खुशी एक दवा हैं...। जानिए खुश रहने के आसान उपाय।




प्रेरणा डायरी  ( www.prernadayari.com )
टुड़ावली-पारला, गंगापुर सिटी, राजस्थान।


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खुशी एक दवा है...। जानिए ख़ुश रहने के आसान उपाय।


       प्रेरणा डायरी ब्लॉग - "आपकी खुशहाली"


प्रेरणा डायरी ( ब्लॉग ) 
के इस आर्टिकल में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। खुशी एक अनमोल चीज है, क्योंकि यह कभी खरीदी नहीं जा सकती। खुशी एक सुखद एहसास होता है। कहते हैं सुकून का एक पल 100 साल की जिंदगी से भी अच्छा है। खुशी और स्वास्थ्य दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। मैं मानता हूं कि एक इंसान की जिंदगी में अगर खुशी है तो सब कुछ है। चाहे वह पैसे से गरीब हो, अगर एक इंसान की जिंदगी में खुशी है मैं उसे नसीब वाला मानता हूं, ना कि बदनसीब या गरीब..। क्योंकि आप दौलत से खुशी नहीं खरीद सकते। मन और शरीर का एक दूसरे पर गहरा प्रभाव होता है। शारीरिक तनाव का असर मन पर, और मन के तनाव का असर तन पर पड़ता है। शरीर के सभी अंग हमारे ब्रेन के एक भाग जिसे तंत्रिका तंत्र या ऑटोनॉमस नर्वस सिस्टम कहते हैं, उसे नियंत्रित करते हैं। इसके दो भाग होते हैं जिसमें से एक को सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम या सहानुभूति तंत्रिका तंत्र कहा जाता है। यह शरीर और मन को शांत रखता है तथा शरीर को किसी भी संभावित खतरे के दौरान लड़ने की प्रतिक्रिया के लिए तैयार करता है।
खुशी एक ऐसी भावना है जो हमें संतुष्टि, आनंद और सुख की अनुभूति कराती है। यह एक सकारात्मक भावना है जो हमें जीवन के प्रति आशावादी और उत्साहित बनाती है। खुशी को विभिन्न तरीकों से परिभाषित किया जा सकता है, लेकिन यहाँ कुछ उदाहरण हैं जो खुशी की परिभाषा को स्पष्ट करते हैं:

1. सफलता की खुशी : जब हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं या अपने सपनों को पूरा करते हैं, तो हमें खुशी होती है। उदाहरण के लिए, एक छात्र जो अपने परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करता है, उसे खुशी होती है।
2. प्रेम की खुशी : जब हम अपने प्रियजनों के साथ समय बिताते हैं या उनसे प्यार प्राप्त करते हैं, तो हमें खुशी होती है। उदाहरण के लिए, एक बच्चा जो अपने माता-पिता से गले मिलता है, उसे खुशी होती है।
3. सहायता की खुशी : जब हम दूसरों की मदद करते हैं या उनके लिए कुछ अच्छा करते हैं, तो हमें खुशी होती है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति जो एक जरूरतमंद को भोजन देता है, उसे खुशी होती है।
4. आश्चर्य की खुशी *: जब हम कुछ नया या आश्चर्यजनक देखते हैं या अनुभव करते हैं, तो हमें खुशी होती है। उदाहरण के लिए, एक बच्चा जो पहली बार एक झील में तैरता है, उसे खुशी होती है।
5. शांति की खुशी  जब हम अपने मन और शरीर को शांत और आराम देते हैं, तो हमें खुशी होती है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति जो योग या मेडिटेशन करता है, उसे खुशी होती है।

इन उदाहरणों से पता चलता है कि खुशी एक व्यक्तिगत और आंतरिक अनुभव है जो हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं में मिलता है।

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खुशी इंसान के लिए एक दवा का काम करती है क्योंकि इससे स्वास्थ अच्छा रहता है। खुशी हमारे शरीर और मन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है, जिससे हमारा स्वास्थ बेहतर होता है।

 खुशी और मानसिक स्वास्थ्य 

खुशी हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। जब हम खुश होते हैं, तो हमारे मस्तिष्क में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे रसायन निकलते हैं, जो हमें अच्छा महसूस कराते हैं। इससे हमारा तनाव और चिंता कम होता है, और हम अधिक आत्मविश्वासी और सकारात्मक महसूस करते हैं।

 खुशी और शारीरिक स्वास्थ्य  

खुशी हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में मदद करती है। जब हम खुश होते हैं, तो हमारे शरीर में कई सकारात्मक बदलाव होते हैं, जैसे कि:

*हृदय स्वास्थ्य : खुशी हमारे हृदय को स्वस्थ रखती है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है।

*प्रतिरक्षा प्रणाली : खुशी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है, जिससे हम बीमारियों से लड़ने में अधिक सक्षम होते हैं। 

*पाचन तंत्र : खुशी हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है, जिससे हमारा भोजन ठीक से पचता है।

*निद्रा : खुशी हमें अच्छी नींद लेने में मदद करती है, जिससे हमारा शरीर और मन आराम करता है।

 खुशी के उदाहरण  

खुशी के कई उदाहरण हैं जो हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं:

 *संगीत* संगीत सुनने से हमें खुशी मिलती है, जिससे हमारा तनाव कम होता है और हम अधिक सकारात्मक महसूस करते हैं।
*व्यायाम*  व्यायाम करने से हमें खुशी मिलती है, जिससे हमारा शरीर और मन स्वस्थ रहता है।
 *प्रकृति* प्रकृति में समय बिताने से हमें खुशी मिलती है, जिससे हमारा मन शांत और सकारात्मक रहता है।
*संबंध : अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने से हमें खुशी मिलती है, जिससे हमारा मन और शरीर स्वस्थ रहता है।
खुशी इंसान के लिए एक दवा का काम करती है क्योंकि इससे स्वास्थ अच्छा रहता है। खुशी हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है, जिससे हम अधिक सकारात्मक, आत्मविश्वासी और स्वस्थ रहते हैं। इसलिए, हमें अपने जीवन में खुशी को प्राथमिकता देनी चाहिए और इसे बढ़ावा देने के लिए प्रयास करना चाहिए।





 जिंदगी में खुशी क्यों जरूरी है..?

जिंदगी में खुशी जरूरी है क्योंकि यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। खुश रहने से हमारे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कम होते हैं और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही, खुशी हमारे रिश्तों को मजबूत बनाती है और जीवन को अधिक अर्थपूर्ण बनाती है।
खुशी पाने के लिए हमें अपने जीवन में सकारात्मक चीजों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जैसे कि परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना, अपने शौक को पूरा करना और अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ना।

आपको क्या लगता है..? खुशी आपके जीवन में कितनी महत्वपूर्ण है..?


 "खुशी" - कामयाब जिंदगी की दवा

खुशी को अक्सर "दवा की तरह" माना जाता है क्योंकि यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। खुशी के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:

1. तनाव कम करती है : खुशी तनाव को कम करती है और हमारे शरीर को आराम देती है।
2. इम्यून सिस्टम मजबूत करती है : खुशी हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है और हमें बीमारियों से लड़ने में मदद करती है।
3. दर्द कम करती है : खुशी दर्द को कम करती है और हमें अधिक सहनशील बनाती है।
4. नींद की गुणवत्ता सुधारती है : खुशी नींद की गुणवत्ता को सुधारती है और हमें अधिक ऊर्जावान बनाती है।
5. मानसिक स्वास्थ्य सुधारती है : खुशी मानसिक स्वास्थ्य को सुधारती है और अवसाद और चिंता जैसी समस्याओं को कम करती है।

इन लाभों के कारण, खुशी को अक्सर "दवा की तरह" माना जाता है, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि खुशी एक संतुलित जीवनशैली और स्वस्थ आदतों का परिणाम है।

 स्थाई खुशी का भाव जरूरी है..।


 खुशी एक ऐसा तत्व है जो हमारे शरीर और मन दोनों के लिए प्राकृतिक दवा का कार्य करता है, एक ऐसी दवा जिसका डोज जितना बढ़ाएंगे वह उतना ही मन और शरीर को स्वस्थ रखेगी। लेकिन तनाव से भरी दिनचर्या में लोग इस दवा को लेना भूल जाते हैं। इस दवा को अगर हम अपने रूटीन का हिस्सा बना ले, खुशी के लिए भारी कारकों पर निर्भर नहीं रहे, तो जिंदगी का आनंद बदल सकता है। हमेशा सकारात्मक रहते हुए स्थाई खुशी प्राप्त करने का प्रयास करें। संतुष्टि एक ऐसी चीज है, जो स्थाई खुशी का स्रोत हैं। खुशी प्रदान करने वाले आंतरिक स्रोतों पर अधिक ध्यान दें ऐसे काम करें जिसे खुशी महसूस हो और जो हैप्पी हारमोंस को बढ़ाएं।
 खुशी से जिंदगी जीना एक कला है। आप भी इस कला से परिचित हो सके इसके लिए मैं आज के आर्टिकल में खुशी प्राप्त करने के दो पहलुओं पर चर्चा करूंगा। एक पहलू है जो हमारे हारमोंस से जुड़ा हुआ है जब का दूसरा पहलू हमारी आदतों से जुड़ा हुआ है।
 दोस्तों हमारे शरीर में अनेक ऐसे हार्मोन स्रावित होते हैं जो हमें मानसिक तौर पर खुशी प्रदान करते हैं। लिए सबसे पहले हम यही जानते हैं कि कौन से ऐसे हार्मोन हैं जो हमें खुशी प्रदान करने में सहायक सिद्ध होते हैं, इसलिए इन्हें हैप्पी हारमोंस के नाम से जाना जाता है, यह कुछ इस प्रकार है  ---


 
 हैप्पीनेस हार्मोन --

1. कादल हार्मोन यानी ऑक्सीटोसिन --

 यह हार्मोन विश्वास की भावना को बढ़ाता है और रिश्तो को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। जब इसकी कमी उत्पन्न होती है उस समय अकेला महसूस करना, प्रेरणा (motivation ) की कमी आना, ऊर्जा कि कमी या थकान महसूस करना, रिश्तो में अलगाव, और बेचैनी  जैसे लक्षण प्रकट होते हैं।
 इसकी कमी को दूर करने के लिए बच्चों के साथ खेले परिवार जनों या दोस्तों के साथ समय बताएं अपने पेट को दुलार करें संगीत सुनें।

2. पेन किलर हारमोंस यानी इंडोर्फिन --

इंदौर पिन का स्त्राव एक प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में कार्य करता है। कॉल पीड़ा के एहसास को कम करने का काम करता है। इस हार्मोन की कमी के कारण चिंता अवसाद मिजाज बदलने दर्द एवं पीड़ा होना आवेश पूर्ण व्यवहार करना आकर्मकता आना जैसे लक्षण प्रकट होते हैं।

क्या करें --
-- लाफटर थेरेपी ले।
-- मनोरंजक फिल्में देखें।
--- रोचक किताबें पढ़ें।
--- योग और कसरत करें।
--- डार्क चॉकलेट खाएं, मसाज थेरेपी ले।

3.  फील गुड हार्मोन यानी डोपामिन --

 यह हार्मोन  सीखने में सक्षम बनाता है लक्षण इच्छाओं और जरूरत को पूरा करने का दृढ़ संकल्प देता है।जब शरीर में इस हार्मोन की कमी उत्पन्न होती है तो आदमी तलम टूल करने लगता है आत्म सम्मान में कमी आ जाती है और प्रेरणा तथा उत्साह में अचानक कमी देखने को मिलती है। व्यक्ति निराशा महसूस करने लग जाता है। इसको मेंटेन करने के लिए निम्न कदम उठाये --

-- टास्क समय पर पूरे करें।
-- सेल्फ केयर एक्टिविटी करें ।
-- अच्छा पोस्टिक भोजन करें।
-- अपनी छोटी छोटी जीत को सेलिब्रेट करें।

4.  मूड बूस्टिंग हार्मोन यानी सेरोटोनिन --

 यह बेहद खास हार्मोन है। सेरोटोनिन अच्छी भावना को जागृत करने वाला हार्मोन। यह उत्कृष्टा  हासिल करने और आदमी को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।

 

 दोस्तों इस आर्टिकल के पहले भाग में आपने हमारे शरीर और दिमाग में प्रवाहित होने वाले हैप्पीनेस हारमोंस के बारे में जाना। यह हारमोंस इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें खुश रखने में मददगार साबित होते हैं। आई अब हम यह जानने का प्रयास करते हैं कि वह कौन सी छोटी-छोटी बातें हैं,  वह कौन से छोटे-छोटे उपाय हैं, जिन्हें अपना कर हम अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। 7 अप्रैल को पूरी दुनिया विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाती है। इसका उद्देश्य लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आप यह तय करें कि अब मुझे जीवन में हमेशा खुश रहना है। चाहे मेरी जिंदगी का खराब दौर चल रहा हो.. या अच्छा दौर..! 


खुशी हासिल करने के आसान उपाय --

 हम अपने जीवन में जो कुछ करते हैं वह खुशी हासिल करने के लिए करते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से हमारी स्वयं की आदतों के कारण खुश रहना काफी मुश्किल भरा कार्य लगता है। हमारी सोच कुछ इस तरह की बन चुकी है की  "खुश रहने के लिए हालात अच्छे होने चाहिए, तभी हम खुश रह सकते हैं।" परंतु ऐसा नहीं है..!  मैंने ऐसे लोगों को भी बहुत खुश रहते हुए देखा है जिनके हालत खराब है। जिनके जीवन में परेशानियां अधिक है। 

1. दूसरों से तुलना करना छोड़ दें --

 हमारा अपने जीवन में दुखी रहने का सबसे बड़ा कारण है दूसरों के साथ अपनी तुलना करना। एक बड़ी समस्या है। ज्यादातर लोग इसलिए दुखी नहीं होते कि उनके पास किसी चीज की कमी है बल्कि वह इसलिए दुखी होते हैं क्योंकि वह खुद की तुलना दूसरों से करते हैं। मैं खुद लंबे समय तक इस तुलना करने वाली बीमारी से पीड़ित रहा हूं और दुखी रहा हूं।
 मैंने धीरे-धीरे प्रयास करके इस तुलना करने वाली बीमारी से अपना पीछा छुड़ाया इसके बाद मुझे सुख शांति प्राप्त हुई। मैं बाइक चलाता हूं तो फोर व्हीलर चलाते हुए अपने साथियों को देखकर दुखी हो जाता हूं। ठीक इसी तरह गरीब आदमी अमीर आदमियों को देखकर दुखी है। झोपड़ी वाला महलों वालों को देखकर दुखी है। साइकिल चलाने वाला बाइक चलाने वाले को देखकर दुखी है। क्योंकि इनकी तुलना में हम अपने आप को छोटा समझने लग जाते हैं और हमारा मन दुखी हो जाता है। यह एक मूर्खतापूर्ण खेल है जो हमारी जिंदगी में चलता रहता है और जब तक यह चलता रहता है तब तक हम दुखी और उदास रहते हैं, क्योंकि यह तुलना हमें दूसरों की अपेक्षा कमजोर और असहाय बना देती है। जो लोग अपनी जिंदगी में खुश रहने के लिए बाहरी हालात पर निर्भर रहते हैं वह जीवन में सच्ची खुशी महसूस नहीं कर सकते। हमें स्वयं अपने अंदर झांक कर देखना होगा और यह सूचना होगा कि हम किस तरह खुश रह सकते हैं। जब तक हम हमारे अंतर मन में बदलाव नहीं करेंगे तब तक खुश नहीं रह सकते। इसके लिए आप अपने जीवन शैली में कोई बनावटीपन मत लाइए आप अपने आप को सहज रखें आप जैसे हैं वैसे ही अपने को रखते हैं तो आप खुशी महसूस कर सकते हैं। ऐसा करने से आप कुदरती तौर पर खुश रहते हैं दूसरों से तुलना एक ऐसी बीमारी है जो आपको पूरी तरह रोग ग्रस्त बना देती है इसे आज ही छोड़ दें आपके दोस्तों के पास कर बांग्ला प्रॉपर्टी जो है अच्छी बात है पर आप उसमें खुश रहें जो आपके पास है। सच्ची खुशी प्राप्त करने का यह एक रामबाण फार्मूला है।

2. जिंदगी के हर रंग का मज़ा लें --

 अगर आप  मुस्करा कर, खिलखिला कर, अपना जीवन बिताना चाहते हैं, तू जिंदगी क्या हर पल का आनंद उठाइए। चाहे आपके सामने परिस्थितियों कैसी भी हो बिजनेस में घाटा हुआ हो, दुकान अच्छी नहीं चल रही हो जॉब नहीं मिल रहा हो। या आपके पास खूब सारा पैसा हो, आपकी हालत अच्छे हों, हमेशा मुस्कुराते हुए अपनी जिंदगी को मस्त होकर जिए। कोई  भी अपने आप में परफेक्ट नहीं होता, हर किसी में कुछ ना कुछ कमियां जरूर होती हैं। आपके अंदर भी कुछ कमियां जरूर होगी, मेरे अंदर भी कुछ कमियां हैं, लेकिन जो कमियां हैं उन्हें रहने दें। उन पर अपना ध्यान फोकस ना करें। अच्छा होगा कि आप कर्मियों के बजाय अपनी खूबियों पर ध्यान केंद्रित करें। उन चीजों पर फोकस करें जो आपकी व्यक्तित्व को निखारती हैं। मस्त मौला बने और जिंदगी के हर अच्छे बुरे पाल को मस्ती के साथ बितायेँ।

3. बुरे अतीत से पीछा छुड़ाएं --

 दोस्तों आपके साथ अतीत में यदि कुछ बुरा हुआ है और आप आज भी उन बातों को याद करके दुखी हैं तो यह बहुत गलत है। अतीत की बुरी बातें हमेशा हमें दुखी करती हैं और उदास कर देती है इसलिए अतीत की बुरी बातों से पीछा छुड़ाएं खुद की देखभाल करें। भविष्य में अच्छे से अच्छा करने की सोचें वर्तमान को अच्छे से जिए। थोड़ा समय अपने लिए जरूर निकले अपनी खूबसूरती बढ़ाने पर ध्यान दें। कभी-कभी अपने परिजनों और दोस्तों के साथ गप्पे लगे उनके साथ हंसी मजाक करें। तो कभी-कभी अकेले शाम गुजरे प्रकृति के बीच जाएं योग ध्यान माइंडफूलनेस का भी अभ्यास करें। अतीत की बुरी बातों को याद करके अपने वर्तमान की खुशियों को कुर्बान ना करें। अगर आप खुशी हासिल करना चाहते हैं तो अपने वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करें उसे उसे अच्छी तरीके से जिए। 

4.  खुद को माफ करना सीखें --

 खुद को माफ करना आना चाहिए यह कहना छोड़ दें कि मेरी वजह से ऐसा हो गया। मेरी वजह से गलत काम हो गया। यदि आपसे कोई गलती हो भी गई है तो यह सोच कर आकर बड़े की गलती हर इंसान से होती है उसे भूल जाना चाहिए। ऐसा करने से आपका मन एकदम हल्का रहेगा और मन पर कोई भी प्रेशर नहीं बढ़ेगा।

5.  सबके लिए अच्छा बनना ठीक नहीं --

 अक्सर हमारी ऐसी आदत होती है कि हम खुद कष्ट सहन कर लेते हैं लेकिन दूसरों को कोई कष्ट देना नहीं चाहते उनकी नजरों में अच्छे बने रहना चाहते हैं। सबके लिए अच्छे बनने की कोशिश में लगे रहने से आप अपने लिए बेहतर करना छोड़ देते हैं। आप केवल इस बात पर ध्यान दें कि अपना जीवन सरलता और सादगी के साथ जिए ऐसा करने से आपके तन और मन दोनों फिट रहेंगे आप खुशियां हासिल कर सकेंगे।

6.  अपने भीतर के बच्चे को जिंदा रखें --

 आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी खुशियों को भूल जाते हैं, हम यह भी भूल जाते हैं कि खुश कैसे रहें। आप जब कभी भी थकान महसूस करें, अपने भीतर के बच्चे को जिंदा कर ले, और कुछ देर बच्चों की तरह खिलखिला कर मस्ती करते हुए, घुड़ - दोड़ करते हुए हंसें और खेलें। किडले टिकी महत्व को समझ की डेटिंग यानी थोड़ी देर के लिए बच्चों की तरह बनकर मस्ती करना होता है यह आपको खुश रहना सिखा देगा। अतः अपने अंदर के बच्चे को कभी-कभी जिंदा रखना जरूरी होता है।

7.  मुस्कुराए --
  

     www.prernadayari.com - "छोटी सी आशा"


 अगर आप खुश रहना चाहते हैं तो एक चीज को हमेशा के लिए अपना लें और वह है -- मुस्कुराना। सुबह जवाब उठाते हैं तो सबसे पहले काम यह करें कि आप मुस्कुराए। दोस्तों आपके साथ जो लाखों करोड़ों लोग सोए थे उनमें से सभी नहीं उठ पाए। आप खुश नसीब हैं कि आप कि आप सही सलामत उठे हैं आते हैं सबसे पहले मुस्कुरा कर ईश्वर का धन्यवाद करें। यह कोई छोटी बात नहीं है, यदि आपके आसपास कोई है तो उसे देखकर मुस्कुराई बहुत से लोगों को यह बड़ा अजीब लग सकता है मगर इसका महत्व आपको तब पता चलेगा जब आपका कोई प्रिया जान रात को सोएगा पर सुबह उठ नहीं पाएगा। यह सबसे कीमती चीज है कि आप जीवित हैं, और जो भी आपके प्रिय जान आपके साथ सोए वह भी जीवित हैं यह एक शानदार चीज है।  इसके महत्व को समझें और मुस्कुराए।  लोगों से प्यार करना सीखें,  ऐसा करके आप खुशी महसूस कर सकते हैं।

8. खुश रहना अपनी जिम्मेदारी समझे --

 किसी भी इंसान की पहली जिम्मेदारी है एक - खुशमिजाज इंसान बनना। यह जीवन का बुनियादी पहलू है। अगर आप खुश नहीं है, तो अपने जीवन में क्या कर सकते हैं..? आप एक बार खुश होना सीखे, तभी जीवन में दूसरी संभावनाएं खुलती हैं। अगर आप अपने आपके लिए, अपने परिवार के लिए, और समाज व देश के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं तो सबसे पहला कार्य है कि आप खुद को एक खुश मिजाज व्यक्ति बनाएं।

9.  दूसरों की मदद करें --

 दूसरों के लिए कुछ करने या कुछ देने की भावना आपको खुशी देती है और भावनात्मक संतुष्टि प्रदान करती है जरूरी नहीं है कि यह खुशी कोई बहुत बड़ा कार्य करके हासिल की जाए यह छोटे-छोटे काम करके भी प्राप्त की जा सकती है। दूसरों की मदद करके सच्ची खुशी प्राप्त होती है जितना हो सके दूसरों की मदद करें माफ करना सीखें गलतियों को सुधारना सीखें यह छोटे-छोटे नुस्खे आपको खुशी का एहसास दिलाएंगे.दूसरों के प्रति प्यार प्रदर्शित करें, दोस्तों को गले लगाए और मुस्कुराए - "चाहतों के मेले" (प्रेरणा डायरी ब्लॉग।



 जीवन की अवधि से जुड़ी है खुशी --

"वेलबीइंग इंटरनेशनल फाउंडेशन"  की शोध रिपोर्ट -
 यह सिद्धांत बताती है कि सामाजिक प्रगति के आकलन और उसके लिए प्रभावी नीतियां बनाने के लिए दो कारक सबसे जरूरी है एक- जीवन की गुणवत्ता। और दूसरा - जीवन की लंबाई। इन्हें आजकल अंग्रेजी में "लिविंग वेल" एंड "लिविंग लॉन्ग" कहा जाता है। इस नाम से यह ज्यादा फेमस कारक है। यानी इसे  "वेल बाय अप्रोच" कहा गया है। इस सिद्धांत में जीवन की अवधि और खुशहाली के माध्यम से हैप्पीनेस को मापा जाता है। यानी खुश और प्रसन्न रहना भी संपन्नता का प्रतीक है।  वेल बीइंग इंटरनेशनल फाउंडेशन नाम की संस्था द्वारा कराए गए इस सर्वे में यह सामने आया है की खुशहाली का दृष्टिकोण जीवन की तुलना में धन को कम महत्व देता है। यह दृष्टिकोण मानव प्रगति को मापने और विभिन्न देशों के प्रदर्शन की तुलना करने का एक अधिक संपूर्ण तरीका प्रदान करता है। औसत वेलबीइंग का "जीवन प्रत्याशा" से गुणा करके इसके रिजल्टन को प्राप्त किया जाता है। इस आधार पर वर्ष 2006 से 2008 और वर्ष 2017 से 2019 के बीच प्रति व्यक्ति वेल बीइंग में वृद्धि हुई थी। जीवन प्रत्याशा में थोड़ी बढ़ोतरी के कारण ऐसा हुआ था। 


 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर


क्वेश्चन 1.  खुशी क्या होती है.?
उत्तर-  
खुशी एक सकारात्मक भावना है जो हमारे जीवन में खुशियों की अनुभूति कराती है। यह एक आंतरिक संतोष और सुकून की भावना है, जो हमें जीवन के छोटे-बड़े पहलुओं में आनंद और तृप्ति की अनुभूति कराती है। खुशी कई रूपों में आती है, जैसे कि किसी प्रियजन से मिलना, अपने शौक को पूरा करना, या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना। यह एक ऐसी भावना है जो हमें जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। तुम्हारे लिए खुशी का मतलब क्या है?

क्वेश्चन 2. जिंदगी में खुशी क्यों जरूरी है..?
उत्तर -
जिंदगी में खुशी जरूरी होती है क्योंकि यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, हमारे रिश्तों को मजबूत बनाती है, और हमें जीवन के चुनौतियों का सामना करने की ताकत देती है। खुशी हमें जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है, जिससे हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को अधिक अर्थपूर्ण बना सकते हैं।

इसके अलावा, खुशी हमें:

- तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है
- हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है
- हमारे रिश्तों को मजबूत बनाती है
- हमें अधिक उत्पादक और रचनात्मक बनाती है
- हमारे जीवन को अधिक आनंददायक और संतुष्टिपूर्ण बनाती है

इसलिए, जिंदगी में खुशी को प्राथमिकता देना और इसे बनाए रखने के लिए प्रयास करना बहुत जरूरी है।

क्वेश्चन 3. एक इंसान के लिए सबसे बड़ी खुशी क्या हो सकती है..?
उत्तर --
एक इंसान के लिए सबसे बड़ी खुशी क्या हो सकती है, यह व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद, मूल्यों और अनुभवों पर निर्भर करती है। यहाँ कुछ आम विचार हैं:

1. *परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना*: अपने प्रियजनों के साथ समय बिताना और उनके साथ जुड़ना।
2. *सफलता और उपलब्धि*: अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना और अपनी उपलब्धियों पर गर्व महसूस करना।
3. *स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती*: शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना और अपने शरीर की देखभाल करना।
4. *आज़ादी और स्वतंत्रता*: अपने निर्णय लेने और अपने जीवन को अपने तरीके से जीने की स्वतंत्रता।
5. *प्रेम और संबंध*: किसी के साथ गहरा संबंध बनाना और प्रेम महसूस करना।
6. *व्यक्तिगत विकास*: नई चीजें सीखना, अपने कौशल में सुधार करना और व्यक्तिगत रूप से विकसित होना।
7. *आध्यात्मिक संतुष्टि*: अपने जीवन को अर्थपूर्ण और उद्देश्यपूर्ण महसूस करना।

इनमें से क्या आपके लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है?

क्वेश्चन 4. दुनिया में सबसे ज्यादा खुशी कौन देता है.?

उत्तर - दुनिया में सबसे ज्यादा खुशी देने वाले लोग अक्सर वे होते हैं जो अपने जीवन में सकारात्मकता और प्रेम को बढ़ावा देते हैं। यह लोग अपने आसपास के लोगों को खुशी और समर्थन प्रदान करते हैं, जिससे उनके जीवन में भी खुशी आती है।

कुछ लोगों के लिए, खुशी उनके परिवार और दोस्तों से मिलती है, जबकि अन्य लोगों के लिए यह उनके काम या शौक से आती है। दुनिया के सबसे प्रसिद्ध लोगों में से कुछ, जैसे कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेस्सी और टेलर स्विफ्ट, अपने प्रशंसकों को खुशी देते हैं और उनके जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को अक्सर दुनिया के सबसे अच्छे और सच्चे इंसान के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिन्होंने अपने जीवन से लोगों को प्रेरित किया और उन्हें खुशी दी।

इसके अलावा, यह भी कहा जाता है कि "सबसे खुश व्यक्ति वह है जो दूसरों की खुशी को बढ़ावा देता है।" इसलिए, दुनिया में सबसे ज्यादा खुशी देने वाले लोग वे हो सकते हैं जो दूसरों के लिए अच्छा करते हैं और उनके जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। 

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