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जनवरी 12, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जीवन बदलने की थेरेपी - सकारात्मक सोच

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प्रेरणाडायरी.कॉम <स्क्रिप्ट async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4543233482420494"      क्रॉसऑरिजिन="अनाम"></स्क्रिप्ट>      सकारात्मक सोचिए... और रहिए प्रेरित/प्रेरित                               दोस्तो हम अपने जीवन में सफल होंगे, या नहीं होंगें ये सब हमारी सोच निर्भरकरता है। एक बहुत पुरानी कहावत है कि "जैसा आप सोचते हैं, वैसा ही आप बनाते हैं। आपकी सोच पर आपकी सफलता तय होती है। और हमारी प्रेरणा तय होती है । अच्छी सोच हमेशा अच्छी प्रेरणा को जन्म देती है। अच्छी सोच और प्रेरणा  ही वे दो महान शक्तियाँ हैं, जो एक इंसान को मजबूत बना सकती है। जीवन सादा लेकिन विचार हमेशा उच्च होना चाहिए। इसलिए कहावत प्रसिद्ध है - "सदा जीवन उच्च विचार" आप बड़ी सफलता तभी अर्जित कर सकते हैं जब आपकी सोच सकारात्मक हो। कुछ पंक्तियां याद आ रही है आपको भी सुनता हूं- "सब (रात) अँधेरे को खंगालो  तो कुछ बात बने  एक नया खुर्शीदा...

ओवर थिंकिंग से कैसे बचे छात्र..?

प्रेरणा डायरी ब्लॉग (prerndayari.com) टुडावली, करौली, राजस्थान - 321610   ओवरथिंकिंग एक आम समस्या है। ऐसा तब होता है जब छात्र अपना ध्यान केंद्रित करना और स्पष्ट रूप से किसी बात को समझने में असमर्थ हो जाते हैं। अधिक सोचने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे चिंता, तनाव, अस्थिर दिमाग और थकान। जिन छात्रों में ओवर थिंकिंग कि आदत हैं, उन्हें बार-बार ध्यान केंद्रित करना और कक्षा में सीखी गई बातों को याद रखना मुश्किल होता है। हालाँकि -विचार करना हमारे मस्तिष्क की एक प्रक्रिया है। जो बदस्तूर जारी रहती है। लेकिन अध्ययन करते वक़्त विचार प्रक्रिया इस्थिर रहना जरूरी है। अध्ययन के समय विद्यार्थियों के लिए एकाग्रता और शांति की दरकार जरुरी है। अधिक सोचने से दिमाग की एकाग्रता भंग होती है। मन में आइडिया का तेजी से आना शुरू हो जाता है, और उनको रोक जब मुश्किल हो जाता है, तब यह छात्रों को मानसिक रूप से बीमार बना कर एक गंभीर समस्या का रूप ले लेता है। ओवरथिंकिंग छात्रों को किसी भी कार्य पर फोकस नहीं करने देता। उनकी स्मरण शक्ति और याददाश्त का स्तर भी गिर जाता है। ओवरथिंकिंग एक जुनूनी विचार प्रक्रिया का वर्णन करत...