कौन कौन सी खास बातें सिखाये 12 साल तक के स्टूडेंटस को..?


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 कौन-कौन सी खास बातें सीखायें 12 साल तक के स्टूडेंट को..?
Tips : हर मां बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे संस्कारी बनें। लेकिन बच्चों को संस्कारी बनाने के लिए उनके बचपन में ही मां-बाप को प्रयत्न करना चाहिए। क्योंकि एक दिन में किसी के भी बच्चे संस्कारी नहीं बनते। अगर आपको अपने बच्चों को संस्कारी बनाना है तो उन्हें बचपन से अच्छी आदतें सिखानी होंगी।
क्योंकि जब आप बच्चों को बचपन में अच्छे संस्कार देते हैं तो यह संस्कार अंत तक उनके साथ रहते हैं। इसलिए हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि आप शुरू से ही (Child upbringing habits) बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार देने का विस्तार करें ताकि समाज में वह आपका नाम रोशन करें। आज हम आपको उन 4 आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बचपन में ही आपको अपने बच्चों को सिखा देना चाहिए। 
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12 साल की उम्र से पहले बच्चों को सिखा दें ये 10 बातें, नहीं तो बाद में होगा पछतावा

बच्चों के जीवन में 12 साल की उम्र काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि इसके बाद उनके किशोरावस्था का सफर शुरू होता है। इससे पहले सीखी हुई बातें ही उनके आगे के विचारों को गढ़ने में मदद करते हैं। ऐसे में कुछ बातें (Parenting Tips) ऐसी होती हैं जो बच्चों को 12 साल की उम्र से पहले जरूर सिखा देनी चाहिए। आइए जानें क्या हैं वो बातें।

        बच्चों को जरूर सिखाएं ये 10 जरूरी              बातें 

HIGHLIGHTS

  1. बच्चों के लिए 12 साल की उम्र काफी अहम होती है।
  2. 12 साल के बाद किशोरावस्था शुरू हो जाती है।
  3. बच्चों को 12 साल की उम्र से पहले कुछ बातें जरूर सिखा देनी चाहिए।

प्रेरणा डायरी ब्लॉग : बारह साल की उम्र एक महत्वपूर्ण मोड़ होती है, जहां बच्चे किशोरावस्था की ओर बढ़ते हैं। इस उम्र तक बच्चों को कुछ खास बातें (Essential Things For Kids) सिखा देना बेहद जरूरी होता है, जो उनके जीवन में आगे चलकर बहुत काम आती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही 10 महत्वपूर्ण बातें (Life Skills For Kids) जो हर माता-पिता को अपने बच्चों को 12 साल की उम्र से पहले सिखा देनी चाहिए।

आत्मविश्वास का महत्व

बच्चों को यह समझाना चाहिए कि वे क्या कर सकते हैं और क्या नहीं। उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना सिखाएं। उन्हें छोटे-छोटे लक्ष्य तय करने और उन्हें हिसाल करने के लिए प्रेरित करें। आत्मविश्वास उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाता है।

जिम्मेदारी का बोध

बच्चों को घर के छोटे-छोटे कामों में शामिल करें, जैसे कि अपना कमरा साफ करना, बर्तन धोना आदि। इससे उन्हें जिम्मेदारी का बोध होगा और वे घर की जिम्मेदारियों को बांटना सीखेंगे।


समस्या का समाधान कैसे करें

बच्चों को समस्याओं का सामना करने और उनके समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें अलग-अलग दृष्टिकोण से सोचना सिखाएं। इससे वे भविष्य में आने वाली किसी भी समस्या का समाधान आसानी से ढूंढ पाएंगे।

दूसरों का सम्मान करना

 बच्चों को दूसरों का सम्मान करना सिखाए। अपने बच्चों में यह आदत डाल दो कि वह अपने से छोटे हो या बड़े सब की प्रति सम्मान का भाव रखें। 

सहयोग करना

बच्चों को दूसरों के साथ मिलकर काम करना सिखाएं। उन्हें टीम वर्क का महत्व समझाएं। इससे वे दूसरों के साथ अच्छे संबंध बना पाएंगे और मिल-जुलकर काम करना भी सीखेंगे।

असफलता से सीखना

बच्चों को यह समझाएं कि असफलता जीवन का एक हिस्सा है। उन्हें असफलता से निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि उससे सीखकर आगे बढ़ना चाहिए।

पैसे का महत्व

बच्चों को पैसे का महत्व समझाएं। उन्हें यह बताएं कि पैसे कैसे कमाए जाते हैं और कैसे खर्च किए जाते हैं। उनमें बचत करने और बजट बनाने की आदत डालें।

समय का महत्व

बच्चों को समय का महत्व समझाएं। उन्हें समय पर काम करने और समय का सदुपयोग करने की आदत डालें। इससे वे अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम होंगे।

स्वस्थ आदतें

बच्चों को स्वस्थ आदतें अपनाने के लिए प्रेरित करें, जैसे कि नियमित रूप से एक्सरसाइज करना, समय पर सोना और जागना, हेल्दी डाइट लेना आदि। इससे वे स्वस्थ रहेंगे और ज्यादा एनर्जेटिक महसूस करेंगे।

पॉजिटिव सोच

बच्चों को सकारात्मक सोच रखने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें यह समझाएं कि पॉजिटिव सोच से वे किसी भी मुश्किल परिस्थिति का सामना कर सकते हैं।

 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर 

Question 1.  बच्चों को अच्छी बातें सीखने के लिए कैसे प्रेरित करें.?
उत्तर - 
बच्चों को अच्छी बातें सीखने के लिए प्रेरित करने के लिए यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:

1.उदाहरण प्रस्तुत करें

बच्चे अपने माता-पिता और अभिभावकों को देखकर सीखते हैं। इसलिए, आप खुद अच्छी बातें करके बच्चों को प्रेरित कर सकते हैं।

2. प्रोत्साहित करें 

बच्चों को उनकी अच्छी बातों के लिए प्रोत्साहित करें और उनकी प्रशंसा करें। इससे उन्हें अच्छा करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।

3.सीखने का माहौल बनाएं

बच्चों के लिए सीखने का माहौल बनाएं, जहां वे नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित हों।

5. बच्चों की रुचियों को समझें

 बच्चों की रुचियों को समझें और उन्हें उनकी रुचियों के अनुसार सीखने के अवसर प्रदान करें।

6. प्रेरक कहानियाँ सुनाएं

 बच्चों को प्रेरक कहानियाँ सुनाएं जो उन्हें अच्छी बातें सीखने के लिए प्रेरित करेंगी।

7. बच्चों को जिम्मेदारी दें

बच्चों को जिम्मेदारी देने से उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास होगा और वे अच्छी बातें सीखने के लिए प्रेरित होंगे।

8. सीखने के अवसर प्रदान करें

बच्चों को सीखने के अवसर प्रदान करें, जैसे कि किताबें पढ़ना, खेल खेलना, और नई चीजें सीखना।

9. बच्चों की प्रगति को ट्रैक करें

 बच्चों की प्रगति को ट्रैक करें और उन्हें उनकी प्रगति के बारे में बताएं। इससे उन्हें अपनी प्रगति को देखने और अच्छी बातें सीखने के लिए प्रेरित होने में मदद मिलेगी।

10.  बच्चों को प्यार और समर्थन दें

बच्चों को प्यार और समर्थन देने से उन्हें सुरक्षित और समर्थ महसूस होगा, जिससे वे अच्छी बातें सीखने के लिए प्रेरित होंगे।

11.  धैर्य रखें

बच्चों को सीखने में समय लगता है, इसलिए धैर्य रखें और उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करते रहें।


Question 2. बच्चों में 12 साल की उम्र क्यों महत्वपूर्ण  होती है.?

उत्तर - किशोर और छात्रों की उम्र का 12 से 18 वें साल की जो उम्र होती है, यह जीवन में सबसे अहम होती। क्योंकि इस अवस्था का जो दौर होता है उसे "किशोरावस्था" के नाम से जाना जाता है। प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक स्टेनली हॉल् ने किशोर अवस्था को "संघर्षों, दबाव,तथा तूफानों की अवस्था कहा है। ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि इस अवस्था में एक किशोर में होने वाले अधिकांश शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं। वह बहुत जल्दी ही अच्छी या बुरी आदतों का शिकार हो सकता है। इसी अवस्था में एक किशोर में महानता या पतन की ओर जाने के बीज पड़ते हैं। 
 शिक्षा के नजरिए से भी 12 साल की उम्र काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि इसके बाद उनके किशोरावस्था का सफर शुरू होता है। इससे पहले सीखी हुई बातें ही उनके आगे के विचारों को गढ़ने में मदद करते हैं। ऐसे में कुछ बातें (Parenting Tips) ऐसी होती हैं जो बच्चों को 12 साल की उम्र से पहले जरूर सिखा देनी चाहिए।



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