कमजोर छात्रों की 8 गंदी आदतें, जो उन्हें निक्कम्मा बनाती है
प्रेरणा डायरी ब्लॉग prernadayari.com
कमजोर छात्रों की आदतों और पर्सनैलिटी में कुछ खास तरह की समानताएं देखने को मिलती है। जिससे आसानी से पहचाना जा सकता है, जानें क्या हैं वो आदतें-
कमजोर होने का मतलब केवल शरीर से नहीं होता, ऐसा इंसान जो भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं। उन्हें भी वीक पर्सनैलिटी में ही रखा जाता है। कमजोर स्टूडेंट की कुछ आदतें होती हैं। अगर गलत चीजों को देखकर उसे सही करने का हिम्मत नहीं रखते या इच्छाशक्ति नहीं होती है। तो ऐसे इंसान कमजोर कहलाते हैं। कमजोर इंसानों में अक्सर एक सी आदतें देखने को मिलती है। ये 8 आदतें कमजोर पर्सनैलिटी की ओर इशारा करती हैं।
1.बुरी आदत पर कंट्रोल नहीं करना
कमजोर छात्र वो होते हैं जो अच्छी तरह से जानने के बाद भी अपनी बुरी आदतों पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं और बुरी लत में फंते रह जाते हैं।जैसे - धूम्रपान,गुटका,बीड़ी,सिगरेट,नशा,आदि का सेवन करना। और यह पता होने के बावजूद भी, कि यह बुरी आदतें हैं, इनको छोड़ने के प्रयास नहीं करना।
2. खुद को विक्टिम साबित करते हैं
जो स्टूडेंट्स कमजोर मानसिकता के होते हैं वो हमेशा खुद को विक्टिम और बेचारे दिखाते हैं। ऐसे लोग जब किसी काम में फेल होते हैं तो उसका दोष दूसरों पर लगा देते है। जैसे - मैं एग्जाम की तैयारी अच्छी ढंग से की थी पर गलती कोचिंग वालों की थी उन्होंने ठीक से नहीं पढ़ाया। कमजोर छात्र ठीक इसी प्रकार अपनी असफलता का दोस्त दूसरों के माथे पर मंढ देते हैं।
3. दूसरों के बारे में बात करना
कमजोर स्टूडेंट्स हमेशा दूसरों के बारे में बात करना पसंद करते हैं। बुराई, गपशप करने में वो हमेशा आगे रहते हैं। वह खुद की कमजोरी में सुधार करने की अपेक्षा दूसरों की बुराई और ईर्ष्या में अपना समय बर्बाद करते हैं।
4. खुद की आलोचना बर्दाश्ता ना करना
जो लोग कमजोर मानसिकता के होते हैं वो खुद की आलोचना सुनना पसंद नहीं करते। मेहनतकश लोग अपनी आलोचना से सीखते हैं। लेकिन कमजोर इंसान को खुद की आलोचना पसंद नहीं आती। जबकि स्वयं की आलोचना को हमेशा सकारात्मक रूप में लेना चाहिए क्योंकि दूसरों द्वारा की गई आलोचना हमें सुधार करने के लिए प्रेरित करती है।
5. दूसरों के प्रभाव में आ जाना
कमजोर छात्र की खासियत होती है कि वो अपने बारे में ना सोचकर दूसरों के बारे में सोचना, उनकी लाइफस्टाइल, बातों से प्रभावित हो जाते हैं।
6. डिसिप्लिन की कमी
वही छात्र कमजोर होता है जो खुद को डिसिप्लिन में ना रख पाए। अगर इंसान के अंदर अनुशासन में रहने और पालन करने की क्षमता ना हो तो वो कमजोर इंसान माना जाता है।
7. हार्ड वर्क की बजाय पहले आनंद खोजना
कमजोर छात्र हार्ड वर्क से घबराते हैं। उन्हें लगता है कि मेहनत करने की बजाय पहले आनंद उठा लिया जाए। जिसकी वजह से अक्सर लाइफ में फेलियर हाथ लगता है। कठोर परिश्रम सफलता की कुंजी है, जबकि कमजोर मानसिकता वाले छात्र और व्यक्ति कठोर परिश्रम से जी चुराते हैं।
8. अपनी स्टडी में टालम-टोल का रवैया अपनाना -
कमजोर मानसिकता वाले छात्रों की गंदी आदत होती है कि वो अपनी पढ़ाई के काम को कल के भरोसे टालते रहना। वह बस यही सोचते रहते हैं कि कल कर लेंगे, कल कर लेंगे। और यूं ही उनका पूरा साल निकल जाता है। वह पढ़ाई के साथ अपने अन्य कामों को भी इसी तरह टालते रहते हैं. इसीलिए उन्हें अपनी जिंदगी में फैलियर अर्थात असफलता हाथ लगती है।
प्रश्न- उत्तर
Question 1. एक कमजोर छात्र कैसे अपने आदतों में सुधार कर सकता है..?
उत्तर - दोस्तों, आपने अभी जो आर्टिकल पढ़ा है इसमें मैं कमजोर छात्रों की पहचान और उनकी आठ कमियां बताइए हैं। अगर आपके अंदर भी यह आदत है तो मान लेना चाहिए कि आप भी एक कमजोर व्यक्तित्व वाले छात्र हैं। अगर आप अपने व्यक्तित्व में निखार लाना चाहते हैं तो इन गंदी आदतों से मुक्ति का उपाय ढूंढना होगा। इसके लिए आपको अपने आत्मविश्वास में वृद्धि,आत्म में मूल्यांकन,भावनाओं पर नियंत्रण करना होगा। आपके दृढ़ संकल्प शक्ति विकसित करके अपनी कमियों पर काबू पाने का प्रयास करना चाहिए। दृढ़ इच्छा शक्ति से आप अपनी गंदी आदतों और कमजोरी को दूर कर सकते हैं। आत्मविश्वास और प्रेरणा के सहारे आप नया मुकाम हासिल कर सकते हैं। अगर आप कमजोर छात्र हैं तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। आप अच्छी प्रयासों की जारी एक बेहतर मुकाम हासिल कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको निरंतर प्रयास, कठिन परिश्रम और मजबूत संकल्प शक्ति की आवश्यकता होगी।
टिप्पणियाँ