- प्रेरणा डायरी।
राइटर -- केदार लाल
वेबसाइट -- www.prernadayari.com
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