"लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती".. सबसे बड़ी प्रेरणादायक कविता...भावार्थ सहित।l
करौली, राजस्थान भारत🇮🇳 <स्क्रिप्ट async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-4543233482420494" क्रॉसऑरिजिन="अनाम"></स्क्रिप्ट> दोस्तों नमस्कार, आज मैं जिस महान प्रेरणादायक कविता की चर्चा करने वाला हूं वह राष्ट्रीय कवि सोनलाल दुवेदी द्वारा लिखित मानी जाती है। सूर्य के तेज कि भांति ऊर्जा देने वाली,असीम प्रेरणा के दर्शन आपको इस कविता में होंगें। आज के इस आर्टिकल कि खास बात यह है कि कविता के अंत में हम इस कविता के भावार्थ को समझेंगे। विद्यार्थियों के नजरिए से इस कविता का प्रेरणादायक भावार्थ प्रस्तुत किया गया है। छात्रों के लिए इस कविता में क्या संदेश छुपा हुआ है..? इस बात को जानने-समझने का प्रयास किया गया है। छात्रों को यह कविता अवश्य पढ़नी चाहिए। क्योंकि यह जीवन के प्रति और अपने कर्म और ल6 के प्रति एक नई सोच पैदा करके उन्हें हासिल करने में हमारी मदद करती है। मैंने इंटरनेट और वेबसाइटों पर इस कविता के बारे में रिसर्च किया है तो एक बात सामने निकल कर आई है कि - यह कविता काफी वेबसाइटों...