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हम क्यों नहीं बदल पातें हैं अपनी आदतें..? आदत बदलने के 7 सटीक रामबाण उपाय। जुलाई -2024

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प्रेरणा डायरी ब्लॉग।   www.prernadayari.com तुड़ावली , राजस्थान , भारत <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4543233482420494"  crossorigin="anonymous"></scripàt> टेबल ऑफ़ कंटेंट -- 1. आदत क्या होती है - परिभाषा। 2. आदत के प्रकार। - यांत्रिक आदत। - शारीरिक इच्छा संबधित आदत। - नदी मंडल संबंधी आदत। - भाषा या बोलने संबंधी। - आदत नैतिक आदत। -भावना संबंधी आदत - विचार संबंधी आदत। 3. जल्दी लगती हैं गलत आदत। 4. अच्छी आदत डालें। 5. बदलाव का विरोध करता है हमारा मन। 6. संकल्प शक्ति से पराजित होती हैं अवांछनीय आदत। 7. 3r के नियम की मदद से बदलें आदत। 8. आदत बदलने के बेहतरीन उपाय - - संकल्प - अभ्यास - आत्म सुझाव - नई आदतों का निर्माण - संगति में परिवर्तन  - पुरस्कार - आदत का एक साथ या धीरे-धीरे त्याग 9. निष्कर्ष। 10.  महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर।  जो कार्य हमें पहले कठिन जान पड़ता है, वह सीखने के बाद सरल हो जाता है।हम उसे जितना दोहराते हैं वह उतना ही सरल होता चला जाता है। कुछ समय के बाद हम उसे बिना ज्ञान किए...

अपने आत्मबल को समझे। understand your self confidence.

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Hindaun, Rajasthan, 01/11/2023 प्रेरणा डायरी ( ब्लॉग )   प्रेरणा डायरी  कि आज कि पोस्ट में आप सब का हार्दिक अभिनंदन है। आत्मबल/self confidence के बिना इंसान अधूरा है। आत्म विश्वास जीवन जीने की एक कला है। जिस दिन आपको यह कला आ गई, समझ लो आपको सब कुछ मिल गया। आज के इस सार गर्भित लेख  (अर्टिकल्) में हम, आईये समझने का प्रयाश करते है, आत्मबल के मर्म को ---- भूमिका  --- हर आत्मा में  अक्षुण्ण बल है। इस बल का सदुपयोग हो जाए,  ह तो हर मनुष्य कमाल कर सकता है। वह अपने ही नहीं  दूसरों के जीवन को भी धन्य कर सकता है। वह बहुत कुछ सृजन कर सकता है। हर आत्मा की अलग-अलग विशेषताएँ हैं। सबका अलग-अलग स्वभाव है। सबकी अलग-अलग सृजनात्मकता है। सबके लिए कोई एक मार्ग निर्धारित नहीं किया जा सकता। कोई दूसरा किसी के बारे में पूरी तरह जान भी नहीं सकता। किसी और के लिए अपनी कोई राय बनाने में पूर्ण सत्यता हो ही नहीं सकती। इसी तरह अपने लिए पूर्ण ज्ञान बाहर कहीं से मिल ही नहीं सकता। वह तो अपने भीतर ही खोजना होगा। एक गुरु 100 शिष्यों को लगातार 10 साल तक एक ही तरह की शिक्षा देत...

क्या एक इंसान के लिए सब कुछ सम्भव है..?

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 <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4543233482420494" Rajasthan ( इंडिया)   सब... कुछ... .. सम्भव !  क्या मैं भी कर सकता हूँ..... असंभव को संभव.....?  ( Every things is possible)  दोस्तो, इस धरती पर मनुष्य के लिए कुछ भी असंभव नहीं है, हर  कार्य उसके वश का हैं, पर इंसान को कई बार अपनी ताकतो का एहसास नहीं हो पाता। आप-- दिन रात, चलते- फिरते, घूमते, सोते, जागते सेकडों मानव और प्रकृति जनित वस्तुये देखते और महसूस करते हैं।  क्या इनमे कुछ ऐसी है जो इंसान के लिए असंभव हो। दुनिया में असंभव कुछ नहीं होता।  सब कुछ सम्भव है। every things is possible। बसरते,  जिसे आप पाना चाहते है,  कोई पद, वस्तु, लक्ष्य, व्यक्ति आदि, उसके प्रति आपकी चाहत कितनी है, ये बात मायने रखती है।  एक बहुत पुरानी और सुनी सुनाई कहावत है, पर हम उसे नजरंदाज कर देते है। कहावत है "जहाँ चाह, वहाँ राह"।  अर्थात् एक व्यक्ति मन और मस्तिस्क से  कुछ भी ठान ले । कुछ भी चाहत कर ले। तो रास...

भारत का भूगोल। फॉर एग्जाम - RAS, 1grade, 2 grade, REET, SSC, cgl, police, railway etc.

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प्रेरणा डायरी ( www.pternadayari.com ) टुड़ावली, राजस्थान, 321610 , भारत। <script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4543233482420494       "crossorigin="anonymous"></script> भारत -- टॉपिक लिस्ट। विषय सूची --  1. भारत - समान्य परिचय, नक्सा ज्ञान, राज्य, सीमा, पड़ोसी देश, केन्द्र सा.प्र. 2. भारत के भौतिक प्रदेश।  3. अपवाह तंत्र।  4. जलवायु।  5. भारत की मृदा।  6. वनस्पति।  7. जीव मण्डल।  8. पार्यायवरण।  9. Agriculture, कृषि ।  10. बहुउदेशीय परियोजना।  11. भारत के खनिज।  12. उद्योग।  13. ऊर्जा संसाधन।  14. भारत में जनसंख्या।  15. जानाकिय गुण।  16. भारत में नागरीकरn।  अध्याय 1 - भारत एक समान्य परिचय।  भारत का नामकरण --- भारत की सभ्यता एवं संस्कृति उतनी ही पुरानी है जितनी कि मानव उत्पत्ति। भारत की विशालता एवं तीन ओर से समुद्र से घिरा होने के कारण इसे उपमहाद्वीप की संज्ञा दी गई है। इसका प्राचीन नाम आर्यावर्त था। राजा भर...

विजयादशमी ( दशहरा)-- चरित्र और सत्य कि विवेचना का पर्व, एक प्रेरणादायी लेख।

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हिण्डौन सिटी (राजस्थान)भारत  प्रेरणा डायरी ब्लॉग,   prernadayari.com    आज कि पोस्ट   विजयादशमी  (दशहरा)  के त्योहार पर आधारित एक प्रेरणा दायक (Motivational) लेख है। जो राम और रावण जैसे महान चरित्रों से शिक्षा प्राप्त करने के लिए है। विजया दशमी हमें चरित्र ,सत्य एवं व्यक्तित्व कि तुलना का अवसर प्रदान करने वाला है। यह केवल रावण वध का त्योहार नही है। यह " बुराई पर अच्छाई कि जीत का प्रतिक है।  हमें हमारी संस्कृति के दर्शन कराता है। रावण चाहे लाख शक्तिशाली था पर उसे सत्य और धर्म के पुजारी श्री राम के सामने पराजित होना। महाभारत में भी सत्य का साथ देने वाले पांडव पुत्रों की विजय हुई थी। अन्याय और बुराई के मार्ग पर अग्रसर होने वाले कौरव विनाश को प्राप्त हुए।  राम हिंदू धर्म और संस्कृति के एक अद्भुत अवतार थे. मनुष्य के रूप में अद्वितीय थे। श्री राम मनुष्य योनि में थे, पर देवता और ईश्वरीय तत्वों से युक्त थे। वे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम थे।  क्या फ़र्क है राम और रावण में : ----- आचरण श्रीराम और रावण को मानवीय धरातल पर अलग-अलग क...