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पहचानो अपनी रुचियों कि ताकत को..। बच्चों में रुचि पैदा करने के उपाय। ( identify your intrest power)

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प्रेरणा डायरी। 1/07/2024, सोमवार। पहचानों अपनी रूचियों (Interest) कि ताकत को।  (Identify the power of interest)    प्रेरणा डायरी ब्लॉग  कि आज 22 वी पोस्ट में आप सभी मित्रों का हार्दिक स्वागत। दोस्तों, रूचियों के बारे में मेरा एक एक स्पष्ट और आजमाया हुआ कथन है कि -"हमारी रुचियाँ ही हमारा निर्माण करती है, हमें इनकी ताकत को नजरंदाज नही करना चाहिए।"यदि आपने अपने करियर का चुनाव करते समय अपनी रुचियां को विशेष महत्व दिया है तो निश्चित तौर पर आपको कामयाबी मिलने के चांस ज्यादा है। अच्छी रुचियां हमारा उत्तम निर्माण करती हैं जबकी बुरी रुचिया अर्थात बेड हैबिट्स हमारा विनाश करती है। हमारा  आज का  ये  प्रेरणादायी आर्टिकल्  आपको  "motivate"/प्रेरित  करेगा। अपनी रुचियों कि ताकत ( power) को समझने के लिए। रुचियों के बारे में पूरा अध्ययन और अनालेसिस करेगे ताकि आप भी अपनी इन खूबियों का लाभ उठा सकें ।आज के इस आर्टिकल में आप जानेंगे -- टेबल ऑफ़ कंटेंट   1. रूचि का अर्थ (मीनिंग )  2 . रूचि कि - परिभाषा । ( defination)  3. रुचियों कि विश...

क्या एक इंसान के लिए सब कुछ सम्भव है..?

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 <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4543233482420494" Rajasthan ( इंडिया)   सब... कुछ... .. सम्भव !  क्या मैं भी कर सकता हूँ..... असंभव को संभव.....?  ( Every things is possible)  दोस्तो, इस धरती पर मनुष्य के लिए कुछ भी असंभव नहीं है, हर  कार्य उसके वश का हैं, पर इंसान को कई बार अपनी ताकतो का एहसास नहीं हो पाता। आप-- दिन रात, चलते- फिरते, घूमते, सोते, जागते सेकडों मानव और प्रकृति जनित वस्तुये देखते और महसूस करते हैं।  क्या इनमे कुछ ऐसी है जो इंसान के लिए असंभव हो। दुनिया में असंभव कुछ नहीं होता।  सब कुछ सम्भव है। every things is possible। बसरते,  जिसे आप पाना चाहते है,  कोई पद, वस्तु, लक्ष्य, व्यक्ति आदि, उसके प्रति आपकी चाहत कितनी है, ये बात मायने रखती है।  एक बहुत पुरानी और सुनी सुनाई कहावत है, पर हम उसे नजरंदाज कर देते है। कहावत है "जहाँ चाह, वहाँ राह"।  अर्थात् एक व्यक्ति मन और मस्तिस्क से  कुछ भी ठान ले । कुछ भी चाहत कर ले। तो रास...

भारत का भूगोल। फॉर एग्जाम - RAS, 1grade, 2 grade, REET, SSC, cgl, police, railway etc.

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प्रेरणा डायरी ( www.pternadayari.com ) टुड़ावली, राजस्थान, 321610 , भारत। <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4543233482420494       "crossorigin="anonymous"></script> भारत -- टॉपिक लिस्ट। विषय सूची --  1. भारत - समान्य परिचय, नक्सा ज्ञान, राज्य, सीमा, पड़ोसी देश, केन्द्र सा.प्र. 2. भारत के भौतिक प्रदेश।  3. अपवाह तंत्र।  4. जलवायु।  5. भारत की मृदा।  6. वनस्पति।  7. जीव मण्डल।  8. पार्यायवरण।  9. Agriculture, कृषि ।  10. बहुउदेशीय परियोजना।  11. भारत के खनिज।  12. उद्योग।  13. ऊर्जा संसाधन।  14. भारत में जनसंख्या।  15. जानाकिय गुण।  16. भारत में नागरीकरn।  अध्याय 1 - भारत एक समान्य परिचय।  भारत का नामकरण --- भारत की सभ्यता एवं संस्कृति उतनी ही पुरानी है जितनी कि मानव उत्पत्ति। भारत की विशालता एवं तीन ओर से समुद्र से घिरा होने के कारण इसे उपमहाद्वीप की संज्ञा दी गई है। इसका प्राचीन नाम आर्यावर्त था। राजा भर...

विजयादशमी ( दशहरा)-- चरित्र और सत्य कि विवेचना का पर्व, एक प्रेरणादायी लेख।

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हिण्डौन सिटी (राजस्थान)भारत  प्रेरणा डायरी ब्लॉग,   prernadayari.com    आज कि पोस्ट   विजयादशमी  (दशहरा)  के त्योहार पर आधारित एक प्रेरणा दायक (Motivational) लेख है। जो राम और रावण जैसे महान चरित्रों से शिक्षा प्राप्त करने के लिए है। विजया दशमी हमें चरित्र ,सत्य एवं व्यक्तित्व कि तुलना का अवसर प्रदान करने वाला है। यह केवल रावण वध का त्योहार नही है। यह " बुराई पर अच्छाई कि जीत का प्रतिक है।  हमें हमारी संस्कृति के दर्शन कराता है। रावण चाहे लाख शक्तिशाली था पर उसे सत्य और धर्म के पुजारी श्री राम के सामने पराजित होना। महाभारत में भी सत्य का साथ देने वाले पांडव पुत्रों की विजय हुई थी। अन्याय और बुराई के मार्ग पर अग्रसर होने वाले कौरव विनाश को प्राप्त हुए।  राम हिंदू धर्म और संस्कृति के एक अद्भुत अवतार थे. मनुष्य के रूप में अद्वितीय थे। श्री राम मनुष्य योनि में थे, पर देवता और ईश्वरीय तत्वों से युक्त थे। वे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम थे।  क्या फ़र्क है राम और रावण में : ----- आचरण श्रीराम और रावण को मानवीय धरातल पर अलग-अलग क...

क्या होता हैं बाल अपराध....? बाल अपराध के क्या कारण है...? और बाल अपराधों को कैसे रोका जा सकता है..?

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प्रेरणा डायरी. तुड़ावाली, करौली, राजस्थान - 321610  सामाजिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कुछ कानून होते हैं इन कानून का पालन करना सबके लिए अनिवार्य होता है चाहे वह वयस्क हो या बालक। यदि वयस्क उन कानून की अवहेलना करके समाज विरोधी कार्य करता है तो उसका कार्य अपराध कहा जाता है और यदि बालक या किशोर इस प्रकार का कार्य करता है तो उसका कार्य बाल अपराध या किशोर अपराध कहा जाता है।  विभिन्न देशों में बाल अपराधियों की निम्नतम और उच्चतम आयु अलग-अलग है। भारत में इस बालक या किशोर का समाज विरोधी कार्य अपराध माना जाता है जिसकी न्यूनतम आयु 7 वर्ष और अधिकतम आयु 16 वर्ष होती है।  हम बाल अपराध और बाल अपराधियों से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा करेंगे लेकिन लिए उससे पहले एक बार यह समझते हैं कि बाल अपराध को किस तरह परिभाषित किया गया है..? 1. बाल अपराध की परिभाषाएं -- ( definition of delinquency )  1. वेलेंटाइन - " मोटे तौर पर बाल अपराध शब्द किसी कानून के भंग किए जाने का उल्लेख करता है" 2. क्लासमियर व गुडविल - "बाल अपराधी वह बालक या युवक होता है जो बार-बार उन कार्यों को करता है जो अप...