क्या होता हैं बाल अपराध....? बाल अपराध के क्या कारण है...? और बाल अपराधों को कैसे रोका जा सकता है..?
प्रेरणा डायरी. तुड़ावाली, करौली, राजस्थान - 321610 सामाजिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कुछ कानून होते हैं इन कानून का पालन करना सबके लिए अनिवार्य होता है चाहे वह वयस्क हो या बालक। यदि वयस्क उन कानून की अवहेलना करके समाज विरोधी कार्य करता है तो उसका कार्य अपराध कहा जाता है और यदि बालक या किशोर इस प्रकार का कार्य करता है तो उसका कार्य बाल अपराध या किशोर अपराध कहा जाता है। विभिन्न देशों में बाल अपराधियों की निम्नतम और उच्चतम आयु अलग-अलग है। भारत में इस बालक या किशोर का समाज विरोधी कार्य अपराध माना जाता है जिसकी न्यूनतम आयु 7 वर्ष और अधिकतम आयु 16 वर्ष होती है। हम बाल अपराध और बाल अपराधियों से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा करेंगे लेकिन लिए उससे पहले एक बार यह समझते हैं कि बाल अपराध को किस तरह परिभाषित किया गया है..? 1. बाल अपराध की परिभाषाएं -- ( definition of delinquency ) 1. वेलेंटाइन - " मोटे तौर पर बाल अपराध शब्द किसी कानून के भंग किए जाने का उल्लेख करता है" 2. क्लासमियर व गुडविल - "बाल अपराधी वह बालक या युवक होता है जो बार-बार उन कार्यों को करता है जो अप...