"उड़ान- कैरियर की" - (छात्रों के कैरियर से जुड़े सैंकड़ो अहम सवालों के जवाब )

प्रेरणा डायरी ब्लॉग, prernadayari.com
टुड़ावली,करौली,राजस्थान -321610


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Question 1. मेरा नाम राकेश शर्मा है। मैं 12th क्लास का स्टूडेंट हूं। 12th क्लास के बाद में मेडिकल के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहता हूं, "प्रेरणा डायरी ब्लॉग" से उचित सलाह एवं मार्गदर्शन जानना चाहता हूं...?


उत्तर - (प्रेरणा डायरी ब्लॉग से )

 नमस्कार....! सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। मेडिकल एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें डिमांड हमेशा बनी रहती है। मेडिकल क्षेत्र में अच्छा स्कोप है। 12वीं के बाद मेडिकल कोर्सेज में करियर बनाने के लिए आपके पास कई ऑप्शन है. आपके पूरे आत्मविश्वास के साथ स्वस्थ तन और मां के साथ तैयारी में जुटना होगा। 12वीं के बाद मेडिकल कोर्सेज में करियर बनाने के लिए फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों को लेना आवश्यक है। इन विषयों पर आपकी अच्छी पकड़ होनी चाहिए। 12 के बाद मेडिकल के क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठा वाला ऑप्शन एमबीबीएस है। इसके लिए यूजी नीत की परीक्षा मेरिट के आधार पर क्वालीफाई करनी होती है. आप 12वीं पास करके नीट की परीक्षा में जुड़ सकते हैं यह एक बेहतरीन ऑप्शन है आपके पास। एमबीबीएस के बाद अगर आप अपने करियर को और उड़ान देना चाहते हैं तो एचडी अथवा एस करके अपने क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन भी कर सकते हैं। स्पेशलाइजेशन के बाद आपके पास कई ऑप्शन और खुलते हैं इसी प्रकार नित क्लियर करने के बाद बीडीएस भी किया जा सकता है। इसके बाद दंत चिकित्सक बनने का अवसर प्राप्त होता है। इसमें मास्टर कोर्स भी उपलब्ध है।
 इसी के साथ आप बैचलर इन आयुर्वेदिक या फिर बैचलर इन होम्योपैथिक पाठ्यक्रमों में भी प्रवेश ले सकते हैं। इन सब के अतिरिक्त भी मेडिकल क्षेत्र में कई और अच्छे आप्शन उपलब्ध हैं। जैसे आप बैचलर इन साइकोथेरेपी, बीएससी नर्सिंग, बी फार्मा, बैचलर इन वेटरनरी साइंस, बीएससी इन फॉरेंसिक साइंस आदि कोर्स भी कर सकते हैं। यह सभी ऐसे कोर्सेज हैं जिनकी मेडिकल क्षेत्र में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में डिमांड रहती है। यह ऐसे कोर्सेज हैं कि यदि आप सरकारी नौकरी प्राप्त नहीं कर पाते हैं तो आईने के जरिए आप प्राइवेट से सेक्टर में भी अपना भविष्य बना सकते हैं। इसके अतिरिक्त भी कई और स्पेशलाइज्ड मेडिकल कोर्सेज होते हैं। आप उनकी ओर जा सकते हैं। आप अगर मेडिकल क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो इनमें से किसी एक ऑप्शन को चुन सकते हैं।

        फोटो - प्रेरणा डायरी ब्लॉग -"छात्रों की उम्मीद"


Question - 2 मेरा नाम विजय कुमार है और मैं कक्षा 12वीं का छात्र हूं। मैं यह जानना चाहता हूं कि 12वीं के बाद किस क्षेत्र में अपना करियर बनाया जा सकता है..?

उत्तर -  12वीं क्लास करियर के हिसाब से एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है ।  12वीं के बाद आप अपने स्ट्रीम के हिसाब से कोर्स चुन सकते हैं। जैसे -- आपने साइंस में 12th पास की है तो आप इंजीनियरिंग कर सकते हैं। वहीं अगर आपने कॉमर्स में 12th पास की है तो आप CA या CS का कोर्स कर सकते हैं। अगर आपने कला (आर्ट ) में 12th पास की है, तो आप बीएसटीसी करके टीचिंग लाइन में अपना कैरियर बना सकते हैं। इसी तरह और भी बहुत सारे विकल्प 12th के बाद उपलब्ध होते हैं। 12th क्लास के बाद आगे भी स्नातक स्तर पर भी अनेक कोर्स उपलब्ध होते हैं अगर आपको विज्ञान कॉमर्स या कल के क्षेत्र में रुचि है तो आप बीएससी बीकॉम या बा जैसे कोर्स कर सकते हैं। स्नातक के बाद विभिन्न सरिता में अनेक प्रोफेशनल कोर्स किए जा सकते हैं जैसे इंजीनियरिंग मेडिकल, एमबीबीएस, बीडीएस, डॉ मैनेजमेंट कोर्स जैसे - MBA, BBA, होटल मैनेजमेंट डिजाइनिंग आदि। इसके अतिरिक्त आपने जिस विषय में 12th पास की है या जिस विषय में आपकी रुचि है उसे विषय में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करके भी आप आगे बढ़ सकते हैं। 12th के बाद करियर के विभिन्न विकल्प खुले रहते हैं आप अपनी रुचि और अपने विषय के हिसाब से किसी एक सही क्षेत्र का चुनाव करके आगे बढ़ सकते हैं। 
     
Question - 3 मैं इतिहास ऑनर्स का छात्र हूं। मेरा सवाल यह है कि जो छात्र सिविल सर्विसेज की तैयारी में असफल हो गए हैं, उन्हें क्या करना चाहिए..?

उत्तर - सिविल सर्विसेज में सफल न होने पर छात्रों को निराश नहीं होना चाहिए। जरूरी नहीं है कि एक क्षेत्र में सफलता नहीं मिलने पर दूसरे क्षेत्र में भी असफलता हाथ लगे। अगर सिविल सर्विसेज में आपको असफलता मिली है तो आप अन्य क्षेत्रों का रख कर सकते हैं और वहां आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं बशर्तें आप आत्मविश्वास के साथ अपनी शुरुआत कीजिए। असफलता तभी मानी जाएगी जब आप स्वयं को असफल मान लेते हैं। यूपीएससी में बैठने के बाद आपने जो अनुभव प्राप्त किए हैं उनसे कुछ सीखिए। इस परीक्षा में एक नए संकल्प जोश और आत्मविश्वास के साथ दोबारा बैठिए। उन गलतियों को दोहराने से बच्चे जो आपने पहले के प्रयासों में दोहरे हैं किसी अच्छे कोचिंग संस्थान से कोचिंग ले सकते हैं। यहां आपको पढ़ाई के साथ-साथ उचित मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा। अपनी राइटिंग स्किल्स एवं लैंग्वेज पर विशेष ध्यान दें और उत्तर को फैक्ट्स के साथ लिखें। उत्तर लिखने की कला आपकी विकसित होनी चाहिए। जो स्टूडेंट कम अंकों से रह जाते हैं उसका कारण यही होता है। सिविल सर्विसेज की तैयारी के समय एक बात ध्यान रखें कि सदैव अच्छी और स्टैंडर्ड बून से अध्ययन करें, तथा नियमित मॉक टेस्ट देते रहें। अपनी जनरल नॉलेज को बढ़ाएं और अपडेट रहें। सोच हमेशा पॉजिटिव रखें अध्ययन में एकाग्रता समय प्रबंधन आत्मविश्वास में पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर ध्यान दें। अगर यूपीएससी में बैठने के अवसर खत्म हो चुके हैं तब भी कई करियर ऑप्शन आपके पास उपलब्ध रहेंगे। इसलिए चिंता नहीं करें और नए जोश के साथ नए क्षेत्र में शुरुआत करें। नए क्षेत्र के लिए नई स्किल सीखिए और अपने आप को प्रोडक्टिव कार्यों में व्यस्त रखिए।

Question -3 मुझे मेडिकल से जुड़े ऐसे कोर्स के बारे में बताएं जिनकी गवर्नमेंट सेक्टर में अच्छी डिमांड हो..?

उत्तर - मेडिकल में अनेक ऐसे कोर्स है जिनकी ने केवल सरकारी बल्कि प्राइवेट सेक्टर में भी अच्छी डिमांड रहती है। भारत में चिकित्सा क्षेत्र में सुधार की काफी कोई गैस है और पिछली कुछ दशकों में तेजी से चिकित्सा क्षेत्र में सुधार हो रहा है। अब छोटे-छोटे  कशबो में भी आपको कई अस्पतालों के दर्शन हो जाएंगे। कुछ दशक पहले तक बड़े कसबे और शेरों की भी चुनिंदा स्थानों पर ही अस्पताल हुआ करते थे वह भी अधिकतर सरकारी। बड़े शहरों में तो हर कॉलोनी में आपको अस्पताल मिलेंगे। इसलिए इस फील्ड से जुड़ी डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ और इससे संबंधित टेक्निकल स्टाफ की मांग भी बढ़ रही है। आप सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर में मेडिकल डिपार्टमेंट में नौकरी लग सकते हैं।
 लेकिन आप सरकारी क्षेत्र मे जाने की इच्छुक हैं वह रुचि रखते हैं, पुलिस के लिए आप निम्न में से कोई एक कोर्स कर सकते हैं। इन सब की किसी न किसी रूप से राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के मेडिकल विभागों में होने वाली भर्तियों में खासी अहमियत होती है। इनमें से कुछ चुनिंदा मैं आपको बता रहा हूं जैसे --

1. एमबीबीएस
2. बीडीएस
3.बीएससी नर्सिंग
4. बैचलर ऑफ़ फिजियोथैरेपी
5. बी फार्मा
6. बैचलर इन होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी
7 बैचलर ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी
8. डिप्लोमा इन मेडिकल लैबोरेट्री

आदि कोर्स उपलब्ध है।

 यह ऐसी कुछ कोर्स है जिनकी सरकारी एवं प्राइवेट दोनों सेक्टरों की हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में अच्छी मांग रहती है। अंकुश उनको करने के बाद आप सरकारी क्षेत्र में जब प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही डॉक्टर जैसी हाई प्रोफाइल वाली जॉब भी आप इस क्षेत्र में प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रोफाइल की जॉब में पैसा, इज्जत,शोहरत सब है। वैसे भी डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है। सरकारी क्षेत्र में मेडिकल के क्षेत्र में आप अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। इसी क्षेत्र से जुड़ी एक नई तकनीकी में भी काफी छात्र नौकरियां प्राप्त कर रहे हैं - फार्मेसी एंड रेडियोलॉजी। इसमें भी करियर के अवसर मौजूद हैं। मेरे बताए हुए इन कोर्स में से कोई एक कोर्स करने के बाद, आप उसी की सरकारी नौकरी के लिए अपने अच्छे प्रयास कीजिए। ताकि सरकारी नौकरी के और अच्छे बेहतर अवसर प्राप्त हो सके।.


  question 4. मैं राजस्थान के करौली जिले  का रहने वाला छात्र हूँ। मेरी रुचि फॉरेस्ट विभाग में है और मैं फॉरेस्ट विभाग में अपना कैरियर बनाना चाहता हूं, इसमें मेरे लिए क्या-क्या संभावना है, कृपया बताएं..?

  उत्तर - अगर आपकी रुचि फॉरेस्ट विभाग में है तो आप इसमें भी अपना कैरियर बना सकते हैं। फॉरेस्ट विभाग वनों के विस्तार वनों की उत्पादकता बढ़ाने एवं पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के विकास पर ध्यान केंद्रित करता है। फॉरेस्ट विभाग का नाम आते ही हमारे मन में केवल कुछ ही बातें आती है जबकि फॉरेस्ट विभाग भी एक विस्तृत विभाग है। फॉरेस्ट विभाग में जिन विषयों का अध्ययन किया जाता है उनमें बहुत से रोचक चीजें भी शामिल है, जैसे --

 - प्लांटेशन
- फॉरेस्ट्री।
 - एग्रो फॉरेस्ट्री
 - इकोलॉजी।
 - बायोडायवर्सिटी।
- फॉरेस्ट एवं वुड साइंस।
 - वाइल्डलाइफ साइंस
 - फॉरेस्ट मैनेजमेंट।
 - क्लाइमेट चेंज।

 फॉरेस्ट विभाग में करियर बनाने के लिए बीएससी के बाद वुड साइंस एवं टेक्नोलॉजी वर्ल्ड लाइफ साइंस फॉरेस्ट मैनेजमेंट में पीजी जैसे कोर्स भी होते हैं। जिसके बाद उच्च स्तर के फॉरेस्ट विभाग जॉब उपलब्ध होते हैं। फॉरेस्ट विभाग से जुड़े हुये कोर्स करवाने वाले शीर्ष संस्थाओं के नाम में आपके यहां पर बता देता हूं --
 
  1. भारतीय वन प्रबंधन संस्थान, भोपाल.
  2. वन अनुसंधान  संस्थान, देहरादून।
  3. डॉ यशवंत सिंह परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, 
    सोलन 
  4. कॉलेज ऑफ़ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी        कोटा।

  आप फॉरेस्ट विभाग में जाने के लिए साइंस से 12वीं उत्तीर्ण करके फॉरेस्ट में बीएससी एवं एमएससी कर सकते हैं इसके अलावा बीएससी के बाद एग्रोफोरेस्ट्री फॉरेस्ट प्रोडक्ट ट्री इंप्रूवमेंट में एमएससी या फॉरेस्ट मैनेजमेंट में पीजी करने का विकल्प भी आपके पास रहेगा। आगे फॉरेस्ट विभाग में आप विभिन्न विषयों पर शोध कार्य भी कर सकते हैं।

 फॉरेस्ट विभाग में नौकरियां --

 आप अपनी पूरी पढ़ाई करने और फॉरेस्ट विभाग की डिग्री लेने के बाद कई अच्छी नौकरियां प्राप्त कर सकते हैं। जैसे --
 
   1 फॉरेस्ट ऑफिसर।
   2.  रेंजर।
   3. रिसोर्स टेक्नीशियन
   4. वर्ल्ड लाइफ ऑफिसर
   5. IFS ( इंडियन फॉरेस्ट सर्विस)
   6.  वन अधिकारी।
   7. वनपाल।
   8. वन रक्षक।


Question 5. मैं राजस्थान के भरतपुर जिले का निवासी छात्र हूँ। मेरा नाम रमेश अग्रवाल है। मैंने अच्छे प्रतिशत के साथ 12th पास की है और कॉलेज में दाखिला लिया है। मैं कॉलेज में भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। कृपया मुझे बताएं कि मैं कैसे अपने कॉलेज में अव्वल रह सकता हूं..?

उत्तर - नमस्कार दोस्त। सबसे पहले तो आपको इस बात कि बधाई कि आपने अच्छे प्रतिशत के साथ 12th क्लास उत्तीर्ण की है हालांकि आपने अपना प्रतिशत नहीं बताया। दोस्तों, हर विद्यार्थी का सपना होता है कि वह स्कूल ओर कॉलेज में सबसे आगे रहे..! सबसे अच्छे अंक प्राप्त करें…! अगर आपकी भी यही इच्छा है तो मैं आपको कुछ बेहतरीन टिप्स बता रहा हूं आप इन बातों को फॉलो करके अपने कॉलेज स्तर पर बेहतर ओर उम्दा प्रदर्शन कर सकते हैं।

1. नियमित अध्ययन करें  -

 अगर आप कॉलेज में बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं। तो आपको नियमित अध्ययन की आदत अपनाी नहीं होगी। कॉलेज के अधिकतर स्टूडेंट परीक्षा के दिनों में ही तैयारी करते हैं, बाकी का पूरा वर्ष वह अपनी मौज मस्ती में ही निकाल देते हैं। अगर आप बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं तो आपको वर्ष भर अध्ययन करना होगा, भले ही आप रोज तीन घंटे ही पड़े. परीक्षा नजदीक आने पर ही पढ़ाई करेंगे ऐसा बिल्कुल ना सोच इससे समय पर पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पाता और शैक्षणिक प्रदर्शन प्रभावित होता है।

2. पढ़ाई के दौरान टीवी देखना, सोशल मीडिया,मोबाइल का उपयोग न करें।

3. एकाग्रता के साथ पढ़ाई करें-

 बेहतर प्रदर्शन के लिए एकाग्रता बहुत जरूरी होती है। आप एकाग्रता के साथ अध्ययन करें। पढ़ाई के दौरान अपने घर में या स्टडी रूम में शांति रखें। एकाग्रता के साथ पढ़ी हुई चीज लंबे समय तक याद रहती हैं।

4. अपनी सिलेबस के ऐसे टॉपिक जिम आपका नॉलेज काम है उन्हें अधिक से समय दें। जिन टॉपिको के बारे में आपको पहले से नॉलेज है, उन्हें कम समय दें।

5. पड़ी हुई चीजों का बार-बार रिवीजन करते रहें।

6. कम समय में ज्यादा जानकारी याद रखने के लिए आप पर रखने की बजाय उन्हें गहराई से समझने का प्रयास करें। समझी हुई चीज लंबे समय तक याद रहती है. जो की छुट्टी हुई चीजों को हम जल्दी भूल जाते हैं। एग्जाम के समय रति हुई चीज बोलने की पूरी संभावना रहती है। अति चीजों को समझने का प्रयास करें।

7. अपने सिलेबस को जल्दी कर करने के लिए नियमित क्लास ले। कम समझ में आने वाली टॉपिको पर टीचर के साथ डिस्कशन करें।

8. कहते हैं स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है अति अच्छी पढ़ाई के साथ-साथ यह भी बहुत जरूरी है कि आप अपने स्वास्थ्य की देखभाल अच्छी तरीके से करें। स्वास्थ अच्छा रहने पर पढ़ाई भी अच्छी होती है।

8. मैं आपको बताना चाहता हूं की बिना दृढ संकल्प के चुनौतियों का सामना करना बहुत मुश्किल होता है। हमेशा अपनी ऐसी सोच रखें की सफलता के लिए हर चुनौती का डटकर सामना करना है। इस आपको मानसिक रूप से अपनी कॉलेज में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सहारा मिलेगा।



Question 6. मैं एक छात्र हूं और मेरी रुचि एनवायरमेंटल साइंस में है। मैं प्रेरणा डायरी ब्लॉग से यह जानना चाहता हूं कि " एनवायरमेंटल साइंस में करियर की क्या-क्या संभावना है..?

उत्तर ( प्रेरणा डायरी ब्लॉग से )
 एनवायरमेंटल साइंस एक अच्छा विषय है। दुनिया भर में उत्पन्न हो रहे पर्यावरणीय संकट के कारण इस विषय का विश्व स्तर पर महत्व बड़ा है। पर्यावरण अध्ययन में करियर की नई संभावनाएं खुल रही है। पर्यावरण अध्ययन एक व्यापक विषय है जिसमें कई छोटे-मोटे विषय शामिल हैं। पर्यावरण विज्ञान भी कई विषयों से मिलकर बनता है जिसमें स्थिति की भौतिकी रसायन विज्ञान जीव विज्ञान मृदा विज्ञान वायुमंडल विज्ञान तथा भूगोल से संबंधित टॉपिक शामिल होते हैं। एनवायरमेंटल साइंस में पर्यावरण के अध्ययन के साथ-साथ पर्यावरण की समस्याओं का समाधान तलाश ने की प्रयासों को भी सिखाया जाता है इस तरह इसमें एक व्यापक क्षेत्र कार्य करता है। आप चाहे तो इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते हैं। इसमें काफी संभावनाएं विद्यमान है जबकि नई संभावनाएं खुल रही है। इसके लिए देश की टॉप शिक्षण संस्थानों से पर्यावरण विज्ञान में  अध्ययन कर सकते हैं। टॉप इंस्टिट्यूट के नाम में नीचे बता रहा हूं --

1. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस, बैंगलोर।
2. जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली।
3. दिल्ली विश्वविद्यालय।
4. मुंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी, मुंबई।
5. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली।
6. जामिया मिलिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली।
7. वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया, देहरादून।

 एनवायरमेंटल साइंस में कोर्सेज --
 एनवायरमेंटल साइंस में बीएससी कर सकते हैं आप इस विषय में एमएससी भी कर सकते हैं। इससे आगे आप अध्ययन करना चाहते हैं तो आप मैच में पीएचडी भी कर सकते हैं और आगे अपने लिए एक बड़ा आधार तैयार कर सकते हैं।

 पर्यावरण वेदों के लिए कई क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मौजूद हैं। जैसे -

- पर्यावरण वैज्ञानिक।
- पर्यावरण सलाहकार।
- प्रकृति संरक्षण अधिकारी।
- पर्यावरण कार्यकर्ता।
-  सस्टेनेबिलिटी कंसलटेंट।
- वॉटर क्वालिटी साइंटिस्ट
- वेस्ट मैनेजमेंट ऑफिसर।

यह कुछ ऐसे पद थे जिनके बारे मैं जानता हूं। आप चाहे तो जूनून के साथ तैयारी करके इन पदों पर नौकरी प्राप्त करके अच्छा वेतन और एक नई और अलग पहचान बना सकते हैं। इस फील्ड में एक फायदा यह भी है कि आप पर्यावरण वैज्ञानिक के तौर पर एग्रीकल्चर, वाटर मैनेजमेंट, इकोलॉजी, जलवायु विज्ञान, सहित कई क्षेत्रों में काम कर सकते हैं, नौकरी प्राप्त कर सकते हैं, और अपनी एक अलग पहचान भी बना सकते हैं।


Question 7. मैं इंटीरियर डिजाइनर बनना चाहता हूं, इसके लिए मुझे क्या करना होगा, कौन कौन से कोर्स करने होंगे..? कृपया बताएं..?

उत्तर --
 आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसका घर और ऑफिस कुछ अलग नजर आए। कुछ हटकर दिखाई दे। और इस काम को हर कोई नहीं कर सकता। अपने घर को खूबसूरत बनाने के लिए हमें एक इंटीरियर डिजाइनर की जरूरत पड़ती है। आजकल इस क्षेत्र में इसको तेजी से बढ़ रहा है। बड़े शहरों और महानगरों में इसका चलन अधिक है। इसीलिए इस फील्ड में करियर की काफी संभावना है। अगर आप भी इसमें कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप बैचलर ऑफ फाइन आर्ट, इंटीरियर डिजाइनिंग, बैचलर ऑफ़ अप्लाइड साइंस, बैचलर ऑफ़ एनवायरमेंटल डिजाइन, बैचलर का इंटीरियर डिजाइन, मास्टर ऑफ़ आर्ट इन अप्लाइड डिजाइन, इंटीरियर एंड स्पेशल डिजाइन, इंटीरियर आर्किटेक्चर जैसे कोर्स करके अपना अच्छा करियर बना सकते हैं।

 इंटीरियर डिजाइनर बनने के लिए योग्यता --

 इंटीरियर डिजाइनर कोर्स करने के लिए स्टूडेंट को किसी भी सरिता से 12वीं में काम से कम 50 फीस दी अंकों से पास होना जरूरी है। इस फील्ड में डिप्लोमा एवं डिग्री दोनों तरह के कोर्स उपलब्ध हैं आप अपनी इच्छा के अनुसार चुनाव कर सकते हैं। डिप्लोमा कोर्स 1 वर्ष का जबकि डिग्री डिजाइन कोर्स 3 वर्ष के होते हैं। यदि आप मास्टर डिग्री करना चाहते हैं तो आवश्यक अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरूरी है। इसके बाद आप संबंधित संस्थान से मास्टर डिग्री कर सकते हैं।

 टॉप शिक्षण संस्थान --

1. राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान अहमदाबाद।
2. भारतीय कला एवं डिजाइन संस्थान नई दिल्ली।
3.भारतीय फैशन और डिजाइन संस्थान चंडीगढ़।
4. इंटरनेशनल स्कूल आफ डिजाइन दिल्ली।
5. अंतरराष्ट्रीय फैशन डिजाइन संस्थान नई दिल्ली।

 इंटीरियर डिजाइनिंग में डिग्री और डिप्लोमा करवाने वाले यह टॉप शिक्षण संस्थान हैं आप किसी एक का चुनाव कर सकते हैं। इसके अलावा भी हर राज्य और देश भर में सैकड़ो शिक्षण संस्थान हैं, जो इंटीरियर डिजाइनिंग के कोर्स करवाते हैं।
 इंटीरियर डिजाइनिंग का चित्र नया विकसित होता हुआ क्षेत्र है इसमें आप अध्ययन करके अपना उज्जवल भविष्य बना सकते हैं तथा प्राइवेट एवं सरकारी नौकरियां प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि इस फील्ड में प्राइवेट जॉब की अधिकता है, मुकाबले सरकारी जॉब के।

Question 8. साइंस स्ट्रीम से 12वीं के बाद कैसे बने फूड टेक्नोलॉजिस्ट..?

उत्तर - आज के समय में फूड इंडस्ट्री काफी फल फूल रही है. प्रोसैस्ड फूड पर बढ़ती निर्भरता के चलते फूड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में करियर की काफी संभावनाएं देखी जा रही है. फूड टेक्नोलॉजिस्ट फूड सेफ्टी और क्वालिटी को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इस क्षेत्र में जाने के लिए आप साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने के बाद फूड टेक्नोलॉजी में बीएससी ऑनर्स, पीजी डिप्लोमा इन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी और एग्री बिजनेस मैनेजमेंट जैसे डिग्री अथवा डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं।
 फूड टेक्नोलॉजी में कोर्स करवाने वाले टॉप शिक्षण संस्थान -
1.  दिल्ली यूनिवर्सिटी दिल्ली।
2.  इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी दिल्ली।
3. बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी।
4. कानपुर यूनिवर्सिटी कानपुर।
5. कोलकाता विश्वविद्यालय कोलकाता।
6. सेंट्रल फूड टेक्नोलॉजी रिसर्च इंस्टीट्यूट मैसूर।

 फूड टेक्नोलॉजी के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, मैथ से 12वीं करने के बाद बीटेक बीइ फूड टेक्नोलॉजी अथवा बीएससी इन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी या फिर बीएससी इन फूड केमेस्ट्री का कोर्स कर सकते हैं। कुछ कोर्स ऐसे हैं जिनके लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होता है जैसे बीटेक बीइ में प्रवेश के लिए जेइइ। इसके अलावा कुछ संस्थान अपने स्तर पर भी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं जिनमें duet व जेएनयू आदि शामिल है।
 इन पुरुषों को करने के बाद फूड प्रोडक्शन, फूड प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री में फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर के प्रोफाइल पर कार्य कर सकते हैं। निजी कंपनियों और सरकारी विभागों में फूड इंस्पेक्टर के पद पर कार्य कर सकते हैं।

Question 9. मैं एक छात्र हूं। मुझे अंग्रेजी से डर लगता है। अंग्रेजी का पेपर देते वक्त मुझे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए..?

उत्तर -  दोस्तों कई सब्जेक्ट स्कोरिंग होते हैं, जैसे मैथ। इंग्लिश के पेपर में भी आप बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं इसके लिए मैं खास तौर से इसी सब्जेक्ट को ध्यान में रखते हुए आपके लिए कुछ टिप्स तैयार किए हैं। आईए जानते हैं की इंग्लिश का पेपर हल करते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए--

1. प्रश्न को पढ़ने के बाद उसे बेहतर ढंग से समझने का प्रयास करें ताकि आप सटीक उत्तर लिख सके। ध्यान रखें व्यर्थ की बातें लिखने के बजाय उत्तर में सिर्फ काम की बातें लिखें।

2. कंप्रीहेंशन प्रश्नों को हल करने के लिए पैराग्राफ को पढ़ते समय प्रश्नों में पूछी गई चीजों को मन में रखें इससे आंसर ढूंढने में आसानी रहेगी।

3. लेटर राइटिंग के लिए फॉर्मेट, कंटेंट, एक्सप्लेन और एक्यूरेसी का ध्यान रखें।

4. जो सवाल अच्छे से आते हैं उन्हें पहले हल करें लेकिन नंबरिंग पर विशेष ध्यान दें।

5. अच्छी उत्तर लिखने का प्रयास करें और अपनी राइटिंग को अच्छी रखें।

6. एनालिटिकल पैराग्राफ के लिए इंट्रो में टॉपिक के बारे में लिखें अंत में अच्छा निष्कर्ष देकर आंसर को खत्म करें.

7. ग्रामर लगभग 10 नंबर की होती है जिसमें टेंस, स्पीच मॉडल प्रीपोजिशन, आर्टिकल, डिटरमिनेशन, सब्जेक्ट वर्क पर सवाल आते हैं। इन ए एग्जाम से पहले अच्छे ढंग से तैयार करें।

8. अच्छी हैंडराइटिंग उत्तरों को प्रभावित बनती है जिससे अच्छी मार्किंग मिलती है।

Question 10. नॉटिकल साइंस में करियर की क्या संभावना है..?
उत्तर - अगर आपको समुद्र की तेज लहरों के बीच रहना पसंद है तो बीएससी नॉटिकल साइंस क्षेत्र आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प साबित हो सकता है। इस विषय का संबंध यात्रा के दौरान जहाज के जल मार्ग नॉटिकल चार्ट के अध्ययन ब्रिज से शिप के नियंत्रण, नौकायन, बर्थिंग, डॉकिंग, डॉग संबंधी गतिविधियों के साथ सिप कार्गो की लोडिंग और अनलोडिंग से होता है। इसमें करियर बनाने के लिए पब्लिक सेफ्टी एंड सिक्योरिटी ज्योग्राफिकल नॉलेज, ट्रांसपोर्टेशन के मेथड और कॉन्सेप्ट, पर्सनल कस्टमर सर्विस प्रोवाइड करने की समझ ज्योग्राफिकल नॉलेज आदि होना जरूरी है। इस कोर्स को करने के लिए 12वीं पास होना जरूरी है तथा 12th क्लास में फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स में काम से कम 55% से 60% अंक होने अनिवार्य हैं। कुछ कॉलेज एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते हैं तो किसी में डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है वहीं विदेश में एडमिशन के लिए GRE और जीएमटी स्कोर की आवश्यकता होती है। स्कूल को करने के बाद जहां तक नौकरियों का सवाल है तो आप डेक क्रेडिट, चीफ ऑफिसर, कैप्टन, आदि प्रोफाइल पर नौकरी कर सकते हैं इसके अलावा प्राइवेट और गवर्नमेंट दोनों क्षेत्र में जॉब के अवसर हैं प्राइवेट सेक्टर में मर्चेंट नेवी, जहाज निर्माण कंपनी, आदि में वर्क कर सकते हैं।
 नॉटिकल साइंस में प्रशिक्षण और कोर्स करवाने वाले संस्थानों में इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी मुंबई, इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी चेन्नई, इंटरनेशनल मैरिटाइम इंस्टीट्यूट नोएडा, हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैरिटाइम ट्रेंनिंग चेन्नई आदि प्रसिद्ध है।

Question 10. मैं 22 वर्षीय छात्र आशीष गुप्ता हूं। मुझे लगता है कि मेरी पर्सनालिटी अच्छी नहीं है। जब कभी मैं आईने के सामने खड़ा होता हूं तो मुझे लगता है कि मेरी नाक अच्छी नहीं है तो कभी लगता है कि मेरा रंग रूप अच्छा नहीं है कभी मुझे लगता है कि मेरी कद काठी ठीक नहीं है। मैं "प्रेरणा डायरी ब्लॉग" से अपनी इस समस्या पर मार्गदर्शन चाहता हूं..?

उत्तर - खुद को आईने के सामने देखकर सिर्फ अपनी कमियों को ढूंढने के बजाय अपनी खूबियों को नोटिस करें। जब आप आईने के सामने खड़े हो तुम नकारात्मक सोने के बजाय अपनी अच्छाइयों को फोकस करें और यह सोचें कि मेरी नाक अच्छी है, मेरी कद काठी भी बहुत शानदार है, मेरा रंग रूप अच्छा है और मैं एक बहुत खूबसूरत छात्र हूं। जवाब इस तरह की सोचना शुरू करेंगे तो कुछ ही महीना में आपका माइंडसेट चेंज हो जाएगा। फिर भी अगर आपको ऐसा लगता है कि कहीं सुधार की जरूरत है, तो उसे पर ध्यान दें. सुधार करने में पीछे ना रहे। आप अपनी फिटनेस पर भी वर्क कर सकते हैं। खुद से प्यार करना और खुद को स्वीकार करना बेहद जरूरी है इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। हर दिन पॉजिटिव सोच और अपने अंदर की खूबियों पर फोकस करें। इससे आपकी सोच सकारात्मक होगी। आपके अंदर अच्छी बदलाव दिखाई देंगे। आप अपनी पर्सनालिटी को लेकर आने वाले नकारात्मक विचारों को रोक। आज के बाद आप एक काम यह करें कि जब भी आईने के सामने खड़े हो अपने पर्सनालिटी में कमियां निकालने की अपेक्षा अपनी पर्सनालिटी की मन ही मन मै तारीफ करें। अपनी खूबियों के बारे में सोचें और प्रसन्नता महसूस करें। कुछ ही महीना में आप में सकारात्मक बदलाव आएंगे ऐसी में उम्मीद करता हूं।

Question 11. मैं इलेवंथ क्लास में पढ़ने वाला छात्र हूं मेरी सवाल पूछने की गंदी आदत है मैं जिस भी मिलता हूं उसे धड़ाधड़ बहुत सारे सवाल पूछ लेता हूं। मेरी इस आदत के कारण मुझसे मिलने वाले लोग परेशान हो जाते हैं। मैं आपसे यह जानना चाहता हूं कि मैं अपनी इस आदत को किस तरह ठीक कर सकता हूं..?

उत्तर - दोस्त मैं आपको बताना चाहता हूं कि आपकी अधिक सवाल पूछने की आदत है तो यह आपकी सीखने की इच्छा और जिज्ञासा से जुड़ी हुई बात है, जो गलत नहीं है। अधिक सवाल करना जिज्ञासु प्रकृति को इंगित करता है। लेकिन यदि आपकी इस आदत से लोग ए सहज हो रहे हैं तो आप अपनी बातचीत में संतुलन बनाने की कोशिश करें। आप अत्यधिक और व्यर्थ के सवाल पूछने के बजाय रुचिकर सवाल पूछना शुरू करें। सवाल पूछने से पहले सोचें कि क्या सामने वाले के लिए रुचिकर और प्रासंगिक है। जब भी किसी से बातचीत करें तो अपने मन में यह सोच लें कि सवाल जरूर भर के ही करेंगे इससे आपको अपनी इस आदत पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

Question 12. मेरा नाम रश्मि जैन है और मैं 12वीं साइंस की छात्रा हूं। भविष्य में मैं सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हूं, इसके लिए प्रेरणा डायरी से मार्गदर्शन चाहती हूं। कृपया मुझे उचित सलाह दें..?

उत्तर - नमस्कार रश्मि। सवाल पूछने के लिए आपका धन्यवाद। जिंदगी में हर इंसान का लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए और आपकी सबसे अच्छी बात यह है कि 12th क्लास में ही आपने अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है - " कि मुझे सिविल सर्विसेज में जाना है"।
 सबसे पहले आप अपने इंटरेस्ट को देखें और यूपीएससी मॉडल और सिस्टम को समझने का प्रयास करें। यूपीएससी के एग्जाम और पेपर पेटर्न किस तरीके का है, इस बात को सबसे पहले समझे। यूपीएससी में आप अपने पेपर पर अच्छी पकड़ बनाएं। फिलहाल अपनी 12वीं की पढ़ाई को गंभीरता से लेते हुए इसमें अच्छे मार्क्स प्राप्त करने के लिए मेहनत करें। इसके बाद आप ग्रेजुएशन करें। इसे आप रेगुलर भी कर सकते हैं या प्राइवेट माध्यम से भी स्नातक कर सकते हैं। साथ ही सिविल सेवा के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सिलेबस के आधार पर नोट्स तैयार करें। स्वयं की तैयार किए हुए नोटिस अहम भूमिका अदा करते हैं और रिवीजन में मददगार होते हैं। अगर कोई समस्या आती है तो आप समय-समय पर मार्गदर्शन भी ले सकते हैं अपनी रुचि वे लक्ष्य को ध्यान में रखना आवश्यक है लेकिन यह बात ध्यान रखें कि अभी आपके पास समय है और अपने ज्ञान को भड़काने ना दें। अपने लक्ष्य पर कायम रहे इस तरह आप मौजूद क्लास में भी अच्छे अंक हासिल कर पाएंगे। 

Question 13.  मेरा नाम पूजा कुमारी है। मैं आईआईटी प्लेसमेंट के लिए तैयारी कर रही हूं मुझे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...?

उत्तर - JEE परीक्षा की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को आईआईटी प्लेसमेंट के बारे में पता होना चाहिए। इसमें अच्छे ग्रेड से पास होने वाले स्टूडेंट को देश दुनिया की टॉप कंपनियों में लाखों करोड़ों के पैकेज वाली नौकरी मिल जाती है, लेकिन बदलते दौर के साथ इसकी प्लेसमेंट प्रक्रिया में काफी बदलाव आया है। अब इसके केंपस प्लेसमेंट में आईटी सेक्टर वाली कंपनियों का रुझान कम हो गया है लेकिन प्रक्रिया अभी खत्म नहीं हुई है। जी पास करने के बाद रैंक और चॉइस के आधार पर देश के टॉप आईआईटी में एडमिशन मिलता है। बीटेक कोर्स के दौरान रिपोर्ट्स, ग्रेड एवं प्रोजेक्ट के आधार पर किसी कंपनी में नौकरी मिलती है।
 सितंबर के महीने में फ्री प्लेसमेंट टॉक ( पीपीटी ) होती है जहां कंपनियां स्टूडेंट को जॉब के बारे में जानकारी देती हैं कि दौरान कंपनियों फ्री प्लेसमेंट ऑफर देता है जिससे स्टूडेंट को सीधे नौकरी मिल जाती है।
 आईआईटी में प्लेसमेंट का पहला स्टेप जुलाई में शुरू होता है जिसे ऑन बोर्डिंग कहते हैं। इसमें कंपनियां रजिस्ट्रेशन करती हैं फिर फाइनल ईयर स्टूडेंट का जुलाई के दूसरे हफ्ते में रजिस्ट्रेशन और अगस्त तक रिज्यूम जमा किए जाते हैं। अगर आप रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं तो IIT पोर्टल पर रजिस्टर करें। जहां कंपनियां जब और इंटर्नशिप नोटिफिकेशन जारी करती हैं इसमें आवेदन करने के बाद कंपनियां बायो डाटा चैक करती हैं। शॉर्ट लिस्ट होने वाले छात्रों को इंटरव्यू देना होता है कंपनियां सिलेक्टेड छात्रों को ऑफर लेटर भेजती हैं। नवंबर-दिसंबर में प्लेसमेंट शुरू होता है ओर अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिलती है।

Question 14. मेरा नाम दीपक शर्मा है और मैं बीए फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट हूं। मुझे पढ़ाई के साथ-साथ यूट्यूब चैनल बनाकर उसे पर वीडियो डालना अच्छा लगता है। मैं यूट्यूब पर अपना चैनल बनाना चाहता हूं. कृपया मुझे बताएं कि मैं शुरुआत कैसे करूं..?

 

    

       फोटो - प्रेरणा डायरी ब्लॉग के चीफ एडिटर केदार लाल
                 कि पत्नी ओर बेटी।
                 3 दिसंबर 2024, टाइम - 4:15 PM, टुड़ावली 



उत्तर - आप अपनी BA की पढ़ाई को अच्छे तरीके से कंप्लीट करें। अगर यूट्यूब चैनल बनाने में आपकी रुचि है तो यह एक अच्छी बात है। आप अपनी पढ़ाई के साथ बचे हुए समय में अपना यूट्यूब चैनल शुरू कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको एक अच्छा सा नाम तय करना पड़ेगा उसके बाद यह तय करें कि आपका चैनल किस विषय पर होगा जैसे - शिक्षा, मनोरंजन, गेमिंग, ब्लॉगिंग, कुकिंग, नॉलेज आदी। इसके बाद आप अपनी वीडियो बनाना शुरू कर सकते हैं वीडियो बनाने के लिए आपके पास एक अच्छा स्मार्टफोन या कैमरा माइक्रोफोन होना जरूरी है ताकि आपके वीडियो की क्वालिटी बेहतर आए। फिर वीडियो की एडिटिंग के लिए सॉफ्टवेयर का उपयोग करें, और वीडियो के टाइटल, एक्सप्लेनर और टैक्स में सही कीवर्ड डालें ताकि लोग वीडियो को आसानी से ढूंढ सकें। इसके साथ-साथ अपने दर्शकों से भी जुड़े रहे और उनके कॉमेंट्स के जवाब दें समय-समय पर उनकी हेल्प करें। इसके साथ ही आप सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के मध्य अपने चैनल का प्रचार करें ताकि अधिक से अधिक लोग आपको जान सके। यह शुरुआती और बेसिक स्टेप्स है इन्हें फोलो करके आप अपने यूट्यूब चैनल शुरू कर सकते हैं और एक अच्छी शुरुआत के साथ आप पैसे भी कमा सकते हैं।

Question 15. मेरा नाम पूनम गुप्ता है। मैं जब भी कोई काम करती हूं तो खुद पर भरोसा नहीं कर पाती, यही लगता रहता है कि ठीक से हो पाएगा या नहीं। ऐसे में मेरे काम उल्टे बिगड़ जाते हैं, "प्रेरणा डायरी ब्लॉग"से निवेदन करती हूं कि उचित सलाह दें...?

उत्तर - नमस्कार, सवाल पूछने के लिए आपका धन्यवाद। बेटा,.. अपने विलियम शेक्सपियर का नाम सुना होगा। उन्होंने एक बात कही थी कि हमारे मन के अंदर उत्पन्न होने वाले संदेह बड़े धोखेबाज होते हैं। जब मन में संदेह उत्पन्न होने लगते हैं, तो भरोसा खत्म होने लगता है। बिना भरोसे के हमें सबसे पहले तो प्रयास करने से ही डर लगता है और यदि हम प्रयास करते भी हैं तो सफलता नहीं मिलती। पढ़ाई ही नहीं आपको कोई भी काम करने के लिए सबसे पहले खुद पर भरोसा होना चाहिए। इसके लिए आप अपना आत्मविश्वास बढ़ायें। आप सुबह शाम ध्यान करें, और एकांत में बैठकर मन ही मन यह बात अपने आप से बोले कि मैं किसी भी कार्य को करने में सक्षम हूं..और मैं कुछ भी कर सकती हूं..। इस सोच के साथ कार्य करने से आपके काम भी नहीं बिगड़ेंगे और धीरे-धीरे आपको अपने आप पर भरोसा होने लगेगा। आपको अपना भरोसा मेंटेन करने के लिए मैं कुछ शॉर्ट टिप्स बता रहा हूं, जो काफी लाभदायक है आप इन्हें करके देख सकते हैं -

1. अपने मन में उत्पन्न होने वाले संदेहों को दूर करें।

2. डर से दूरी बनाकर रखें। हमेशा याद रखें -"डर के आगे जीत है"।

3. अपने कार्यों और अध्ययन को आत्मविश्वास के साथ करें।

4. कभी-कभी दोस्तों के ग्रुप के बीच में बैठे हैं और वहां खूब हंसी मजाक करें।

5. नकारात्मक विचारों के प्रति जागरूक रहे।

6. सोच के पैटर्न को बदलें।

7. अपनी खूबियों की सूची बनाएं, उन पर गर्व करें और यह रोज यह सोचें कि मैं कुछ भी कर सकती हूं।

8. अपनी कोई उपलब्धि हो तो उसे याद करें, इससे खुद पर भरोसा होने लगेगा।

9. अपने आप को अनमोल समझे..! अपने आप को बेहतरीन समझें..! इस तरह की समझ और सोच आपको अपने आप पर भरोसा करने के लिए तैयार करेगी।
 अगर आप इन छोटे-छोटे प्रयासों को करेंगे तो धीरे-धीरे आपको अपने आप पर भरोसा होने लगेगा।


Question 16. मैं एक छात्र हूं। मेरी समस्या यह है कि मुझे गणित विषय से बहुत डर लगता है, और नंबर काम आते हैं। कृपया बताएं कि इस कमी को दूर करने के लिए मैं क्या करूं..?

उत्तर - नमस्कार,
 सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। गणित एक ऐसा विषय है जिससे लगभग सभी को डर लगता है। मैं खुद भी गणित विषय से डरने वाले छात्रों में शामिल रहा हूं। और मैंने यह महसूस किया है कि अगर किसी विषय के प्रति हमारे मन में डर है तो उसे तुरंत दूर करना चाहिए वरना यह दर अंत तक बना रहता है। और उसे विषय में हम कभी भी अच्छे परिणाम नहीं दे सकते। आप अभी दसवीं कक्षा के छात्र हैं, और आप चाहे तो इस दर को दूर कर सकते हैं। रही बात परीक्षा में अच्छे नंबरों की तो इसके लिए मैं आपको कुछ खारघर उपाय बता रहा हूं जिन्हें आप अपना कर सुधार कर सकते हैं -

1. फॉर्मूला का गणित में बड़ा महत्व है। फॉर्मूलों को बार-बार लिखकर याद करें साथ ही प्रैक्टिकल एप्लीकेशन को भी समझे।

2. गणितीय ट्रिक और शॉर्टकट के माध्यम से सवालों को हल करें इससे आपकी स्पीड बनेगी और सभी प्रश्न हल हो जाएंगे। समय के अभाव में छूटने वाले प्रश्न, नहीं छूटेंगे।

3. ज्यामिति और त्रिकोणमिति के सवालों को हल करते समय चित्र बनाएं इससे सवाल को समझने में आसानी रहेगी और गलती की संभावना कम होगी। डायग्राम बनाकर और लिखकर याद की हुई चीज लंबे समय तक याद रहती हैं।

4. यूट्यूब चैनल गणित के ऐप्स और वेबसाइट का प्रयोग भी कर सकते हैं जहां पर ट्यूटोरियल के माध्यम से पढ़ाया जाता है।

5. गणित एक समझने का विषय है। इसे समझ कर पढे। आप फॉर्मूलों को रट सकते हैं।

6. एग्जाम हॉल में आपका मन सेट और सेल्फ कॉन्फिडेंस दोनों बहुत अच्छे होने चाहिए इन चीजों का काफी फर्क पड़ता है।

7. परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर पढ़ने के लिए मिलने वाले 15 मिनट का सही प्रयोग करें हर प्रश्न का उत्तर कैसे देना है इसका एक पूरा खाका अपने दिमाग में बना ले।

8. जो प्रश्न अच्छे से आते हैं उसे नंबर डालकर पहले हल करें। रफ कार्य के लिए हर एक पेज पर मार्जिन बनाकर रखें।

9. छोटी-छोटी ट्रिक, फार्मूले, टिप्स आदि की एक डायरी बना कर रखें। यह किसी रजिस्टर में एक जगह लिख लें। और एग्जाम के समय कई बार इनका रिवीजन करें। इस तरीके से समय भी कम खर्च होगा, और रिवीजन भी अच्छा होगा।

10. एग्जाम के लिए अलग से नोटिस भी बनाएं।

11. अपने पास एक कार्ड बना कर रखें। जिसमें फार्मूले थिअरीज और आइडेंटिटी को लिखें और इन्हें रोज एक बार पढ़े ताकि दिमाग में सेट हो जाए। 


 क्वेश्चन 17.  मैं एक छात्र हूं और अपने वेट को लेकर बहुत चिंतित रहता हूं। इसके कारण में पढ़ाई तथा अन्य किसी काम पर फोकस नहीं कर पाता। कृपया कोई अच्छी एडवाइस दें..?

उत्तर - फिट रहना एक अच्छी बात है, अपने स्वास्थ्य को लेकर हमें सजग रहने की जरूरत है, लेकिन किसी भी चीज का असर जब मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने लगे तो उसे पर ध्यान देने की जरूरत होती है। किसी चीज की अत्यधिक चिंता और बेवजह चिंता नुकसानदायक होती है। आप अपने वेट को कम करने के प्रयास करें, बजाय चिंता करने के। वेट कम करने के लिए आप दौड़ना शुरू करें, एक्सरसाइज करें व्यायाम का सहारा लें, अपनी डाइट को कंट्रोल करें। फिटनेस को लेकर आपके मन में जो भी विचार आते हैं उन्हें लिख ले। ताकि आपकी चिंताएं कम हो जाएगी। वेट के बारे में अधिक न सोचकर दूसरे कामों में अपने ध्यान को लगाये। अगर फिर भी आपके सामने समस्या बनी रहती है तो अपने निकटतम मनो चिकित्सक से संपर्क करें।

   फोटो-  प्रेरणा डायरी ब्लॉग के चीफ एडिटर केदार लाल           



क्वेश्चन -18.  रीट परीक्षा की तैयारी कैसे करें..? कृपया मार्गदर्शन करें।

उत्तर -  REET राजस्थान में शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा है। इस भर्ती के दो स्तर है। स्तर 1 ( कक्षा 1 से 5 )और स्टर 2 ( कक्षा 6 से 8 ) रीट भर्ती परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे जाते हैं इसकी पात्रता भर्ती में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। और उसमें सभी के लिए 60% अंक लाना अनिवार्य है कुछ विशेष जनों को छूट है। स्तर- 1,  में बाल विकास, शिक्षा शास्त्र भाषा, गणित, और पर्यावरण से संबंधित प्रश्न होते हैं,जबकि स्तर -2, में विज्ञान और सामाजिक अध्ययन एवं गणित भी जोड़े जाते हैं। तैयारी के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र अत्यंत लाभदायक साबित होते हैं। इसी महीने के अंत में ( फरवरी 2025 ) राजस्थान में  REET पात्रता परीक्षा का आयोजन होने वाला है। रीट में बेहतर तैयारी के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र, मॉक टेस्ट,  अभ्यास टेस्ट,  एनसीईआरटी की पुस्तक, और राजस्थान बोर्ड की पुस्तकों का अध्ययन विशेष उपयोगी साबित होने वाला है। आप राजस्थान में चलने वाली कक्षा 6 से 12वीं तक की पुस्तकों का अध्ययन कर लेते हैं तो तैयारी काफी अच्छी होगी। इन पुस्तकों से बड़ी संख्या में प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके अतिरिक्त आप राजस्थान का विशेष नॉलेज अर्जित करें। क्योंकि रीट भर्ती परीक्षा राजस्थान राज्य की ओर से आयोजित होती है अतः राजस्थान से संबंधित इतिहास, भूगोल, कला एवं संस्कृति के विषय में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। राजस्थान जीके से पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या भी काफी होती है। इसलिए अपने राजस्थान जीके के पार्ट को मजबूत रखें।. नियमित मॉक टेस्ट दिन इसी परीक्षा की गति और सटीकता में सुधार होता है। टेस्ट देने से हमें हमारी कमियां पता चलती हैं। और हम परीक्षा से पहले ही इनमें सुधार कर सकते हैं। आप ऑनलाइन टेस्ट सीरीज भी ज्वाइन कर सकते हैं इसके अतिरिक्त ऑनलाइन कोचिंग का सहारा भी ले सकते हैं। टेस्ट सीरीज वह प्लेटफार्म है जो परीक्षा पैटर्न के अनुसार हमें डालते हैं और कमजोर क्षेत्र को सुधारने में हमारी मदद करते हैं। तैयारी के साथ-साथ आसान मित्र रहे और हमेशा अच्छी परिणाम की उम्मीद रखें और उसी के अनुरूप मेहनत भी करें।


क्वेश्चन 19. मैं 21 वर्षीय छात्र रोहित अग्रवाल हूँ। मैं जयपुर शहर का रहने वाला हूँ और मैं यह जानना चाहता हूं कि मैं सिविल सेवा में कैसे सफलता हासिल करूं..?

उत्तर - सिविल सेवा की परीक्षा में सफलता के लिए विभिन्न विषयों की समझ के साथ-साथ लेखन कौशल भी आवश्यक होता है। आपकी मदद के लिए मैं यहां पर कुछ टिप्स शेयर कर रहा हूं जो आपके काम आएंगे।

1. यूपीएससी परीक्षा के लिए भूगोल इतिहास राजनीति विज्ञान अर्थशास्त्र और साइंस जैसे विषयों पर अच्छी पकड़ होना जरूरी है। इसीलिए इन विषयों पर खूब ध्यान दें। 10th 11th और 12th की एनसीईआरटी बुक ओं का अध्ययन करें। इससे आपके बेसिक क्लियर हो जाएंगे।

2. यूपीएससी परीक्षा में सफलता के लिए लेखन कौशल का विकसित होना बहुत जरूरी है। आप नियमित रूप से लेखन का अभ्यास करें। याद किए गए उत्तरों को कॉपी में लिखकर अभ्यास करें। यूपीएससी में उत्तरों को निश्चित शब्द सीमा में लिखना होता है। उत्तर में भाषा सरल एवं रोचक होनी चाहिए।

3. अंग्रेजी और हिंदी भाषा पर अपनी पकड़ मजबूत रखें।

4. दोस्तों यूपीएससी में करंट अफेयर्स का बड़ा महत्व है। यह सफलता में अहम भूमिका अदा करता है। इंटरव्यू में भी करंट अफेयर्स के मुद्दों पर चर्चा की जाती है। अटैक करंट अफेयर्स पर विशेष ध्यान दें इसके लिए मैं आपको एक बेहतरीन तरीका बताता हूं। आप नियमित रूप से प्रतिष्ठित समाचार पत्र पत्रिकाओं का अध्ययन करें। आप राजस्थान के रहने वाले हैं तो राजस्थान पत्रिका और दैनिक भास्कर अखबार नियमित रूप से पढ़ें। इसके अतिरिक्त किसी न्यूज मैगजीन का अध्ययन भी नियमित रूप से करें। प्रतियोगिता दर्पण, योजना एवं कुरूक्षेत्र मैगजीन का अध्ययन करें। सामान्य ज्ञान की अच्छी पुस्तकों का भी अध्ययन करें।

5. टीवी पर कुछ समय के लिए न्यूज़ डिबेट्स परिचय समाचार एवं शैक्षणिक चैनलों कुछ देखते रहे।

6. अपनी पर्सनालिटी को भी विकसित करें व्यक्तित्व विकास के लिए सॉफ्ट स्किल्स विकसित करें इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी भाग ले सकते हैं।

7. यूपीएससी परीक्षा के टॉपर को अपना रोल मॉडल बनाएं। टॉपर की इंटरव्यू देखें एवं उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करें अच्छी शिक्षकों से भी मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।

8. यूपीएससी परीक्षा में सफलता को अपना लक्ष्य बनाएं और अनुशासन में रहे नियमित अध्ययन करें तथा सकारात्मक सोच रखें। लक्ष्य के प्रति आसान वित्त रहे। आत्मविश्वास को बनाए रखें और कठिन परिश्रम करें।

9. सिलेबस को हमेशा अपने पास रखें। समय पर अपने पाठ्यक्रम को पूरा करें। परीक्षा देते वक्त आत्मविश्वास बनाए रखें। अच्छे दोस्तों के साथ ग्रुप बनाकर अध्ययन करें। 



क्वेश्चन 20. मैं दसवीं कक्षा में हूं इंग्लिश में मेरी काफी रुचि है। पर मैथ्स में कमजोर हूं। मैं आईएएस बनना चाहता हूं क्या इससे मेरे करियर पर प्रभाव पड़ेगा। मुझे अपने सपने हासिल करने के लिए क्या करना चाहिए..?

-श्याम कुमार सिंह, ईमेल से

उत्तर -- अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत आत्मविश्वास और लगन की जरूरत होती है.आइएएस की तैयारी करने और आइएएस बनने के लिए मैथ्स की बहुत अधिक जानकारी की जरूरत नहीं होती। सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के सीसैट पेपर में दसवीं स्तर के मैथ्स पर आधारित कुछ सवाल होते हैं, जिन्हें आप आसानी से हल कर सकते हैं। आगे भी मैथ्स की कोई बहुत ज्यादा जानकारी या विशेषज्ञता की जरूरत नहीं होती। न ही इसका आपके करियर पर कोई असर ही पड़ेगा। इसलिए इस विषय से डरने की कतई जरूरत नहीं है। हालांकि आप इसे अपनी कमजोरी मानने की बजाय इच्छाशक्ति से इसे अपनी ताकत बना सकते हैं। जहां तक अपने सपने को हासिल करने की बात है, तो आप अभी से हर विषय में अपनी नॉलेज बढ़ाने (रटने नहीं) पर ध्यान दें। इसके लिए एनसीईआरटी की किताबों, अखबारों, पत्रिकाओं, आधिकारिक ऑनलाइन न्यूज पोर्टल्स आदि के जरिए जानकारी जुटाएं। और फिर उसी अनुसार अपने नॉलेज के स्तर को बढ़ाकर आप अपने सपने को हकीकत में बदल सकते हैं।

Question 21. मैं 10वीं कक्षा का छात्र हूं और मुझे गणित पसंद नहीं है। मैं अपने करियर को एक पायलट के रूप में बनाना चाहता हूं। क्या मैं 11वीं कक्षा में अपने विषय के रूप में जीव विज्ञान लेकर एक पायलट बन सकता हूं?

मधुर सिंह, ईमेल से

उत्तर -- एनडीए के जरिए पायलट बनने के लिए बारहवीं में पीसीएम होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि एक पायलट को मशीनों/उपकरणों के बारे में जानना जरूरी होता है, जिसके लिए मैथ्स और फिजिक्स की जानकारी आवश्यक होती है। आप पुन: विचार कर लें और अगर पायलट बनने का ही जुनून है, तो पीसीएम में रुचि लेने और बढ़ाने का प्रयास करें।

क्वेश्चन 21. मैं यूपी बोर्ड से आर्ट साइड से बारहवीं कर रही हूं। मुझे गवर्नमेंट एडवोकेट बनना है। क्या इसके लिए मुझे क्लैट देना होगा? क्लैट के जरिए क्या मुझे दिल्ली का गवर्नमेंट कॉलेज मिल जाएगा? इसकी फीस के बारे में भी बताएं।

-नियति सिंह, ईमेल से

उत्तर - आप बारहवीं के आधार पर ‘क्लैट’ यानी कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट में शामिल हो सकती हैं। इसके आधार पर आपको पांच वर्षीय लॉ कोर्स में एडमिशन मिल सकता है। क्लैट में मेरिट में ऊपर आने पर आप अपनी पसंद के कॉलेज का विकल्प चुन सकती हैं। वह दिल्ली का गवर्नमेंट कॉलेज भी हो सकता है। इसके लिए आपको क्लैट के पेपर्स की तैयारी पर कम से कम छह महीने पहले से ध्यान देते हुए इसकी नियमित तैयारी और प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करना चाहिए। क्लैट के पिछले वर्षों के प्रश्न आपको इसकी साइट से मिल सकते हैं। फीस के बारे में आप कॉलेज/संस्थान की वेबसाइट से पता कर सकती हैं। जहां तक सरकारी वकील बनने की बात है, तो कई राज्यों में लोक सेवा आयोग द्वारा इसके लिए एपीओ परीक्षा ली जाती है।

क्वेश्चन 22. मैं 12वीं कक्षा बायोलॉजी से पास की है और नीट की तैयारी कर रहा हूं। क्या इसके अलावा में नर्सिंग फिजियोथैरेपी कर सकता हूं या कुछ और करना चाहिए..?

उत्तर -- यदि आप नित की तैयारी कर रहे हैं और एमबीबीएस या बीडीएस में प्रवेश नहीं मिलता है, तो हताश होने की जरूरत नहीं है। आपके पास और भी कई ऑप्शन खुले हुए हैं। आप बीएससी नर्सिंग, बी.पी.टी. यानी बैचलर आफ फिजियोथैरेपी, बी.एम.एल.टी. यानी मेडिकल लब टेक्नोलॉजी या पैरामेडिकल कोर्स कर सकते हैं यह आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। बीएससी नर्सिंग एक सुरक्षित और डिमांड वाला विकल्प है। खासकर यदि आप अस्पताल लिया सरकारी सेवा में जाना चाहते हैं। बीएससी नर्सिंग किए हुए मेरे कुछ परिचित छात्र सरकारी अस्पतालों में नौकरी लग चुके हैं। बीपी यानी बैचलर आफ फिजियोथैरेपी आज के समय में खेल के क्षेत्र ऑर्थोपेडिक और पुनर्वास चिकित्सा में काफी डिमांड पर हैं। अगर आप लब डायग्नोस्टिक या मेडिकल टेक्नोलॉजी में रुचि रखते हैं, तो इस जगह भी आप अपना करियर सेट कर सकते हैं। आप कुछ पैरामेडिकल कोर्स जैसे ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी, रेडियोलॉजी, डायलिसिस तकनीक जैसे कोर्स भी कर सकते हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में उनकी काफी डिमांड रहती है।



क्वेश्चन 22. मैं 12वीं कक्षा आर्ट्स विषय में भूगोल,अंग्रेजी,राजनीति विज्ञान, जैसे विषयों के साथ पास की है मेरी रुचि कानून और स्टेनोग्राफर बनने की है कृपया मेरा मार्गदर्शन करें..।

उत्तर - अगर आप वकील या न्याय से जुड़े क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो आप बी. ए. एलएलबी. यानी 5 वर्षीय कानून की पढ़ाई कर सकते हैं। अगर ग्रेजुएशन के बाद आप यह करते हैं तो आपको 3 वर्ष का अध्ययन करना पड़ता है लेकिन 12th क्लास के बाद यह 5 वर्षीय कोर्स होता है। इसके लिए क्लेट एमएचसीईटी लॉ या फिर अपने राज्य की प्रवेश परीक्षा देनी होती है। इस कोर्स के बाद आप वकील कानूनी सलाहकार न्यायिक सेवा जैसे पदों पर जा सकते हैं। 
 वहीं अगर आपकी रुचि टाइपिंग और शॉर्टहैंड में है तो आप 6 से 12 महीने तक स्टेनोग्राफी कोर्स कर सकते हैं इसके बाद आप एसएससी स्टेनोग्राफर परीक्षा दे सकते हैं। उच्च न्यायालय स्टेनोग्राफर सेवा में जा सकते हैं। या कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षाएं दे सकते हैं जिनके माध्यम से सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। इस क्षेत्र में जाने के लिए आपको हिंदी या अंग्रेजी में टाइपिंग स्पीड 80 से 100 शब्द प्रति मिनट करनी होगी।

Question 23.  मेरा नाम राजेंद्र कुमार है और मैं राजस्थान का निवासी हूं। मेरा बेटा नीट यूजी की तैयारी कर रहा है। हम सभी इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं।
हमें क्या करना चाहिए कृपया सुझाव दें..?
उत्तर -नीत यूजी परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट को सबसे ज्यादा माता-पिता का साथ और भरोसे की जरूरत होती है। उनका विश्वास ही छात्रों के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा होती है। मैं सभी पेरेंट्स के लिए कुछ जरूरी बातें बता रहा हूं। आप इन छोटी छोटी बातों को ध्यान रखेंगे तो परिणाम अच्छे ही होंगे। 

1. सकारात्मक माहौल बनाएं

 परीक्षा से पहले घर में शांत, सहयोगी, और प्रेरणादायक वातावरण रखें कोई भी बहस या शोर शराबा ना हो। घर में हंसी-खुशी का माहौल होना चाहिए। 

2. बच्चों की भावनाओं को समझें 

 अक्सर परीक्षाओं के दिनों में बच्चे तनाव, घबराहट या उलझन का शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में कई पेरेंट्स उल्टा बच्चों को डांटने लग जाते हैं। आप ध्यान रखें यदि ऐसी स्थिति हो तो बच्चों को डांटे नहीं बल्कि उनके साहस सहानुभूति वाला बर्ताव रखें। प्यार से उनकी समस्याओं को सुने और समाधान ढूंढने में मदद करें।

3. सही दिनचर्या में मदद करें 

 बच्चों को सही समय पर उठाना, पौष्टिक खाना देना, आराम करने का समय याद दिलाना, इन सब बातों में सहयोग करें। अगर आप इन बातों का ध्यान रखते हैं तो इन सब चीजों का बच्चों के मन पर सकारात्मक असर पड़ेगा और अच्छे परिणाम हासिल होंगे।

4. मूल्यांकन की जगह प्रेरणा दें 

 तू पास होगा या नहीं..? तुझे कितने प्रतिशत अंक हासिल होंगे..? परीक्षा के दिनों में बच्चों से इस तरीके सवाल ना करें। बल्कि उसे यह कहें कि- तू मेहनत कर रहा है, तुझे सफलता जरूर मिलेगी। एक दिन तुम कामयाब इंसान बनोगे।

5. फोन और टीवी पर नियंत्रण

 बच्चों के टीवी और मोबाइल के उपयोग पर नजर रखें। उन्हें डांटे नहीं लेकिन प्यार से यह बात समझाएं कि बेटा एग्जाम के दिनों में इन चीजों से माइंड डाइवर्ट होता है। अगर मोबाइल पर ऑनलाइन कोई टॉपिक समझना हो तो ठीक है, बाकी इन से दूरी बना कर रखे।

6. पढ़ाई में हस्तक्षेप न करें 

 बच्चों की पढ़ाई और विषयों के चुनाव में अनावश्यक हस्तक्षेप न करें। पढ़ाई रुचि से होती है ना कि दबाव से। बच्चों को अपनी रुचि के अनुसार अपने पाठ्यक्रम को तैयार करने दे। उन्हें अपना स्वयं का तरीका अपनाने दें।

7. अध्ययन के बीच में छोटे ब्रेक लेने दे

 अध्ययन से बोर होने के बाद यदि बच्चा थोड़ा टहलने या बात करना चाहे तो उसे समय आप उसकी मदद करें उसके साथ बैठे और थोड़ी हंसी मजाक करें तथा उसके साथ सकारात्मक बातचीत करें।

8. भोजन और नींद पर ध्यान रखें

 हमारा यह कर्तव्य है की परीक्षा के दिनों में बच्चों को हल्का, पाचनयुक्त, और ताजा तथा पौष्टिकता प्रदान करने वाला भोजन दें। याद रखें स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का निवास होता है। पौष्टिक भोजन उन्हें मानसिक रूप से थमने नहीं देगा। 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना बेहद आवश्यक है।

9. परिणाम की चिंता ना करें

 बच्चों को बताएं कि यह अंत नहीं है, जीवन में और भी मौके आते हैं। जिंदगी में सफलता अर्जित करने के लिए हमें कई विकल्पों खुला ला रखना चाहिए। इस तरह का आसान सन देने से बच्चे मानसिक दबाव में नहीं आएंगे।



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