क्या करें छात्र जब मन विचलित हो..?

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 क्या करें छात्र जब मन विचलित हो..?

मन का विचलित होना एक सामान्य अनुभव है, जो अक्सर असुरक्षा (इनसिक्योरिटी), तनाव, या जीवन की अनिश्चितताओं से उत्पन्न होता है। कई बार हमारे अंदर एक प्रकार की “असुरक्षा” या डर होता है।जिसे हम शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाते। यह भावनाएँ मन को स्थिर रहने नहीं देतीं और व्यक्ति बेचैनी या घबराहट महसूस करता है। इस स्थिति को समझना और इसका समाधन खोजना जरूरी है। दोस्तों, मैं भी एक छात्र रहा हूं और आज भी मेरी जिंदगी में संघर्षों का दौर जारी है। कई दौर ऐसे आते हैं जब मेरा मन विचलित हो जाता है, और निराशा महसूस होने लगती है। इस स्थिति में मैं स्वयं जिन विधियों का उपायोंग करके, बहुत ही अच्छा और आनंददायक जीवन महसूस करता हूं, "प्रेरणा डायरी ब्लॉग" के आज के आर्टिकल में मैं आपको उन्हेी उपाय/ टिप्स/ विधियों / तरीको को बताने जा रहा हूं। उम्मीद करता हूं आपको भी यह काफी पसंद आएंगे, विचलित मन को शांत करने वाली यह बेहद कारगर विधियां हैं। मेरी सिम के द्वारा आज मारे गए अच्छे तरीके है।

अक्सर मन के विचलित होने का मुख्य कारण भीतर की असुरक्षा और चिंता होती है। यह असुरक्षा कई प्रकार की हो सकती है:

        


           प्रेरणा डायरी ब्लॉग  -  "छात्र उन्नति"


1. विचलन का कारण समझे 


• भविष्य को लेकर डर।

• असफलता का भय।

. अनजान बातों का डर।

• खुद को दूसरों से कम समझने की भावना।

• किसी महत्वपूर्ण चीज़ को खोने का डर।


 क्या करें :

• सबसे पहले, यह समझें कि यह असुरक्षा केवल आपकी सोच है, वास्तविकता नहीं।

• खुद से सवाल करें: “क्या यह डर या चिंता वास्तव में उतनी बड़ी है जितनी मैं सोच रहा हूँ?”

• अपने डर और भावनाओं को लिखें। जब आप उन्हें लिखते हैं, तो आप उन्हें स्पष्ट रूप से देख पाते हैं और समझ सकते हैं कि वे कितनी तर्कहीन हैं।


2. गहरी सांस ले ( प्राणायाम करें)


गहरी श्वास लेना मन को तुरंत शांत करने का सबसे सरल उपाय है। यह न केवल तनाव को कम करता है, बल्कि मस्तिष्क को नई ऊर्जा भी देता है।

• क्या करें:

• एक शांत जगह पर बैठें।

• अपनी आँखें बंद करें।

• धीरे-धीरे गहरी श्वास लें और छोड़ें।

• इसे 5-10 मिनट तक करें।

• लाभ:

यह मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन प्रदान करता है और बेचैनी को कम करता है। प्राणायाम से मन को स्थिरता मिलती है।

3. वर्तमान में लौटना 


मन अक्सर अतीत की गलतियों या भविष्य की चिंताओं में उलझा रहता है, जिससे वर्तमान का आनंद छिन जाता है।

• क्या करें:

• अपने आसपास की चीजों को देखें।

• प्रकृति के साथ समय बिताएं—पक्षियों की आवाज सुनें, हवा को महसूस करें।

• “मैं अभी यहाँ हूँ और मैं सुरक्षित हूँ” यह खुद से दोहराएं।

• लाभ:

यह आपके मन को वर्तमान में लाने और अनावश्यक चिंताओं को पीछे छोड़ने में मदद करता है।


4. ध्यान करें


ध्यान मन को स्थिर करने का प्रभावी तरीका है। यह मन को बेचैन विचारों से मुक्त करता है और आपको आंतरिक शांति प्रदान करता है।

• क्या करें:

• एक आरामदायक स्थान पर बैठें।

• अपनी आँखें बंद करें।

• अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करें।

• “ॐ” का जप करें।

• लाभ:

ध्यान से मन शांत होता है और नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।


5. असुरक्षा को समझें और स्वीकार करें


असुरक्षा या डर से भागने की कोशिश न करें। इसे समझें और स्वीकार करें।

• क्या करें:

• खुद को याद दिलाएं कि हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी असुरक्षा होती है।

• अपने प्रियजनों से बात करें और अपनी भावनाएँ साझा करें।

• किसी चीज़ में खुद को व्यस्त रखें, जैसे पढ़ाई, कला, या संगीत।

• लाभ:

यह असुरक्षा की भावना को हल्का करता है और मन को सकारात्मकता की ओर मोड़ता है।


6. सकारात्मक सोच और आत्म स्वीकृति 

नकारात्मक विचार मन को और विचलित कर देते हैं। इसे रोकने के लिए सकारात्मक सोच को अपनाना जरूरी है।

• क्या करें:

• हर दिन खुद को सकारात्मक बातें कहें, जैसे:

• “मैं अपनी समस्याओं का सामना कर सकता हूँ।”

• “मैं इससे बाहर निकलने का रास्ता खोज लूँगा।”

• अपनी अच्छाइयों और सफलताओं को लिखें।

• लाभ:

आत्मविश्वास बढ़ता है और मन को स्थिरता मिलती है।


8. नियमित दिनचर्या बनाएं 


मन अक्सर तब विचलित होता है जब हमारा जीवन असंगठित होता है।

• क्या करें:

• सुबह जल्दी उठें और योग करें।

• अपने दिन की एक योजना बनाएं।

• पर्याप्त आराम और संतुलित आहार लें।

• लाभ:

यह मन और शरीर दोनों को स्थिर और सक्रिय बनाए रखता है।


मन का विचलित होना स्वाभाविक है, लेकिन इसे नियंत्रण में लाना हमारी जिम्मेदारी है। असुरक्षा और अनिश्चितताओं को समझकर, गहरी श्वास, ध्यान, और सकारात्मक सोच के माध्यम से हम अपने मन को स्थिर और शांत कर सकते हैं।

जब हम अपनी भावनाओं को समझते और स्वीकार करते हैं, तब ही हम उन्हें बदलने की शक्ति प्राप्त करते हैं। याद रखें, मन को स्थिर करना एक प्रक्रिया है, और सही कदमों के साथ इसे हासिल किया जा सकता है।

     

    फोटो - प्रेरणा डायरी ब्लॉग के चीफ एडिटर केदार लाल ( सिंह साब ) अपनी पत्नी के साथ। जयपुर / पिंक सिटी, 10 दिसंबर 2024, दोपहर, नियर नारायण सिंह सर्किल।



ब्लॉग नाम - प्रेरणा डायरी ( ब्लॉग )

वेबसाइट - www.prernadayari.com

चीफ एडिटर - केदार लाल।


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