CUET UG 2025 - कैसे करें तैयारी, ताकि मिल सके कामयाबी ।


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 प्रेरणा डायरी (ब्लॉग )

 टुड़ावाली,करौली,राजस्थान - 321610

 

CUET UG 2025 - कैसे करें तैयारी ताकि मिल सके सफलता..?

 क्या आप भी उन छात्रों में शामिल होना चाहते है, जिनकी हसरत देश के सबसे अच्छे विश्वविद्यालऒ में अध्ययन करने की है। तो अपनी इस खूबसूरत इच्छा को पूरा करने से पहले आपको एक एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ेगा। जिसका नाम है - CUET - UG।

देश की सबसे अच्छी और टॉप यूनिवर्सिटी के एडमिशन के लिए होने वाले सीयूईटी एक्जाम 2025 की डेट आ चुकी है। लगभग दो माह बाद इस परीक्षा का आयोजन होगा। समय ज्यादा नहीं कहाँ जा सकता। यह परीक्षा 8 मई से 1जून के बीच होगी। इस समय तक ज्यादातर राज्यों के ज्यादातर बोर्डो कि 12वीं की परीक्षाएं खत्म हो चुकी होंगी, या अपने अंतिम पड़ाव पर होंगी। इन परीक्षाओं के बाद स्टूडेंट CUET 2025 की तैयारी में जुट जाएंगे, अगर आप भी अपने आप को इस अभियान का हिस्सा बनाकर, इसमें  सफलता (success ) अर्जित करना चाहते हैं, इस परीक्षा के जरिए देश की टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाना चाहते हैं तो तैयारी के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जो बच्चे जीरो लेवल से अपनी तैयारी शुरू कर रहे हैं, उनकी बौद्धिक तैयारी के लिए यह आर्टिकल एक बेहतरीन आर्टिकल साबित होगा। यह आपको मोरल सपोर्ट देगा। आप अपनी तैयारी शुरू कर चुके हैं या करने वाले हैं तो पहले एक बार इस आर्टिकल को पढ़ें, और इसमें दिए गए बिंदुओं को फॉलो करते हुए अपनी तैयारी करें। अर्थात आप अपनी तैयारी करते समय इन बिंदुओं का भी ध्यान रखें, तो निश्चित रूप से आप अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं- आईए जानते हैं वह कौन-कौन से महत्वपूर्ण बिंदु है --



टेबल ऑफ़ कंटेंट

1. CUET का मतलब समझे।
2. पेपर पैटर्न को समझे।
3. पिछले पेपर करेंगे तैयारी में मदद।
4. रीजनिंग में यह बात याद रखें।
5. करंट अफेयर्स पर फोकस।
6. मन में उठते कई सवाल।
7. सिलेबस के लिए सटीकरण नीति अपनाए।
8. टालमटोल का रवैया न अपनाये।
9. नोट्स बनाते चलें।
10. ज्यादा नहीं सोच।
11. मॉक टेस्ट जरूर दें।
12. स्ट्रेटजी फॉलो करें।
13. महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर।


CUET का फुल फॉर्म क्या हैं --

 पहले यह जानना भी बेहद जरूरी है की CUET का फुल फॉर्म क्या होता है..? तो दोस्तों इसका पूरा नाम है --
 "कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम"। यह देश की टॉप यूनिवर्सिटी मैं एडमिशन के लिए होने वाला एग्जाम है। यह एक नेशनल लेवल का एग्जाम हैं। इस परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी करवाती है,  जिसे एन. टी.ए. अर्थात नेशनल टेस्टिंग एजेंसी भी कहा जाता है। आप इसे नेशनल लेवल का एक अच्छा एग्जाम मानकर चलिए। 

महत्वपूर्ण तिथियाँ --

 कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी में स्टूडेंट इस समय जुटे हुए हैं। देश की टॉप यूनिवर्सिटीज में ग्रेजुएशन में दाखिले के लिए होने वाली यह परीक्षा 8 मई से 1 जून 2025 तक चलेगी।

 1. पेपर पैटर्न को समझे

 दोस्तों CUET exam ही नहीं किसी भी एग्जाम की तैयारी से पहले आपके लिए फर्स्ट स्टेप यह है कि आप उस एग्जाम से संबंधित पैटर्न को पूरा समझे। किसी भी एग्जाम की तैयारी से पहले, उस परीक्षा के पैटर्न को अच्छी तरह समझना बेहद आवश्यक होता है। बिना परीक्षा पैटर्न को समझे,अच्छी सफलता हासिल नहीं की जा सकती।  मैंने सर्च करने के बाद ये बात महसूस कि हैं CUET  कि exam से सम्बंधित टेक्निकल मैटर कि भरमार हैं। ऐसे यूनिक और मौलिक आर्टिकलो का अभाव है जो प्रतियोगी छात्रों को मानसिक संबल दे सके,  यानी उन्हें मेंटली प्रिपेयर कर सकें। अर्थात प्रेरित (motivate) करने वाले अच्छे लेखों की कमी है। यह आर्टिकल आपके मोरल सपोर्ट के लिए है।इस आर्टिकल को पढ़कर आपको परीक्षा देने की प्रेरणा प्राप्त होगी।अब इस एग्जाम से संबंधित कुछ बेसिक जानकारी लेते हैं, जो आपके लिए जरुरी हैं।

वो कुछ इस प्रकार है --- CUET PG  2025 में कुल विषयों की संख्या 61 है। इनमें से 33 लैंग्वेज सब्जेक्ट, 27 डोमेन स्पेसिफीक, और 1 जनरल टेस्ट पेपर होगा। आप एक साथ ज्यादा से ज्यादा 6 टेस्ट पेपर ( 4-5 डोमेन सब्जेक्ट, 1-2 लैंग्वेज विषय ) के लिए अप्लाई कर सकते हैं। और एग्जाम दे सकते हैं। पिछले साल तक यह संख्या कुल 10 थी। एन टी ए ने सलाह दी है कि कैंडिडेट कम से कम एक लैंग्वेज एवं एक जनरल टेस्ट पेपर जरूर चुने। कुछ विषयों को छोड़कर अन्य सभी विषयों के लिए एग्जाम टाइम 45 मिनट का होगा।  45 मिनट की परीक्षा में कुल 50 प्रश्न पूछे जाएंगे,  जिनमें से आपको 40 के जवाब देने होंगे 10 ऑप्शनल होंगे। आप जिनके आंसर जानते हैं वह लिखें बाकी 10 छोड़ सकते हैं। जिन विषयों के लिए 60 मिनट की परीक्षा ली जाएगी उनमें अकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, फिजिक्स,कंप्यूटर साइंस, केमेस्ट्री, मैथमेटिक्स, एंड जनरल टेस्ट है। यह बेसिक जानकारी है आप पूरी जानकारी के लिए cuet कि बेबसाइट सर्च कर सकते हैं।  ---

2. पिछले पेपर करेंगे तैयारी में मदद


आप अच्छी रणनीति बनाते हुए पिछले 5 साल के पेपर्स देखें। यह आपकी बहुत मदद करेंगे। दोस्तों हर चीज को प्रैक्टिकल करना जरूरी होता है, जब आप पिछले 5 साल के पेपर्स को देखेंगे तो आप खुद ही यह जान जाएंगे की कौन सा पार्ट अधिक इंपॉर्टेंट है और कौन सा पार्ट कम इंपॉर्टेंट है।  किस विषय पर कितना ध्यान देने की जरूरत है। किन विषयों  कम समय देने की जरूरत है। किस विषय की तैयारी किस तरह की, है कहां से अधिक प्रश्न पूछे जा रहे हैं..? पूछे गए प्रश्नों की प्रकृति कैसी है...? और यह समझने की कोशिश करें कि किन क्षेत्र से ज्यादा प्रशन आते हैं। इससे आपकी बेहतरीन प्रेक्टिस होगी। एग्जाम का अच्छा अभ्यास होगा उन प्रश्नों पर अधिक फोकस करें,  उनके साथ ही तैयारी पूरी करें जहां से अधिक प्रश्न पुटअप होते हैं। अच्छी तैयारी के लिए इन पेपर्स और मॉडल पेपर को रोजाना हल करने की कोशिश करें,  जितना ज्यादा इनकी प्रैक्टिस करेंगे,  उतनी ज्यादा सफलता के करीब पहुंचेंगे। यह प्रैक्टिस बताएगी कि आपकी तैयारी में कहां-कहां कमी है ताकि समय रहते उसे सुधारा जा सके।  और तैयारी बेहतर हो सके। अगर आप पुराने पेपर्स के माध्यम से प्रेक्टिस करके,  अभ्यास करके,  अपनी तैयारी की रणनीति बनाएंगे तो, निश्चित रूप से बेहतरीन परिणाम ला पाएंगे।


3. सिलेबस के लिए सटीक रणनीति बनाएं 

 अगर परीक्षा की तैयारी को बेहतर बनाना चाहते हैं तो पूरे सिलेबस को बारीकी से समझे। सिलेबस को समझने के बाद इसे कई भागों में विभाजित कर लें।  एक भाग में अपने स्ट्रांग पार्ट को रखेंन 5जबकि दूसरे भाग में अपने वीक पॉइंट को रखें। यानी जिन टॉपिको को आप अच्छी तरह समझते हैं और आसानी से कर लेते हैं,  उन्हें स्ट्रांग क्षेत्र में रखें। वही ऐसे टॉपिक या चैप्टर जो आपको परेशान करते हैं, जिन पर आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है, जो आपको कम समझ में आते हैं उन्हें, उन्हें वीक पॉइंट कि लिस्ट में शामिल करें। यह रणनीति आपको यह तय करने में मदद करेगी की तैयारी के दौरान आपको कहां ज्यादा फोकस करने की जरूरत है और कहां पर नहीं। वीक टॉपिक को ज्यादा समय देना है। और किन टॉपिक को कम समय देना है यह समस्या इस रणनीति से हल हो जाएगी। इस डिवीज़न से यह भी तय हो जायेगा कि किस क्षेत्र से ज्यादा सवाल पूछे जाते हैं और किस क्षेत्र से कम।  रणनीति अपना कर आप अच्छी सफलता पा सकते ह

4. रीजनिंग में यह याद रखें 

 रीजनिंग का एक बड़ा हिस्सा पेपर में शामिल होता है, इसलिए पजल्स,लॉजिकल रीजनिंग, क्वानटेटिव प्रॉब्लम्स पर फोकस रखें। रीजनिंग को अच्छे से तैयार करें। इसके लिए पहला कांसेप्ट समझे और फिर पिछले साल की पेपर्स हल करें। पुराने पेपर आपके सवालों की प्रकृति को भी समझने में मदद करेंगे साथ ही आपका अभ्यास को भी सुदृढ़ बनाएंगे। ध्यान रखें यह पेपर का ऐसा एरिया है जो बिना प्रैक्टिस की संभव नहीं है इसलिए जितनी ज्यादा प्रैक्टिस होगी सवाल उतने ही ज्यादा सही होंगे। तैयारी के दौरान इसका ध्यान रखें इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की टिप्स और ट्रिक की मदद ले सकते हैं। कई यूट्यूब चैनल भी इसकी तैयारी करते हैं उनकी मदद भी ली जा सकती है।

4. टालमटोल वाला रवैया ना अपनाये

 तैयारी के दौरान बहुत से स्टूडेंट अध्ययन में टालमटोल का रवैया अपना लेते हैं। वह खुद यह सोचने लगते हैं कि इस विषय में तो मैं बेहतर अंक ला सकता हूं। उनका यह रवैया उनके लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। टालम टोल वाला रवैया छोड़ें, बेहतर तैयारी पर फोकस करें। परीक्षा के दौरान पॉजिटिव रहे।  योग और मेडिटेशन करें ताकि तनाव कम हो। तनाव आपकी तैयारी को इफेक्ट करेगा। और अच्छे परिणाम कि सम्भावना को बिगाड़ सकता है। आप नकारात्मक सोच से बाहर आकर पूरी क्षमता के साथ प्रयास करने में जुट जाएं।  निश्चित तौर पर परिणाम अच्छी ही आएंगे। आप एक और अच्छा तरीका अपना सकते हैं आप अपने पिछले वर्षों के टॉपर्स की वीडियो देखें। और उनसे आप यह सीख सकते हैं कि उन्होंने किस प्रकार अपनी तैयारी की और किस तरह से स्ट्रेस और दबाव को मैनेज किया। और परीक्षा में कैसे सफल हुए। यह वीडियो आपको काफी प्रेरित (मोटीवेट / motivate )  करेंगे। यह छोटी-छोटी बातें ध्यान रखने से आपकी तैयारी बेहतर होगी, और लापरवाही से आप दूर रह सकेंगे।

5. करंट अफेयर्स पर जोर

 पेपर में करंट अफेयर से जुड़े सवाल भी पूछे जा सकते हैं इसलिए अखबार नियमित रूप से पढ़ें छोटी-छोटी घटनाओं को पॉइंट बनाकर नोट करें, ताकि उनकी डेट याद रहे। ध्यान रखें उनसे जुड़ी तारीख नंबर्स और बड़े बदलाव के बारे में सवाल पूछे जा सकते हैं पिछले कुछ मीना की खबरें खास तौर पर याद रखें विशेषज्ञ बताते हैं की मंथली अफेयर्स से कई महीने के करंट अफेयर्स के बारे में जानकारी रख सकते हैं इसे हल्के में लेने की भूल न करें जैसा कई विद्यार्थी करते हैं।

6. मन में उठते कई सवाल 

 जब हम किसी भी परीक्षा की तैयारी करते हैं तो तैयारी के दौरान मन में कई तरीके सवाल उठाते हैं और कभी-कभी कन्फ्यूजन भी होता है। और यह डर लगता है कि एग्जाम क्लियर होगा या नहीं..? इस सवाल का जवाब देती हुई विशेषज्ञ बताते हैं कि मन में किसी भी तरह का कोई कंफ्यूजन नहीं रखें, समाधान क्या है इस पर गौर करें अपनी समस्याओं को दोस्तों से साझा करें अगर परीक्षा को लेकर किसी तरह का डर है तो पैरेंट के साथ समस्या को साझा करें या फिर एक्सपर्ट से सलाह लें बेहतर होगा की परीक्षा से पहले मां की शंकाओं को दूर कर लिया जाए वरना परीक्षा परिणाम पर असर पड़ सकता है 

7. नोट्स बनाते चलें 


 विशेषज्ञ बताते हैं की तैयारी के दौरान जिन टॉपिक को आप पढ़ते हैं उनके शॉर्ट नोट्स बनाने बनाते हुए चलें। हर चैप्टर के पॉइंट्स में नोट बनाएं। इन नोट्स में इंपॉर्टेंट परिभाषा और फार्मूला को शामिल करें। यह नोट्स आपकी तैयारी को बेहतर बनाएंगे, और परीक्षा कि लास्ट प्रिपरेशन में रिवीजन  में मदद करेंगे। विशेषज्ञ बताते हैं कि जिन टॉपिक के शॉर्ट नोट्स बना लिए जाते हैं, और उन्हें बार-बार रिवाइज किया जाता है तो वह लंबे समय तक याद रहते हैं और परीक्षा में सवालों के जवाब को बेहतर तरीके से लिखने में मदद करते हैं।

8. ज्यादा सोचे नहीं 

 परीक्षा एक्सपर्ट और विशेषज्ञ बताते हैं की तैयारी के दौरान ज्यादातर स्टूडेंट सोचने लगते हैं कि क्या मेरा एडमिशन मनचाही यूनिवर्सिटी में होगा...?   या नहीं होगा...?  कई बार यह सोच उन पर इतनी हावी हो जाती है की तैयारी में पिछड़ने लगते हैं,  इसलिए रिजल्ट पर फोकस करने के बजाय अपनी तैयारी पर ध्यान दें। अपने मन को शांत रखें। कुछ समय अपनी मनचाही एक्टिविटी को दें, अगर मन में कोई सवाल है तो अपने दोस्तों से बात करें, या अपने टीचर से डिस्कशन करें, या फिर परिजनों के साथ इस पर चर्चा करें।

9. नियमित मॉक टेस्ट जरूर दें

 परीक्षा के लिए तैयारी करना लेकिन उसका मूल्यांकन नहीं करना भी एक बड़ी गलती है। ऐसी गलती है जो बाद में तनाव का कारण बन सकती है। इसलिए परीक्षा के दौरान मॉक टेस्ट से तैयारी करना बहुत जरूरी है।  टेस्ट पेपर को हल करना इसलिए भी जरूरी है, ताकि आपको यह पता चल सके कि आपकी तैयारी में कहां कमी है। इस तरह कमजोरीयों का सही समय पर पता चलने पर उसे ठीक किया जा सकता है।  आप यह समझ सकते हैं कि आपको कहां ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है, और कहां पर कम। समय रहते कमजोरी का पता चलने पर उसे ठीक किया जा सकता है।  अचानक कमजोरी के सामने आने पर उसे ठीक करने के लिए समय नहीं बच पाता है। अतः मॉक टेस्ट पेपर लगातार करते रहे। इससे ना केवल आपकी तैयारी मजबूत होगी बल्कि, आपको बेहतर रणनीति बनाने में और अच्छे रिजल्ट हासिल करने में मदद मिलेगी।

10. स्ट्रेटजी को फॉलो करते रहे 

 स्ट्रेटजी को पूरी तरह फॉलो ना करना भी एक समस्या बन सकता है।  कई बार आप तैयारी के लिए अच्छी रणनीति तो बनाते हैं लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है रणनीति पर जोर काम हो जाता है।  यानी बहुत से कैंडिडेट उसे पूरी तरह फॉलो नहीं करते इसलिए तैयारी कमजोर होती चली जाती है।  इसका पता उन्हें तब चलता है जब परीक्षा नजदीक आ जाती है, और उस समय इस प्रॉब्लम का सलूशन नहीं हो पाता। क्योंकि समय का अभाव होता है। ऐसे में आपका तनाव बढ़ जाता है। आपकी पहले से की हुई अच्छी तैयारी भी प्रभावित होती है। कॉन्फिडेंस अनबैलेंस हो जाता है।अतः ऐसी गलती करने से बचें । जो भी परीक्षा की रणनीति बनाई है, उसे पूरी तरह लागू करें। उस पर अमल करें, तैयारी में लापरवाही परिणाम पर बुरा असर डाल सकती है। कोई बात आपको समझ में नहीं आती है तो उसे अपने मेंटर की मदद से हल करें।


 12. ओवर कॉन्फिडेंस से बचे 

 परीक्षा एक्सपर्ट भी इस बात को मानते हैं की परीक्षा में कॉन्फिडेंस बहुत जरूरी है लेकिन जब यह कॉन्फिडेंस ओवर हो जाता है तब इसके परिणाम गलत ही आते हैं।  इसलिए तैयारी करते समय यह ध्यान रखें कि जो भी पढ़ा है,  उसे अच्छी तरह समझे सवालों का जवाब देने में कितना समय लग रहा है, इसका मूल्यांकन करें। दोस्तों ओवर कॉन्फिडेंस के समय हमारे मन में एक धारणा घर कर जाती है कि मुझे सब कुछ याद है। मैं सब कुछ जानता हूं। मुझे सब समझ में आ गया। इस सोच के कारण  बुरा नतीजा यह निकलता है कि हमारी तैयारी कमजोऱ रह जाती है।  क्योंकि जिन विषयों में हमारी वीकनेस थी, उन विषयों और टॉपिक के बारे में भी हमने यह सोच लिया की तैयारी अच्छी है, क्योंकि हम ओवर कॉन्फिडेंस थे। ओवर कॉन्फिडेंस के कारण कई बार बड़ा नुकसान हो जाता हैं । इसलिए कॉन्फिडेंट रहे। कॉन्फिडेंट रहना हंड्रेड परसेंट जरूरी है।  और यह बहुत बेहद आवश्यक चीज है। लेकिन ध्यान बस इस बात का रखें कि ओवर कॉन्फिडेंस नहीं रहे।


  महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर 


क्वेश्चन 1. CUET UG 2025 एग्जाम कब होगा..?

उत्तर - कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम यूजी 8 मई से 1 जून 2025 के बीच होगा।

क्वेश्चन 2. " मैं जब भी किसी परीक्षा की तैयारी करता हू तो मुझे रिजल्ट की चिंता होने लगती है, इस बात को लेकर मैं परेशान होता हूं, की वैकेंसी कितनी कम है और प्रतियोगिता कितनी ज्यादा। कैसे अच्छा रिजल्ट आएगा..?  में क्या करूं कि इस परीक्षा की चिंता से दूर रहकर पूरा ध्यान पढ़ाई पर दे सकूं?

उत्तर -- दोस्तों आप शांति से बैठकर अपने मन में यह सोचो कि जो चीज मेरे हाथ में नहीं उसके बारे में सोचने से क्या फायदा..? क्योंकि आपके हाथ का जो काम है वह है परिश्रम करना, उसका फल आपको जरूर मिलेगा क्योंकि कहते हैं--

मेहनत कभी जाया नहीं जाती हैं,

आज नहीं तो कल,

 कहीं ना कहीं काम आती हैं।

 अर्थात आप मेहनत करें अपने परिश्रम पर ध्यान दें अगर आपका परिश्रम सही दिशा में है तो निश्चित रूप से रिजल्ट अच्छा ही आएगा।  आप जो कर सकते हैं उस पर फोकस करें, न की इस बात पर की क्या होगा...? अच्छे छात्रों पर इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता की वैकेंसी कितनी है। दोस्तों एक वैकेंसी पर भी किसी न किसी का तो सिलेक्शन होता ही है आपको यह सोच रखनी है कि मुझे मेरे सिलेक्शन के लिए सिर्फ एक वैकेंसी की आवश्यकता है। अब बाकी की संख्या पर ध्यान मत दो। यह सब व्यर्थ की चिंता है, जो आपकी तैयारी पर नकारात्मक असर डालती है। नकारात्मक सोच से बाहर निकल कर अपनी पूरी क्षमता के साथ परीक्षा देने का प्रयास करें। सही दिशा में किए हुए प्रयास कभी नाकाम नहीं होते वह हमेशा अच्छा रिजल्ट देते हैं इस बात को हमेशा ध्यान में रखकर तैयारी करें आपकी अच्छी तैयारी होगी।


 यह भी पढ़ें  

 "प्रेरणा डायरी ब्लॉग" के मौलिक और यूनिक आर्टिकल आपको सदैव अच्छी सफलता और कामयाबी के लिए के लिए प्रेरित करेंगे। आप समय-समय पर प्रेरणा डायरी ब्लॉग को पढ़ते रहें



ब्लॉग -- प्रेरणा डायरी 

URL - prernadayari.com 

चीफ एडिटर - केदार लाल ( K. S. Ligree / सिंह साब )

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