कैसे करें बोर्ड परीक्षा 2025 कि तैयारी..?


   
      प्रेरणा डायरी ब्लॉग - "उम्मीदो की उड़ान"


टेबल ऑफ़ कन्टेट / आज कि पोस्ट में  

1. परिवार का माहौल तनाव मुक्त रखें।
2. अध्ययन योजना बनाये, और उसका पालन करें।
 -व्यापक योजना बनाएं।
 -सिलेबस को समझें।
 -प्रभावी नोट्स बनाएं।
3. प्रभावी अध्यन तरीक़े उपयोग मे लें।
4.सटीक उत्तर देना सींखे।
5. मूल्यांकन जारी रखें।
6. परीक्षा से पहले कि हड़बड़ाहाट से बचें।
7. खुद को समय दें।
8. अपनी रुचियों को बढ़ावा दें।
9. परीक्षा को बोझ ना समझें।
10 .परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुचे
11. लम्बी पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लें
12. 7-8 घंटे कि गहरी नींद लें।
13. परीक्षा के बारे में हमेशा पॉजिटिव सोच रखें
14. मैडिटेशन और व्यायाम जरूर करें 
15. ऐसे तैयार करें सफलता की रणनीति।
16. आर्टिकल का सारांश/ निष्कर्ष
17. सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर।


1. परिवार का माहौल तनाव मुक्त रखें : 

बोर्ड की परीक्षाएं प्रतिवर्ष फरवरी के लास्ट वीक और मार्च के प्रथम पखवाड़े में आयोजित की जाती हैं। परीक्षा चाहे बोर्ड की हो या अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं हो, मैं देखता हूं कि जो परीक्षाएं हंसी-खुशी के माहौल में होनी चाहिए उन्हें लेकर बच्चे और परिजन बड़े गमजदा हो जाते हैं। इन परीक्षाओं का तनाव सिर्फ बच्चे ही नहीं ले रहे बल्कि बच्चों से सबसे ज्यादा माता-पिता उनकी पढ़ाई को लेकर तनाव में रहते हैं। परीक्षा के दौरान माता-पिता को बच्चों का अंतर्विरोध, परीक्षा में नंबर, उनकी सही देखभाल और भविष्य को लेकर चिंता बनी रहती है। लेकिन आपकी चिंता और घर का तनाव ग्रस्त  माहोल बच्चे के प्रदर्शन पर बुरा असर डाल सकता है। असल में, परीक्षण कोई आपदा नहीं है, जो अचानक परिवार से सामने आया हो। इसके लिए सालभर की सटीक रणनीति होनी चाहिए। परीक्षा में समय माता-पिता को यह ध्यान रखना जरूरी है कि वे स्वयं बच्चे की परीक्षा का तनाव न लें, बल्कि उसे तनावमुक्त करें ' और सकारात्मक वातावरण दें। बोर्ड परीक्षाओं के समय मां-बाप का दायित्व बहुत महत्वपूर्ण होता है। मैं अधिकतर पेरेंट्स को यही सलाह देता हूं की एग्जाम के दिनों में अपने घर का माहौल ठीक रहे यह बात सबसे जरूरी है। कुछ पेरेंट्स मुझसे पूछते हैं की परीक्षा के दिनों में हम ऐसा क्या करें कि घर का माहौल ठीक रहे..? हम कैसे अपने घर के वातावरण को अच्छा और खुशनुमा बनाएं..? बच्चों को अच्छी पढ़ाई और बेहतर रिजल्ट के लिए कैसे प्रेरित करें..? तो लिए इसके लिए मैं आपको कुछ सुझाव देता हूं कि --

- बच्चों को प्रोत्साहित करना और उनका आत्मविश्वास बढ़ाना।

- बच्चों के तनाव और चिंता को समझना और उन्हें शांत करने की कोशिश करना।

- बच्चों को पढ़ाई के लिए एक शांत और उपयुक्त वातावरण प्रदान करना।

- बच्चों को पढ़ाई के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करना, जैसे कि पुस्तकें और स्टेशनरी।

- बच्चों को नियमित रूप से पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित करना।

- बच्चों को समय प्रबंधन और अनुशासन के महत्व को सिखाना।

- बच्चों के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती का ध्यान रखना।

- बच्चों को स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के महत्व को समझाना.

- बच्चों को परीक्षा के दौरान शांत और केंद्रित रहने में मदद करना।

- बच्चों को परीक्षा के बाद अपने प्रदर्शन के बारे में चर्चा करने और आगे की योजना बनाने में मदद करना।

इन तरीकों से, मां-बाप अपने बच्चों का समर्थन कर सकते हैं और उन्हें बोर्ड परीक्षाओं में सफल होने में मदद कर सकते हैं।

2025 की बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए, एक व्यवस्थित अध्ययन योजना बनाएं, जिसमें सिलेबस को समझना, कमजोर विषयों पर ध्यान देना और नियमित रूप से रिवीजन करना शामिल हो। पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को हल करें, मॉक टेस्ट दें और परीक्षा पैटर्न से परिचित हों। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, परीक्षा के तनाव से बचें और शांत रहने के लिए ध्यान व योग करें। 

2. अध्ययन योजना बनाएं और उसका पालन करे :

 व्यापक योजना बनाएं - शुरुआत में ही एक व्यावहारिक अध्ययन योजना बनाएं, जो सभी विषयों को कवर करे और प्रत्येक विषय के लिए पर्याप्त समय दे। एक समय सारणी निर्धारित करें और उसका पालन करें। आप अपने कठिन विषय और ऐसे विषय जिनका पाठ्यक्रम ठीक से तैयार नहीं है उन्हें अधिक समय दें।

 सिलेबस को समझें : परीक्षा से पहले पूरे सिलेबस को अच्छी तरह से समझ लें, ताकि आप महत्वपूर्ण टॉपिक पर ध्यान केंद्रित कर सकें। एग्जाम चाहे जो भी हो, सबसे महत्वपूर्ण कदम होता है उसे परीक्षा के पाठ्यक्रम को भली भांति समझना। क्योंकि पाठ्यक्रम को अच्छे से समझने के बाद ही आगे की रणनीति तय होती है।

 प्रभावी नोट्स बनाएं : लॉन्ग और शॉर्ट नोट्स बनाकर उनका नियमित रूप से रिवीजन करें, जिससे जानकारी को याद रखने में मदद मिलेगी। मैं अक्सर छात्रों से यह समस्या सुनता हूं कि एग्जाम के समय में वह याद किया हुआ मैटर भूल जाते हैं। पर इसमें चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि सबके साथ ऐसा होता है। इसीलिए नोट्स बनाए जाते हैं, क्योंकि एग्जाम के समय रिवीजन बहुत जरूरी होता है और अगर आपके पास खुद के बने हुए शॉर्ट्स नोट्स हैं तो आप एग्जाम से एक माह पहले प्रतिदिन उनका रिवीजन कीजिए। ऐसा करने से आपका मैटर एकदम क्लियर हो जाएगा और एग्जाम में आप उसे अच्छे से लिख पाएंगे आपकी भूलने की आदत भी बंद होगी।

3. प्रभावी अध्ययन तकनीक अपनाएं : 

रिवीजन पर ध्यान दें: जो भी आपने पढ़ा है, उसका नियमित रूप से रिवीजन करें, खासकर महत्वपूर्ण टॉपिक्स का। 

 पिछले प्रश्न पत्रों को हल करें :  पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को हल करने से आपको परीक्षा पैटर्न और समय प्रबंधन को समझने में मदद मिलेगी। और इसका एक सबसे बड़ा फायदा यह भी होगा की परीक्षा को लेकर आपके मन में उत्पन्न होने वाला भय और आशंका दूर होगी। आप जितनी प्रैक्टिस करते जाएंगे आपके मन से परीक्षा का डर बाहर निकलता जाएगा।

मॉक टेस्ट दें : अपनी तैयारी को परखने और गलतियों का पता लगाने के लिए समय-समय पर मॉक टेस्ट दें। मॉक टेस्ट से आप परीक्षा से पहले ही अपनी गलतियों का पता लगाकर उन्हें ठीक कर सकते हैं। 

4. सटीक और प्रभावी उत्तर लिखना सीखें : 

बोर्ड परीक्षा में सटीक और प्रभावी उत्तर लिखना बहुत मायने रखता है क्योंकि इससे सिद्ध आपकी स्कोरिंग पर असर पड़ता है। अगर आप प्रभावी और अच्छा उत्तर लिखते हैं तो आपको ज्यादा अंक मिलते है। प्रभावी और सटीक उत्तर के लिए आप निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:

- पाठ्यक्रम का गहन अध्ययन करें और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान दें।

- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें और परीक्षा के पैटर्न को समझें।

- प्रश्न पत्र को ध्यान से पढ़ें और समझें कि क्या पूछा गया है।

- समय प्रबंधन का ध्यान रखें और प्रत्येक प्रश्न के लिए उचित समय दें।

- उत्तर लिखने से पहले अपने विचारों को व्यवस्थित करें और एक रूपरेखा बनाएं।

- प्रश्न के अनुसार उत्तर लिखें और अनावश्यक जानकारी न दें।

- उत्तर को स्पष्ट और संक्षिप्त रखें, और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान दें।

- उदाहरण और तथ्यों का उपयोग करके अपने उत्तर को मजबूत बनाएं।

-अपने उत्तरों की जांच करें और सुनिश्चित करें कि वे सटीक और पूर्ण हैं।

- वर्तनी और व्याकरण की जांच करें और आवश्यक सुधार करें।

इन सुझावों का पालन करके, आप बोर्ड परीक्षा में सटीक और प्रभावी उत्तर लिख सकते हैं और अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं।


स्वस्थ जीवनशैली: परीक्षा के दौरान तनाव से बचने के लिए पर्याप्त नींद लें, स्वस्थ भोजन करें और ध्यान या योग जैसी गतिविधियों को अपनाएं। 

लगातार पढ़ाई करें: घंटों तक लगातार पढ़ने की बजाय छोटे-छोटे ब्रेक लेते हुए पढ़ाई करें, ताकि दिमाग शांत रह सके। 

उत्तर लिखने का अभ्यास करें: सिर्फ याद करने के बजाय, प्रभावी और साफ-सुथरे ढंग से उत्तर लिखने का कौशल विकसित करें, क्योंकि यह परीक्षा में अच्छे अंक लाने में महत्वपूर्ण है। 

डायग्राम और चित्रांकन: विज्ञान जैसे विषयों में डायग्राम बनाने का अभ्यास करें और उन्हें सही ढंग से लेबल करें, 


5. मूल्यांकन जारी रखें :

हर एक मूल्यांकन हमें और आगे बढ़ने वाली हमारी तैयारी का परीक्षण करने और सफलता प्राप्त करने का अवसर देता है। इसलिए यह जरूरी है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान बार-बार अपनी तैयारी और क्रियायोजनाओं का आकलन किया जाए। मूल्यांकन एक ऐसी विधि है जो हर परीक्षा में आपकी तैयारी को परखने में एक मील का पत्थर साबित होती है। मूल्यांकन आपको अपने आप को जाचने का मौका देता है। आपकी तैयारी कितनी है इस बात की परख होती है मूल्यांकन से। अत: अपना मूल्यांकन नियमित रूप से करें। जब आप चिंता और तनाव के साथ इस मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं तो आपकी भावनाएं भी आहत होने लगती हैं और मन अशांत हो जाता है। ऐसे में मूल्यांकन आपकी मदद करता है। याद रखें परीक्षा की अच्छी तैयारी ही आपको सफलता की ओर ले जाएगी। इसमें सबसे अहम है योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई करना जिसमें पढ़ाई और आराम का समय दोनों शामिल हों। अधिक तनाव और थकान आपके परिणाम को प्रभावित कर सकती है। बोर्ड परीक्षा में अब ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं जिन पर ध्यान देते हुए आप अपने अध्ययन की रणनीति तैयार कर सकते हैं। ये युक्तियाँ आपको सफलता के मार्ग की ओर आगे बढ़ने में मदद करेंगी। 


6. परीक्षा से पहले कि हदबड़ाहट खतरनाक :

 अक्सर मैं देखता हूं की परीक्षा से पहले विद्यार्थी घबराए हुए होते हैं और हड़बडाहट में अपनी परीक्षा देते हैं। ऐसी स्थिति में पेपर खराब होने के पूरे चांस होते हैं। मैं खुद इसका उदाहरण हूं मैं कुछ बोर्ड परीक्षाओं में और उसके बाद कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं में घबराहट और हड़बड़ाहट में पेपर दिया। परिणाम स्वरुप मुझे सफलता नहीं मिली। 

निरीक्षण के अंतिम समय में हड़बडाहत में रिविज़न की कोशिश न करें। इससे आपका तनाव और आदर्शों के उत्तर लिखने की स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा। इसलिए परीक्षा से पहले अगर आपको रिवीजन करने में समय मिल रहा है तो इसमें केवल कुछ महत्वपूर्ण बिंदु ही शामिल करें। इसी प्रकार परीक्षा देने के बाद प्रश्न पत्र का विश्लेषण करने से बचना चाहिए, इससे आपके अगले प्रश्न पत्र की तैयारी प्रभावित हो सकती है। इसलिए पेपर देने के बाद अगले प्रश्न पत्र की तैयारी में जुट जाना चाहिए। अगर पहले पेपर में कुछ गलत भी हो गया है तो इसका मन में ज्यादा बोझ ना रखें। और ना ही इसका अधिक तनाव ले क्योंकि इससे आपके आने वाले पेपरो पर काफी विपरीत असर पड़ सकता है। परीक्षा समाप्त होने के बाद ही अपने प्रश्नोत्तरी का विश्लेषण करें।


7. खुद को समय देना :

 वैज्ञानिक शोध से पता चलता है कि जब हम खुद की अच्छे से देखभाल करते हैं तो हमारा मन प्रसन्न रहता है. हमें अपने अच्छे दोस्तों के साथ समय बिताना चाहिए। खुद की करे करें। अपने आपके साथ अच्छा व्यवहार करें। कभी निराश महसूस ना करें। परीक्षाओं के समय प्रेरित रहे। अपने साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए जैसा हम अपने अच्छे दोस्तों के साथ करते हैं। खुद से प्रेम करने और खुद से मिलने पर हम अपने आप को हल्का महसूस करते हैं। ऐसा करने से पढ़ाई में भी मन लगता है। और हर काम के प्रति रुचि बनी रहती है। मन में सकारात्मक विचार नहीं आते हैं। खुद के प्रति सहानुभूति रखना हमें मजबूत बनाता हैं। हमारी जिंदगी में सब कुछ अच्छा चल रहा हो तब भी हमें खुद की देखभाल करना जरूरी है।


8. रुचियों को समय दें :

कई बार रिवीजन टाइम स्टोर को बहुत बोरियत में डाल देता है, खासकर तब जब उन विषयों का अध्ययन किया जा रहा हो, जो कठिन होते हैं। ऐसे में धीमी गति से पढ़ाई से ब्रेक लेकर अपनी हॉबी को समय दें, कोई अच्छा मन पसंद म्यूजिक सुने, रोमांटिक सॉन्ग सुने, कॉमेडी सुने। आपको कुछ क्रिएटिव वर्कशॉप पसंद है तो उसे कर सकते हैं। इस दौरान आप कोई आर्ट बर्क भी कर सकते हैं। इसी तरह अगर आपको संगीत पसंद है तो अपना पसंदीदा संगीत सुन सकते हैं या फिर कोई वाद्ययंत्र बजा सकते हैं। इससे शरीर में अच्छा हार्मोनोस का स्तर बढ़ता है, जिससे आपको सकारात्मकता मिलती है और आप टैरोटाजा मस्तिष्क से अध्ययन कर सकते हैं। कई बार परीक्षणों में ग्रेड के बारे में बहुत अधिक संख्या में उस ग्रेड स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकती है। परीक्षा के नतीजों पर प्रमुख साक्षियों का विश्वासपात्र होता है। इसलिए जब भी परीक्षा दें आपका तनाव बढ़ा हुआ हो आपके पास स्वयं को उत्तेजित करना, परीक्षण करने का कोई तरीका हो और इस शौक को अपने - समय सारणी में शामिल करें। 


9. अपने परीक्षा केंद्र पर प्रतिदिन समय से पहले पहुंचें :

कुछ परीक्षकों को परीक्षा वाले दिन बहुत तनाव हो जाता है। कुछ परीक्षार्थी परीक्षा देते समय बहुत डर जाते हैं और तनाव में आ जाते हैं, लेकिन इस तनाव को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है परीक्षा केंद्र में जल्दी पहुंचें और आराम से.. परीक्षा विवरण। परीक्षा केंद्र पर प्रारंभिक पहुंच से आपको किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी... और आपको सहज होने का समय मिल जाएगा। मन और दिमाग को शांत रखने के लिए पहले कुछ देर गहरी शांति लें और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करें। का परीक्षण शुरू करने से पहले इन बातों पर गौर करें।


10. अधिक पढ़ाई के वक्त छोटे-छोटे ब्रेक लें :

यह सोचना गलत है कि परीक्षा देना तो देर तक पढ़ना है। इससे आपको बिरियत हॉस्टल और विषय भी लोड होना होगा। देखा जाए तो घंटों 'किंताब के लिए बैठे रहना सबसे अच्छा है, पढ़ाई के बीच छोटे-छोटे अंतर्विरोध। इससे आपको असाध्य परीक्षा का तनाव नहीं होगा और पढ़ाई भी अधिक प्रभावशाली तरीकों से कर सकेंगे। इसलिए मानसिक तनाव से बचने के लिए ब्रेक लेकर पढ़ाई करें। कई रिसर्च इस बात का खुलासा. पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेने से उत्पाद की क्षमता और ध्यान-केंद्रित करने की क्षमता में सुधार होता है। है. इसके लिए सबसे पहले टाइम टेबल निर्धारित करें। 45 से 50 मिनट तक पढ़ाई करने के बाद 10 मिनट का ब्रेक लें। इस समय में लिटिल वॉक लें। गहरी सांस लें। इसके बाद जब पढ़ेंगे, तो एक अलग ही ऊर्जा महसूस होगी। लंबे समय तक पढ़ने से आपकी ऊर्जा बरकरार नहीं रहेगी। जल्दी थकान होगी, और ठीक से सीखना भी नहीं होगा। 


11. 7-8 घंटे की गहरी नींद ले :

परीक्षा का बुखार इसलिए भी चढ़ता है, क्योंकि नींद पूरी तरह से नहीं होती या डर, तनाव, चिंता के कारण ठीक से नींद नहीं आती। जबकि नींद पूरी तरह से जरूरी है। इस दौरान कम से कम आठ घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए। मानसिक और शारीरिक थकान दूर होगी, तब ही मन पढ़ाई में लगेगा। सरकेडियन रिदम अर्थात शरीर की आंतरिक घड़ी को दर्शाया गया है। इस रिदम में मूड और मस्तिष्क से संबंधित विकार होने की संभावना बढ़ जाती है। सोने-जागने की खास बात। इसे बेटर मेमोरीलिप, ब्रेटर ग्रेडस कहा जाता है। कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि जो बच्चा परीक्षण से पहले पूरी नींद लेता है उसके परिणाम बहुत अच्छे होते हैं। 15 से 20 मिनट की पावर नेप लें। नींद की कमी आपकी ताकत और तनाव के स्तर को प्रभावित करती है। 

13. परीक्षा के बारे में हमेशा सकारात्मक सोच रखें :

 एक पुरानी कहावत है कि --" जैसा आप सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं।" इसलिए मेरा मानना है की परीक्षा को बोझ ना समझकर उत्सव समझे। परीक्षा को लेकर हमेशा तनाव मुक्त रहें। सकारात्मक सोच आपकी आदि समस्याओं को वैसे ही समाप्त कर देती है। आप हमेशा यह सोचें कि मेरा एग्जाम अच्छा होगा..। मेरी तैयारी अच्छी है..। मैं अच्छा स्कोर करूंगा..। सकारात्मक सोच आपकी परीक्षा की दोनों के माहौल को खुशनुमा बना देती है। अपने दोस्तों के साथ हल्का-फुल्का हंसी मजाक करें सुबह शाम घूमने निकले और अपनी सोच को पॉजिटिव रखें। ऐसा करके आप परीक्षा के दिनों में होने वाले तनाव से मुक्त रह सकते हैं और अपने एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकते हैं।


14. मेडिटेशन या व्यायाम जरूर करें :

 चाहे या परीक्षा हो या ना हो मैं हर छात्र को हमेशा यह सलाह देता हूं कि अपनी जिंदगी में मेडिटेशन या व्यायाम को जरूर अपनाएं।

15. ऐसे तैयार करें सफ़लता कि रणनीति :


अच्छी सफ़लता और विशेषज्ञों के लिए निम्न रणनीतियाँ को फ़ॉलो कर सकते हैं -- 

1.सिलेबस को छोटे-छोटे स्कूटर में बाँट लें। हर एक विषय को स्वामित्व स्वामित्व एवं पेशेवरों के अनुसार अध्ययन का समय निर्धारित करें।  

2.आप जो भी विषय पढ़ रहे हैं उसमें शामिल होकर क्या प्रश्न तैयार कर सकते हैं, इसके बारे में विचार करें। 

3.अपने ज्ञान को बढ़ाने और समस्या समाधान के लिए आप फ़्लैशकार्ड और समस्या की मदद लें। जब आप किसी कठिन विषय को पॉइंट्स में लिखकर या चित्रों के माध्यम से समझेंगे तो आपको अधिक प्रभावशाली तरीके से याद आएंगे। 

 4. बार-बार अभ्यास करें, इसी विषय पर पकड़ भी जाएगी। अभ्यास को हल करने का तरीका ऐसा हो जैसे आप परीक्षा केंद्र में जाकर हल कर सकें। 

5. पूर्व के प्रश्न-पत्र, अभ्यास प्रश्न और मॉक टेस्ट के माध्यम से आप अपनी तैयारी का आकलन कर सकते हैं। इससे आपको यह पता चल जाएगा कि किन विषयों पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। 

6.पहले निर्देश- निर्देश 

प्रश्न का उत्तर से पहले प्रश्न पत्र एवं उत्तर-पुस्तिका पर दिए गए... दिए गए दस्तावेज़ों पर ध्यान दें, ताकि सुनिश्चित हो सके कि आपसे कोई गलती न हो। 7. कठिन नमूनों को पहले हल करने का प्रयास न करें, जैसे उत्तर आपको अच्छी तरह से आ जाते हैं। इसी तरह के एसोसिएट का जवाब आपकी 'गति एवं साथी साथी बढ़ेंगे। इस तरह आप शेष समय में शांत मन साईं कठिन मूर्तियों को हल कर सकते हैं। 

8. अपने उत्तरों की समीक्षा करें और समीक्षा करें का समय कुछ मिनट पहले समाप्त हो रहा है। कई बार चक्कर के चक्कर में कुछ गलतियां छूट जाती हैं जिनमें इस समय आप सुधार कर सकते हैं। 

9. नंबर के फेर में न पढ़ें बोर्ड की परीक्षा में केवल अच्छा स्कोर करना ही नहीं है, बल्कि यह तो आपके कैरियर की एक सीढ़ी है। येह परीक्षा आपकी जिद और वसीयत की है। इसलिए सीखने की प्रक्रिया को अपनाएं और आगे बढ़ने की कोशिश करें, अपनी छोटी-छोटी। प्रोफ़ेसर की खुशियाँ मनाएँ। 


इसके अलावा आप निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें---


1. तैयारी समय अपने नोट्स खुद ही निर्धारित करें।


2. बनाए गए टाइम टेबल को अच्छे से फॉलो करें।


3. बोर्ड बोर्ड की तैयारी समय खुद को बेहतर बनाने पर मुख्य फोकस करें।


4. समय का अच्छे प्रकार से उपयोग करें।


5. किसी भी तरह से मदद लें से ना डरें।


6. बिस्तर पर सोते-सोते पढ़ाई ना करें।


7. अपने स्वास्थ्य का अच्छा से ध्यान रखें।


8. प्रतिदिन व्यायाम करें।


8. मन हमेशा स्थिर रहता है।


9. व्यावसायिक भोजन करें।


10. हार्ड नहीं हमेशा स्मार्ट वर्कशॉप करें।


11. जो कठिन प्रश्न पूछता है वह विद्वानों को बार-बार अभ्यास कराता है।


12. बोर्ड परीक्षा में जो प्रश्न आते हैं वह सबसे पहले सॉल्व करें।


13. बोर्ड परीक्षा में हमेशा महान हैंडराइटिंग की सूची।


15. कम रोशनी में पढ़ाई कभी ना करें।


16. मॉडल पेपर्स से अधिकतर प्रैक्टिस करें।


17. बोर्ड बोर्ड एग्जॉम की तैयारी के साथ-साथ बोर्ड एग्जॉम में क्या लेकर जाएं इसकी भी जानकारी-



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18. अपने सभी डाक्यूमेंट्स और मालिकों के साथ लें।


19. बॉक्स में पेन पेंसिल रबर स्कैल और बाकी को जरूर बंद करें ध्यान से लें।


20. 30 मिनट पहले ही एग्जॉम सेंटर में पहुंचें।


21. बैंग, जेब, पर्स को अच्छे से जांचें, उसके अंदर किसी भी प्रकार की पर्ची न रह जाए।


22. एग्जॉम हॉल में अपने रोल नंबर पर 10 मिनट पहले बैठ जाएं।


23.पेंसिल रबर पेंट बॉक्स में से निकाल कर रखें।


24.बोर्ड एग्ज़ोमेट में साथ में अपना हॉल टिकट भी लेकर आएं।


25. हाल टिकट पर अपना फोटो बढ़िया सेलेक्ट।


26.प्रश्न पेपर नवीनतम ध्यान से पढ़ें।


27.जो भी प्रश्न हैं उनसे सबसे पहले संपर्क करें।


28.प्रश्न नंबर को अच्छे से लिखें।


16. निष्कर्ष/ सारांश 

बोर्ड परीक्षा की तैयारी: सफलता की कुंजी

बोर्ड परीक्षा की तैयारी करना एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण काम है, जिसमें छात्रों को अपने ज्ञान और कौशल का प्रदर्शन करना होता है। इस परीक्षा की तैयारी करने के लिए, छात्रों को एक ठोस योजना और रणनीति बनानी होती है, जिससे वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। नियमित रूप से अध्ययन करना बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। छात्रों को एक निश्चित समय सारणी बनानी चाहिए और उसका पालन करना चाहिये। छात्रों को पाठ्यक्रम का गहन अध्ययन करना चाहिए और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान देना चाहिए।

साथ ही साथ पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करना छात्रों को परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार के बारे में जानकारी देता है। छात्रों को समय प्रबंधन का ध्यान रखना चाहिए और प्रत्येक विषय के लिए उचित समय देना चाहिए।बोर्ड परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए, छात्रों को आत्मविश्वास, नियमितता, धैर्य, कठिन परिश्रम, एकाग्रता, जैसे गुणों का विकास करना चाहीये। बोर्ड परीक्षा की तैयारी करना एक चुनौतीपूर्ण काम है, लेकिन यदि छात्र एक ठोस योजना और रणनीति बनाते हैं और आवश्यक गुणों का विकास करते हैं, तो वे सफलता प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और अपने आत्मविश्वास को बनाए रखना चाहिए।




17. संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर :

दोस्तों यहां पर परीक्षा के दिनों में सबसे ज्यादा पूछने वाले वाले प्रश्नो को शामिल कर रहा हूं। उदाहरण के तौर पर इन दिनों लगभग-लगभग हर बच्चे की ये समस्या है।


 प्रश्न संख्या 1. -- जब मैं पढ़ता हूं तो नींद आ जाती है और पढ़ाई नहीं होती है, मैं किस शहर में पहुंचता हूं..?

 उत्तर - प्रिय छात्रों इसमें डरने जैसी कोई बात नहीं है परीक्षाओं के दिनों में यह समस्या आम होती है इसके लिए मैं आपको कुछ नियम या टिप्स बताता हूं फोलो करके आप इस समस्या से मुक्त हो सकते हैं और अच्छी पढ़ाई करके अच्छा स्कोर कर सकते हैं। इसके लिए आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें--

1. सबसे पहला काम है आपकी पढ़ाई के लिए एक आरामदायक और अनुकूल आरामदायक तैयार करना।

2. यह सुनिश्चित करें कि आपके अध्ययन कक्ष में अच्छी रोशनी आ रही हो और खुली हवा का भी प्रवेश हो ताकि आपके अध्ययन कक्ष में एक अच्छी एनवायरमेंट की तैयारी हो सके।

3. तीसरी बात आप इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी कुर्सी पर न देखें, टेबल कुर्सी का प्रयोग करें और टेबल कुर्सी पर हमेशा सीधे नजर रखें, ताकि आपको परेशानी न हो। आने के बाद फिर पढ़ाई नहीं हो सकेगी।

4. ध्यान दें कि कभी भी रात-रात भर पढ़ाई ना करें या देर रात तक भी पढ़ाई ना करें आप पढ़ाई के लिए ज्यादातर समय सुबह या दिन में देर रात तक पढ़ने के कई प्रभाव हमारे शरीर और मस्तिष्क पर देखते हैं।

5. अंतिम कार्य मैं आपको बता रहा हूं कि प्रतिदिन नियमित रूप से व्यायाम या व्यायाम करें एवं रासायनिक भोजन लें।



 प्रश्न नंबर - 2. -- मैं कक्षा 10 का छात्र हूं मुझे बताएं की गणित की परीक्षा में गणना संबंधी गलतियों को कैसे काम किया जा सकता है..?

उत्तर -- गणित में गणना संबंधी गलतियां आमतौर पर अति आत्मविश्वास या फिर हर बड़ी की वजह से होती हैं इसलिए परीक्षा के दौरान शांत चित्र से पेपर हल करना चाहिए पेपर को हल बारात में हाल ना करें। मन में किसी प्रकार की घबराहट या डर ना रखें। इन्हीं की वजह से आपकी अच्छी तैयारी के बावजूद भी आपका पेपर बिगड़ सकता है। अपनी आंसर शीट एग्जामिनर को देने से पहले एक बार वापस चेक करनी चाहिए। गणित में अक्सर छोटी गलतियां बहुत होती हैं जैसे प्लस के स्थान पर माइनस कर देना और माइनस के स्थान पर प्लस कर देना गुना के स्थान पर भाग का निशान लगा देना अतः ध्यान रखें कि यह छोटी-छोटी प्लस माइनस की गलतियां ना हो।

 पूरा पेपर सॉल्व होने के बाद एक बार सरसरी नजर से चेक करना चाहिए और उसे समय यदि कोई कैलकुलेशन संबंधी गलती पकड़ में आए तो उसे तुरंत ठीक कर देना चाहिए।

 नियमित योग और ध्यान का अभ्यास करें ध्यान और योग एकाग्रता को बढ़ाते हैं परीक्षा और पढ़ाई के समय एकाग्रता बहुत मायने रखने वाली चीज बन जाती है।इन कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें अपने गणित के पेपर को हल करें आपका पेपर अच्छा होगा मैं उम्मीद करता हूं।


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