वह कौन-कौन से कार्य हैं जिन्हें करने से एक छात्र का जीवन बर्बाद हो सकता है..।
प्रेरणा डायरी ब्लॉग
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वह कौन-कौन से कार्य है, जिससे छात्रों का जीवन बर्बाद हो जाता है..?
क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोग जीवन में इतने पीछे क्यों रह जाते हैं? वे ऐसा क्या करते हैं जो उन्हें तोड़ देता है?
आज मैं आपको उन कारीगरों के बारे में बताऊंगा जो इंसान को मजबूत बनाते हैं। ये वो काम हैं जो हम अक्सर करते हैं, पर उनकी इच्छा से अंजान रहते हैं।
1.दूसरों की नकल करना
पहली बात, जब हम किसी की नकल करते हैं, तो हम अपनी खुद की ताकत को मंजूरी दे देते हैं। हर इंसान अलग होता है, उसकी अपनी ख़ूबियाँ होती हैं।
मान लीजिए, आप एक शानदार गायक हैं। पर आप किसी मशहूर एक्टर की नकल करना चाहते हैं। नतीजा क्या होगा? आप न तो अच्छे गायक रह जायेंगे और न ही अच्छे अभिनेता बन जायेंगे।
दूसरी बात, नकल करने से हम अपनी सोच की ताकत खो देते हैं। हम लेखों के विचार और सहमति पर सहमत हो जाते हैं।
एक उदाहरण लें. कई युवा सिर्फ इसलिए करते हैं क्योंकि उनके दोस्त ऐसा कर रहे हैं। वे अपने दिल की बात नहीं जानते। परिणाम? वे न तो अच्छे इंजीनियर बने हैं और न ही जीवन में दोस्त रहते हैं।
तीसरी बात, नकल करने से हम अपनी अनोखी पहचान खो देते हैं। हम भीड़ में खो जाते हैं।
सोचिए, अगर हर कोई स्टीव जॉब्स की नकल करने लगे, तो क्या होगा? दुनिया में सिर्फ नमूना जैसा दिखता है। दुनिया में कुछ भी नया और अलग नहीं होगा।
चौथी बात, नकल करने से हम अपने साथियों को नकल करते हैं। हम हमेशा लेखों से खुद की तुलना करते रहते हैं।
मैंने न्यूजपेपर में एक लड़की की कहानी पढ़ी थी जो हमेशा सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की तरह दिखने की कोशिश करती थी। वो हमेशा अपनी स्थिति को संपादित करता है, अपने चेहरे को कमजोर करता है। परिणाम ? वो अपनी असली सुंदरता भूल गए और अवसाद का शिकार हो गए।
पांचवीं बात, नकल करने से हम अपने जीवन के लक्ष्य से भटक जाते हैं। हम लेखों के सपनों को अपना सपना समझते हैं।
अंत में, याद रखें - नकल करना सीखने का एक तरीका हो सकता है, पर जीने का नहीं। वेबसाइट से सीखें, प्रेरणा लें, अपने तरीके से खुद बनाएं।
क्योंकि दुनिया को आपकी ज़रूरत है - आपकी अद्वितीय प्रतिभा की, आपके विचारों की, आपकी कहानी की। तो आप जानें, अपनी ताकत पहचानें, और अपना अनोखा रास्ता बनाएं।
2.अपने सपने को छोड़ देना
सोचो जरा. आपकी राय में, ऑर्केस्ट्रा के डेमोक्रेट से लाइव का क्या फ़ायदा?
मैंने ऐसे कई लोगों को देखा जो ऐसा करके बर्बाद हो गए। मेरा एक दोस्त था उड़ीसा (बदला हुआ नाम)। बचपन से गाना चाहता था, पर पापा ने जबरदस्ती डॉक्टर बना दिया। अब न वो अच्छा डॉक्टर है, न कोई गायक। बस जिंदगी से लड़ रही है।
फिर मेरा एक दोस्त है, सीमा (बदला हुआ नाम)। शादी कर ली क्योंकि माँ-पापा कह रहे थे। अब हर दिन रोटी है। ना घर संभल रहा है, ना इतिहास।
सच बताऊं तो जब हम अपने दिल की बात नहीं सुनते, तो अंदर से रहस्य हो जाते हैं। बाहर से हंसते हैं, पर अंदर से दिखते हैं।
मैंने देखा है, जो लोग मॉस्को से जीते हैं, वो कभी खुश नहीं रहते। हमेशा कुछ कमी महसूस होती है। और फिर इस कमी को गलत तरीके से स्वीकार करें।
याद रखें दोस्तों, जिंदगी बहुत छोटी है। इसे अपने अकाउंट से जियो। हां, झूठ बोलना जरूरी है, पर कम से कम पछतावा तो नहीं होगा।
तो आज से ही ठान लो। अपने सपनों को जगाओ। अपनी नाव से जिओ। क्योंकि अगर तुम खुद के लिए नहीं जियोगे, तो कौन जियोगे?
3.गलत लोगों का साथ रहना
मैं तुमसे दिल की बात करूँगा। वो बात जो शायद आप सिद्धांत नहीं चाहते, पर जो सच है।
जानिए, जिंदगी एक यात्रा है। और इस यात्रा में हमारे दोस्त कौन हैं, ये बहुत मायने रखते हैं।
मुझे याद है, मेरा एक दोस्त था - अमन (बदला हुआ नाम)। किस प्रकार की गारंटी थी वो। लेकिन फिर क्या हुआ? गलत दोस्तों के चक्कर में फंस गया। धीरे-धीरे लड़की नशे की लत में आ गई। आज जब उसे देखने का मौका मिला तो दिल दुखता है। वो चमकती आंखें अब खाली सी हो गई हैं।
फिर सलामी की कहानी है (कोरा से ली गई)। प्यार में अँधेरा एक ऐसी लड़की से शादी कर ली जो उसे समझती ही नहीं थी। आज वो घर में रहता है, अकेलेपन का एहसास करता है। उसकी भित्तिचित्र कहीं खो गया है।
और रीना (यह उदाहरण भी कोरा से ली गई है)? उसने अपने माता-पिता की बात एक खास तरह की शादी कर ली जो उसे पसंद ही नहीं थी। आज वो जिंदा है,पर जी नहीं रही।
मैं ये सब देख रहा हूँ -हम अपनी जिंदगी को इतना कम क्यों मानते हैं? हम लोगों को इतने हिस्से क्यों दिए जाते हैं?
दोस्तो, समझो। गलत लोग सिर्फ हमारा वक्त ही नहीं तोड़ते, वे हमारे रूह को भी तोड़ देते हैं। वे हमारे सपने को कुचलते हैं। हमारी हँसी-खेलें लेते हैं।
लेकिन याद किया, अभी भी देर नहीं हुई है। यदि आप खोए हुए लोगों से किराए पर हैं, तो बाहर की ओर निकले हुए हैं। हां, मुश्किल होगा। दर्द होगा. लेकिन ये दर्द उस दर्द से कम होगा जो आप पूरी जिंदगी झूठे लोगों के साथ झेलेंगे।
अपने आप से प्यार करो। अपने ड्रीम को मसाले दो। सही लोगों को अपनी जिंदगी में जगह दो। वो लोग जो आपको उपन्यास से ऊपर रखते हैं, आपको प्रेरित करते हैं, आपकी खुशियों में खुशियाँ हैं।
क्योंकि अंत में, जिंदगी बहुत छोटी है। यह उन लोगों के साथ है जो इसे खूबसूरत बनाते हैं, न कि विनाशकारी होते हैं।
4.सेहत के अनदेखी करना
स्वास्थ्य की अनदेखी करने से व्यक्तिगत शारीरिक और मानसिक पोर्टफोलियो का सामना करना पड़ता है।उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से जंक फूड खाता है और पेट नहीं भरता है, तो उसे मोटापा, सिगरेट और दिल की बीमारी का खतरा होता है। इससे न केवल चिकित्सीय शारीरिक क्षमता स्थिर होती है, बल्कि प्रशिक्षण भी कम होता है। मानसिक तनाव और चिंताएं भी बढ़ सकती हैं, क्योंकि स्वस्थ शरीर और मन एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।
मुझे लगता है कि किसी को रात में अच्छी नींद आने की आदत है, लेकिन किसी विशेष कारण से उसे एक रात देर तक जागना पड़ता है। तो अगली सुबह उसका ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है और उसे असुविधाजनक महसूस हो सकता है। इससे न केवल उनकी वास्तुकला दिखती है, बल्कि उनका मूड भी खराब हो सकता है।
इसलिए, स्वास्थ्य का सबसे अच्छा तरीका रखना बहुत जरूरी है। आखिरकार, सेहत ही वह शर्त है जिसे हम सच में अपने पास रखना चाहते हैं, क्योंकि बिना सेहत के, बाकी सब कुछ बेकार लगता है। इसलिए, जंक रेस्तरां से ब्रेक-अप कर लो और लक्ष्यों से संबंध जोड़ो। याद रखें, अच्छी सेहत पाने के लिए हमें केवल थोड़ी सी मेहनत और स्मार्ट चॉइस की जरूरत है।
बहुत से लोग सोचते हैं कि सफलता के लिए दिन-रात मेहनत करना जरूरी है।वे अपनी सेहत को बेहद कर देते हैं।
याद रखें, अगर आप स्वस्थ नहीं हैं तो कुछ नहीं कर पाएंगे। मैंने ऐसे कई लोगों को देखा है जो अपनी सेहत की कीमत पर सफल हो गए, और फिर उस सफलता का मजा नहीं ले पाए।
5..समय का स्वामी होना
अब मैं आपसे एक ऐसी बात करूंगा जो शायद आपको कठिन लगेगी, पर सच है। समय की कीमत न समझ से जिंदगी कैसे बर्बाद हो जाती है, ये बताएं।
काल्पनिक करो एक ऐसे शख्स की, जो हर रोज सोचता है - कल से सुबह जल्दी उठूंगा, बेवकूफ बनूंगा। पर वो कल कभी नहीं आता. धीरे-धीरे वो मोटी हो जाती है, बीमार हो जाती है। और एक दिन डॉक्टर कहता है - अब बहुत देर हो गई।
फिर सोचो उस लड़की के बारे में, जो हर दिन अपने पिता से कहती है - पापा, कल आपके साथ पार्क चलचित्र। पर वो कल कभी नहीं आता. एक दिन पापा चल बसते हैं, और वो लड़की पछताती रह जाती है।
सोचो उस पति के बारे में, जो हर रोज अपनी पत्नी से कहता है - बस कुछ दिन और, फिर से झूठ बोलेगा। पर वो दिन कभी नहीं आते। और एक दिन पत्नी किसी और के साथ चली जाती है, और वो अकेली रह जाती है।
ये सभी कहानियाँ अलग-अलग लग सकती हैं, इनमें से एक बात है - समय की कीमत न लागत।
हम क्या कर रहे हैं? हर पल को अगले पल के लिए जीतें। स्कूल में जानें कॉलेज के बारे में। कॉलेज में नौकरी के बारे में। नौकरी में सामान के बारे में। और फिर ? फिर समय ख़त्म हो गया।
वक़्त किसी का इंतज़ार नहीं करता. वो बस चलता रहता है, प्रतियोगी, स्थिर। और एक दिन हम पीछे मुड़कर देखते हैं तो कहते हैं कि जिंदगी कब चली, पता ही नहीं चला।
याद रखें, जीवन सिर्फ संसारों की गिनती नहीं है। ये उन पलों की गिनती है जो तीर्थ यात्रा पर जाते हैं। जो सुंदर जीवंत अहसास ।
तो क्या करें ?
अभी जियो। हां, भविष्य के लिए प्लान करो, वर्तमान को मत भूलो। रोज कुछ ऐसा करो जो रोशनी खुशी दे। इच्छा वो 5 मिनट ही क्यों न हो।
डेल्ही के साथ वक्ताओ। फ़ोन दिखाओ और अपनी बात करो। याद डिस्प्ले, पैसेज स्पीकर माँगते हैं, नहीं।
और सबसे जरूरी, खुद के लिए वक्ता मुक्त। वो किताब पढ़ो जो तुम पढ़ना चाहते थे। वो जगह घूमो जहाँ तुम जाना चाहते थे।
क्योंकि अंत में, जब तुम पीछे मुड़कर देखोगे, तो तुम उन दोस्तों को याद करोगे जो तुमने कहा था, न कि उन दोस्तों को जो तुमने बोले।
तो आज से, अभी से, इसी पल से जीना शुरू करो। क्योंकि कल आपने देखा है?
6..पैसों के पीछे भागना
पैसा। एप्पल जाने कितनी जिंदगियां बर्बाद कर दी हैं, सुरक्षा पता है?
ये बात है लखनऊ के राम लाल जी की (जी न्यूज से लिया गया उदाहरण)। रोज सुबह 5 बजे घर से सूर्यास्त, रात को 11 बजे। बीवी बोली थी - थोड़ा आराम कर लो। बेटा कहता था - पापा, कभी मेरे साथ क्रिकेट खेलो ना। पर वो ? बस एक ही पैसे का प्लान रखें - अभी नहीं, किराये पर हैं।
आज ? बेटा अमेरिका में है, फोन तक नहीं करता। बीवी ने तलाक दे दिया। और राम लाल जी ? अकेले घर में बैठे हैं, उन पैसों के ढेर के साथ जो वो भी खर्च नहीं कर सकते।
फिर अगला उदाहरण है मेरी दोस्त आयशा की। कॉलेज में कितनी मस्ती करती थी। गाना, घूमना, दोस्तों के साथ हंसी-मजाक। पर फिर ? नौकरी मिली, बड़ी कंपनी में। और शुरू हो गया सिक्कों का खेल।
रात-दिन काम, प्रमोशन के लिए जी-जान लगा देना। आज ? 35 साल की उम्र में दो हार्ट अटैक आ चुके हैं। डॉक्टर ने कहा- आराम करो. पर वो? अभी भी वही रेस में लगी हुई है।
और हाँ, मेरे चाचा जी की बात तो मैं भूल ही गया। कितने अच्छे इंसान थे। गाँव में मदद करना। पर फिर शहर गया। व्यवसाय शुरू हुआ। पैसे की होड़ में ऐसे प्यारे कि रिश्ते, दोस्ती, सब भूल गए।
आज? अच्छा बिज़नेस है, बेटा बेंगलुरु में नौकरी करता है। पर जब बीमार पड़े तो देखना कोई नहीं आया। नर्स से कहा सुना - काश मैं अपने गांव में ही रहती हूं।
देखो, मैं ये नहीं कह रहा हूं कि पैसा खराब है। नहीं, बिल्कुल नहीं। पैसा जरूरी है। इसके बिना जीना मुश्किल है।
पर प्रश्न ये है - किस प्रकार ? कितना चाहिए पैसा खर्च ? आप क्या जानते हो ?
क्या पता चलता है कि जब तुम अंधेरे की तरह भागते हो, तो क्या-क्या खो देते हो? वो हँसी-ठिठोली कितने पल ? वो प्यार कैसे हुआ? वो आपके लिए जीन का वक्त क्या है?
याद है, जिंदगी बहुत छोटी है। इसे सिर्फ पैसेज लोन में मत गंवा दो। हाँ, कमाओ। पर इतना कि तुम अच्छे से जी सको। न कि इतना कि जीना ही भूल जाओ।
अंतिम में बस इतना पोर्टफोलियो - पैसा कमाओ, पर जिंदगी मत खोओ। क्योंकि जब अंत में आप अपनी जिंदगी का हिसाब लगाएंगे, तो बैंक बैलेंस नहीं, बल्कि याद दिलाएंगे। तो ऐसी यादें बनाओ जो पत्थर चमकने पर मजबूर कर दें।
और हां, कभी-कभी रुककर सोचो - मुझे कितने पैसे चाहिए? क्योंकि जब शत्रु ये जवाब देंगे, सोलो आधी जिंदगी सूरजागे।
तो ये थे वो आदतें जो इंसान को बर्बाद कर रहे हैं, और गलत दिशा में ले जा रहे हैं।
उदाहरण के लिए उन सिद्धांतों को छोटा किया जाता है जो आपको पीछे खींच रहे हैं, उन लोगों से दूरी बना ली जाती है जो आपके विकास में बाधा डाल रहे हैं, और अपने सपने को जीने का कौशल दिखाया जाता है। क्योंकि जब आप अपने अंत का खाता लेंगे, तो आप लेबल करेंगे कि वह गर्व से भरा हो, न कि पतावे से।
जिंदगी को ऐसे जियो कि जब आप चेहरे पर मुस्काएं देखो, तो एक मुस्कान आपके चेहरे पर हो, न कि आंखों में आंखें। इसलिए, अपनी शक्ति को पहचानें, अपनी मंजिल खुद तय करें और अपनी जादुई कहानी लिखें। क्योंकि अंत में, यही कहानी दुनिया को बताती है कि आप कौन थे।
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